आज हम जानेंगे इंद्रधनुष (What is Rainbow in Hindi), के बारे में पूरी जानकारी। बरसात के मौसम में लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल जाती है, क्योंकि जब पानी की बूंदे आसमान से बरसती हैं तब ऐसा लगता है जैसे बरसों से प्यासी धरती को पानी मिल गया हो। इसके अलावा अक्सर बरसात के मौसम में आसमान में एक बढ़िया सी चीज दिखाई देती है, जिसे हम रेनबो के नाम से जानते हैं।
इंद्रधनुष आकाश में काफी दूर तक दिखाई देता है। इसका आकार बिल्कुल धनुष की तरह ही होता है। इसीलिए इसे इंद्रधनुष कहा जाता है। आइए आज आपको रेनबो के बारे में इंफॉर्मेशन प्रोवाइड करवाते हैं। तो आज के लेख में हमसे जुड़े रहे और जाने इंद्रधनुष से जुड़ी हुई सभी जानकारियां विस्तार से वो भी हिंदी में, इसलिए लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
इंद्रधनुष क्या है? – What is Rainbow in Hindi?

जब बरसात होती है, तब आकाश के अंदर धनुष की जैसी हमें एक आकृति दिखाई देती है, जिसके अंदर बहुत सारे रंग होते हैं। इसी आकृति को आम बोलचाल की भाषा में इंद्रधनुष कहा जाता है। रेनबो एक साइड से चालू होकर के धनुष के आकार में दूसरे साइड में जाकर के खत्म होता है। कई बार यह आकाश में भी नहीं बनता है बल्कि यह ऐसी जगह पर बनता है जहां पर झरना होता है। रेनबो पानी की बूंदों से तो बनता ही है साथ ही यह कभी-कभी धुंध, स्प्रे और हवाई ओस के जरिए भी बनता है।
इंद्रधनुष में कितने रंग होते हैं? – How many colors are there in Rainbow in Hindi?
इंद्रधनुष में टोटल 7 रंग होते हैं। इसमें सबसे बाहर वाले इलाके में आपको लाल रंग दिखाई देता है और सबसे अंदर वाले इलाके में आपको बैगनी रंग दिखाई देता है। आकाश में कभी-कभी दो प्रकार केरेनबो भी बन जाते हैं। यही वजह है कि कभी-कभी रंगों का जो क्रम होता है, वह उल्टा सीधा हो जाता है। सामान्य तौर पर आकाश में जो रेनबो बनता है उसमें अंदर के साइड में बैगनी, उसके बाद आसमानी, फिर पीला रंग, नीला ,हरा ,नारंगी ,लाल रंग होते हैं।
इंद्रधनुष कैसे बनता है? – How is Rainbow made in Hindi?
सामान्य तौर पर जब बारिश होती है, तब हमें रेनबो आसमान में दिखाई देता है। रेनबो के बनने के पीछे बारिश की बूंदे जिम्मेदार होती है। जब बारिश होती है, तो उसकी जो बूंदे होती हैं, वह बिल्कुल एक प्रिज्म की तरह वर्क करती हैं। बारिश की बहुत सारी बूंदे आकाश में तैरती हैं और जब इन बूंदों के अंदर सूरज की किरणे पड़ती है, तब वह मुड़ जाती है और बाहर निकालने पर अलग अलग 7 रंग दिखाती देते है। यह आवश्यक नहीं है कि रेनबो सिर्फ बरसात में ही बने। झरने के पास भी कभी कबार रेनबो दिखाई दे जाते है।
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इंद्रधनुष कितने प्रकार का होता है? – How many types of Rainbow are there in Hindi?
