आज हम जानेंगे डाटा एंट्री पूरी जानकारी (What is Data Entry in Hindi) के बारे में क्योंकि जब कभी भी आपके मन में यह ख्याल आता है कि ऑनलाइन पैसे कैसे कमाते हैं और जब आप इसके बारे में इंटरनेट पर सर्च करते हैं, तब आपको वहां पर अलग-अलग तरीके बताए जाते हैं। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का विकास होते जा रहा है, उसी तरह वर्क फ्रॉम होम का चलन भी बढ़ते जा रहा है। विभिन्न कंपनियां अब अपनी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को घर से ही काम करने की सुविधा देती हैं और वह है डाटा एंट्री का काम।
कई बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने बैलेंस शीट को मेंटेन करने के लिए तथा अन्य प्रकार के रिकॉर्ड को मेंटेन करने के लिए डाटा एंट्री ऑपरेटर को नौकरी पर रखती हैं। बता दे कि डाटा का मतलब होता है ऐसी चीजें जो आपको कंप्यूटर में फीड करनी होती है ताकि उसे भविष्य में भी देखा जा सके। आज के इस लेख में जानेंगे कि data entry kya hota hai, Types of Data Entry in Hindi, data entry operator kya hota hai आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
डाटा एंट्री क्या होता है? – What is Data Entry in Hindi?

आसान भाषा में कहा जाए तो कंप्यूटर में डाटा एंट्री का काम एक ऐसा काम होता है, जिसमें एक व्यक्ति डॉक्यूमेंट पर लिखी गई जानकारी को कंप्यूटर में मौजूद सॉफ्टवेयर में लिखता है और कंप्यूटर में ही उसे स्टोर कर देता है, तो उसे ही Data Entry करना कहा जाता है और जो व्यक्ति कंप्यूटर के अंदर डाटा को फीड करता है, उसे Data Entry Operator कहते हैं। डाटा एंट्री के अंतर्गत आपको मुख्य तौर पर वीडियो, ऑडियो या फिर डॉक्यूमेंट फाइल दी जाती है, जो कि बल्क यानी की थोक में होती है और उसे आपको एडिट करके कंप्यूटर के सिस्टम में फीड करना होता है, ताकि उसे जब चाहे तब एक्सेस किया जा सके।
डाटा एंट्री की नौकरी आपको विभिन्न ऑफिस में भी मिल जाती है, साथ ही इसे आप घर बैठे भी FREELANCING के तौर पर कर सकते हैं। हालांकि ऑनलाइन डाटा एंट्री का काम ढूंढने के लिए आपको काफी मशक्कत करनी पड़ती है क्योंकि ऑनलाइन ऐसी कई फर्जी कंपनी है जो डाटा एंट्री का काम तो करवा लेती है परंतु उसके बाद पेमेंट नहीं करती हैं। जो बड़ी-बड़ी कंपनियां होती हैं, उनके पास काफी भारी मात्रा में डाटा होता है।
यही वजह है कि अगर आप ऐसी कंपनी में काम करते हैं, तो आपको एम एस एक्सेल साथ ही साथ वर्ड सॉफ्टवेयर की भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि अधिकतर डाटा एंट्री का काम इन्हीं सॉफ्टवेयर के जरिए किया जाता है। डाटा एंट्री करने के लिए यह आवश्यक है कि आपकी टाइपिंग स्पीड अच्छी हो, क्योंकि जिन लोगों की टाइपिंग स्पीड ज्यादा होती है, उन्हें डाटा एंट्री का काम जल्दी से प्राप्त हो जाता है।
डाटा एंट्री कितने प्रकार की होती है? – How Many Types of Data Entry in Hindi
नीचे आपके सामने डाटा एंट्री के सभी प्रकार की इंफॉर्मेशन दी गई है।
1. एक्सेल डाटा एंट्री
एमएस ऑफिस एक्सल में आप किसी भी प्रकार के डाटा को इंटर कर सकते हैं। जैसे किसी कॉपी पर लिखा गया नोट या फिर कोई अन्य प्रकार का डाटा।
2. स्पेलिंग चेकर
इस डाटा एंट्री में आपको यह चेक करना होता है कि आर्टिकल में कहीं कोई गलत वर्ड तो नहीं है या फिर कोई स्पेलिंग गलत तो नहीं है और अगर है तो उसे सही कर देना है और उसे डाटा एंट्री कर देनी है।