इंद्रधनुष टोटल 9 प्रकार के होते हैं। इसके बारे में शायद कम ही लोग जानते हो। इसलिए नीचे हमने आपको रेनबो के सभी प्रकार के बारे में इंफॉर्मेशन दी है।
1. DOUBLE RAINBOWS:
जब आसमान में डबल इंद्रधनुष दिखाई देता है, तो इसमें दो रेनबो एक साथ ही होते है। जिसमें से सबसे पहला वाला रेनबो ऊपर की साइड में होता है और दूसरा वाला रेनबो नीचे की साइड में होता है। हालांकि आसमान में काफी कम ही इस प्रकार का रेनबो दिखाई देता है।
2. TWINNED RAINBOW:
इस प्रकार के इंद्रधनुष में दो इंद्रधनुष होते है लेकिन दोनो में रंगो का क्रम एक ही होता है। जैसे कि इसमें दोनों रेनबो के ऊपर की साइड में लाल रंग ही होता है।
3. FULL-CIRCLE RAINBOW:
हिंदी भाषा में इसे पूर्ण इंद्रधनुष कहा जाता है, जिसकी आकृति वृत्ताकार होती है। यह भी एक ऐसा रेनबो होता है जो आसमान में हमें काफी कम ही दिखाई देता है, क्योंकि अधिकतर मामलों में रेनबो का सिर्फ 50 पर्सेंट भाग ही हमें दिखाई देता है।
4. SUPERNUMERARY RAINBOWS:
1804 में इस प्रकार के इंद्रधनुष की व्याख्या थॉमस यंग ने पेश की थी। इस प्रकार के रेनबो में बहुत सारे रेनबो का ग्रुप होता है। इस प्रकार का रेनबो जब आसमान में बनता है, तब उसमें एक ही क्रम के अंदर बहुत सारे रेनबो एक दूसरे से टच हुए रहते हैं। इस प्रकार का रेनबो भी काफी कम ही दिखाई देता है।
5. REFLECTED RAINBOW:
यह इंद्रधनुष पानी के ऊपर की साइड में दिखाई देता है और सामान्य तौर पर इस प्रकार के रेनबो तालाब के आसपास दिखाई देते है।
6. MONOCHROME RAINBOW:
इस इंद्रधनुष सबसे इंटरेस्टिंग बात यह है कि जब सूरज ढलने वाला होता है, तब यह इंद्रधनुष दिखता है। इस टाइम में कुछ रंग छुप जाते हैं और हमें लाल और नीला रंग दिखाई देता है। हालांकि इस प्रकार का रेनबो भी काफी दुर्लभ ही देखने को मिलता है।
7. HIGHER-ORDER RAINBOWS:
सामान्य प्राथमिक और माध्यमिक इंद्रधनुष के अलावा भी बहुत सारे रेनबो का होना पॉसिबल है। रेनबो में जो रंग होता है, वह पानी के अंदर के प्रकाश के प्रतिबिंब के आधार पर तय होता है, जिसमें से एक प्रतिबिंब रेनबो को तैयार करता है, तो दूसरा प्रतिबिंब दूसरे रेनबो को तैयार करता है। इस प्रकार से लास्ट में एक रेनबो बन करके तैयार होता है।
8. MOONLIGHT RAINBOWS:
चंद्रमा के प्रकाश के कारण जो इंद्रधनुष तैयार होता है, उसे चंद्र इंद्रधनुष के नाम से जाना जाता है। यह बहुत ही दुर्लभ रेनबो माना जाता है।
9. FOGBOW:
आपने कई बार अपनी आंखों से देखा हुआ होगा कि जब सूरज के आसपास कोहरा छा जाता है, तो वहां पर इंद्रधनुष के जैसा ही कोहरा आकार ले लेता है। हालांकि इसमें ना तो रंग होता है ना ही रेनबो जैसा कुछ होता है परंतु देखने में यह गोल चक्र की तरह दिखाई देता है।
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इंद्रधनुष के सातों रंगों के नाम क्या है? – What are the seven colors of Rainbow in Hindi?
रेनबो में बाहर की साइड से पहला रंग लाल होता है और अंदर की साइड में आखिरी रंग बैगनी होता है। अगर आप इसे अंदर की साइड से गिनेंगे तो अंदर की साइड से पहला रंग बैगनी होता है और सब से बाहर की साइड में आखरी रंग लाल होता है।
- बैगनी
- जामुनी
- नीला
- हरा
- पीला
- नारंगी
- लाल
इंद्रधनुष कब दिखाई देता है? – When does the rainbow appear in Hindi?
आकाश में बरसात हो जाने के बाद हमें 7 रंगों में बनी हुई एक आकृति दिखाई देती है, जो कि बिल्कुल धनुष की तरह होती है। इसी आकृति को इंद्रधनुष कहा जाता है। आकाश में यह रोशनी के विक्षेपण के कारण बनता है। बारिश हो जाने के बाद पानी की छोटी-छोटी बूंदे हवा में तैरती रहती हैं, जो बिल्कुल प्रिज्म की तरह वर्क करती हैं और जब सूरज के प्रकाश की किरणें इनमें से आरपार होती हैं, तो यह टोटल 7 रंगों में डिवाइड हो जाती हैं और यही 7 रंग मिलकर के रेनबो का निर्माण करते हैं।
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इंद्रधनुष के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल?
इंद्रधनुष को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
रेनबो।
रेनबो में कुल कितने रंग होते हैं?
7
रेनबो में सबसे बाहर कौन सा रंग होता है
लाल।
रेनबो में सबसे अंदर कौन सा रंग होता है?
बैगनी।
रेनबो किस दिशा में बनता है?
सूरज की दिशा।
निष्कर्ष
आशा है आपको इंद्रधनुष के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में इंद्रधनुष (What is Rainbow in Hindi) को लेकर आपका कोई सवाल है, तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो, तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को इंद्रधनुष के बारे में जानकारी मिल सके।