3. पेपर डॉक्यूमेंटेशन
इस प्रकार के डाटा एंट्री में आपको कंप्यूटर के अंदर पेपर पर प्रिंट डाटा को डालना होता है, यानी कि इंटर करना होता है। उदाहरण स्वरूप किसी हार्ड कॉपी को किसी सॉफ्ट कॉपी में कन्वर्ट करना।
4. कॉपी पेस्ट डेटा एंट्री
इसमें बस आपको किसी एक जगह से डाटा को उठाना होता है और उसे किसी दूसरी जगह पर जा करके पेस्ट कर देना होता है। यह बहुत ही सिंपल डाटा एंट्री का काम होता है।
5. कैप्शनिंग
जब हम कोई वीडियो या फिर फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं तब हमें वहां पर कैप्शन डालने का ऑप्शन भी मिलता है। यह भी एक प्रकार का डाटा एंट्री का काम ही होता है। अधिकतर इस प्रकार का डाटा एंट्री का काम आपको बड़े-बड़े सेलिब्रिटी या फिर बड़ी-बड़ी कंपनियां देती हैं।
6. जॉब पोस्टिंग
इस प्रकार के डाटा एंट्री में आपको नौकरी के लिए डाटा एंट्री करनी होती है क्योंकि वर्तमान के समय में इंटरनेट पर ऐसी बहुत सारी वेबसाइट है जिस पर रोज नई नई नौकरी के बारे में इंफॉर्मेशन देनी होती है। इसमें आपको आर्टिकल तैयार करना होता है और उसे वेबसाइट पर पब्लिश करना होता है।
7. डाटा कन्वर्शन
किसी बड़ी फाइल को दूसरी फाइल में कन्वर्ट करने की प्रक्रिया को डांटने कन्वर्शन कहते हैं। इसमें आपको भारी मात्रा में एक ही बार में काम दे दिया जाता है जिसे आपको निश्चित दिनों में निपटाना होता है।
8. ऑनलाइन सर्वे
यह अधिकतर एडवरटाइजमेंट कंपनी करती हैं और इसके अंतर्गत वह ऑनलाइन सर्वे करवाती है ताकि उन्हें अपने प्रोडक्ट के प्रति ग्राहकों के नजरिया के बारे में जानकारी हासिल हो सके।
9. ऑडियो टू टेक्स्ट
इस प्रकार की डाटा एंट्री में आपको एक ऑडियो फाइल दी जाती है और उसे आपको टेक्स्ट फाइल में बदलना होता है।
10. कंटेंट राइटिंग
इस प्रकार का डाटा एंट्री का काम अधिकतर वेबसाइट और ब्लॉग के मालिक करवाते हैं। इसके अंतर्गत आपको आर्टिकल लिख कर के भेज देना होता है। यह आर्टिकल अलग-अलग मुद्दों पर होता है।
डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए योग्यता – Qualification to Become a Data Entry Operator
अगर डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए शैक्षिक योग्यता के बारे में बात की जाए तो इसके लिए आपका कम से कम इंटरमीडिएट पास होना आवश्यक है, हालांकि कुछ जगहों पर ग्रेजुएशन भी अनिवार्य रूप से मांगा जाता है। यह उस डिपार्टमेंट पर आधारित होता है, जिस डिपार्टमेंट में डाटा एंट्री ऑपरेटर की पोस्ट के लिए आप अप्लाई करते हैं या फिर आगे चलकर करेंगे।
डाटा एंट्री कैसे करते हैं? – How to Work in Data Entry in Hindi
इसके अंतर्गत आपको जो डाटा क्लाइंट के द्वारा दिया जाता है, आपको उसकी फीडिंग कंप्यूटर के अंदर करनी होती है। कंप्यूटर में आपको एमएस वर्ड, एक्सेल जैसे बहुत सारे सॉफ्टवेयर मिल जाते हैं। इसके अलावा कंप्यूटर में पावर पॉइंट नाम का सॉफ्टवेयर भी होता है, जो डाटा एंट्री करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
आपको जिस प्रकार का डाटा एंट्री अपने क्लाइंट के द्वारा करने के लिए कहा जाता है, आपको ठीक उसी प्रकार से डाटा एंट्री करनी होती है। आप जो भी डाटा इंटर करते हैं, आप जब चाहे उसमें कुछ भी बदलाव कर सकते हैं। डाटा एंट्री के अंतर्गत आपको कंप्यूटर में आवश्यकता के हिसाब से रोजाना नए डाटा डालने होते हैं साथ ही पुराने डाटा को अपडेट भी करना होता है। एमएस वर्ड, एक्सेल, गूगल शीट, गूगल डोरक कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर है, जो डाटा एंट्री करने के लिए भारी मात्रा में लोगों के द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं।
यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर पर तो चलते ही हैं साथ ही इनकी एंड्राइड एप्लीकेशन भी है। इसलिए आप अपने स्मार्टफोन के जरिए भी डाटा एंट्री का काम कर सकते हैं। हालांकि कंप्यूटर की स्क्रीन बड़ी होती है। इसलिए कंप्यूटर पर डाटा एंट्री करने में आसानी होती है। डाटा एंट्री सीखने के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्स भी मार्केट में अवेलेबल है जिसे आप अपनी सुविधा के अनुसार कर सकते हैं। सामान्य तौर पर डाटा एंट्री का कोर्स 3 महीने, 6 महीने या फिर 1 साल का होता है।
डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए आयु सीमा – Age Limit to Become Data Entry Operator
डाटा एंट्री ऑपरेटर बन्ने के लिए कोई “आधिकारिक” आयु सीमा नहीं है। लेकिन फिर भी जो डाटा एंट्री ऑपरेटर बनना चाहते हैं, उनकी उम्र 18 साल से 27 साल होनी चाहिए, वही जो लोग आरक्षण की श्रेणी में आते हैं, जैसे कि एससी एसटी और ओबीसी उन्हें नौकरियों में आरक्षण के तहत उम्र सीमा में छूट दी जाती है। सामान्य तौर पर एससी, एसटी समुदाय को उम्र सीमा में 5 साल की छूट और ओबीसी समुदाय को उम्र सीमा में 3 साल की छूट दी जाती है। इसके लिए उन्हें अपने आरक्षण का सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य है, तभी उन्हें उम्र सीमा में छूट की प्राप्ति होती है।
डाटा एंट्री ऑपरेटर की सैलरी कितनी होती है? – Salary of a Data Entry Operator
हमने आपको ऊपर ही यह बताया कि जो डाटा एंट्री करता है, उसे डाटा एंट्री ऑपरेटर कहा जाता है। इस प्रकार अगर कोई बंदा डाटा एंट्री ऑपरेटर की पोस्ट को प्राप्त कर लेता है, तो उसे सैलरी कंपनी के हिसाब से दी जाएगी। अगर आपने किसी बड़ी कंपनी में नौकरी प्राप्त करने में सफलता हासिल की है तो आपको स्टार्टिंग में ₹15000 से लेकर के ₹20000 तक की सैलरी महीने में मिलेगी।
अगर आपने किसी छोटी कंपनी में या फिर किसी छोटी जगह पर नौकरी ज्वाइन की है, तो आपको स्टार्टिंग में ₹10000 से लेकर के ₹11000 तक की सैलरी मिलेगी। एक्सपीरियंस बढ़ने पर आपकी सैलरी को बढ़ाया जाता है। अगर उम्मीदवार विदेश की किसी मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है तो उसकी सैलरी शुरुआत में ₹20,000 से लेकर ₹32,000 के आसपास हो सकती है।
डाटा एंट्री की नौकरी कैसे पाएं? – How to Get Data Entry Jobs
बड़ी-बड़ी कंपनियों से लेकर के छोटी मोटी दुकानों में भी डाटा एंट्री ऑपरेटर की आवश्यकता होती है। इसलिए अगर आप थोड़ी सी मेहनत करते हैं तो आपको निश्चित ही डाटा एंट्री की नौकरी मिल जाएगी। नीचे हमने आपके लिए कुछ ऐसे तरीके प्रस्तुत किए हैं, जो डाटा एंट्री का काम दिलाने में आपकी सहायता करेंगे।
- डाटा एंट्री से संबंधित फेसबुक ग्रुप को ज्वाइन करें और वहां पर नौकरी के लिए पोस्ट करें।
- फेसबुक पर ऐसे पेज से संपर्क करें जो डाटा एंट्री का काम दिलाने में सहायक हो।
- यह कुछ ऐसी वेबसाइट जिस पर आप अकाउंट बनाकर के डाटा एंट्री का काम प्राप्त कर सकते हैं।
- FREELANCING वाली वेबसाइट पर भी अपना अकाउंट बनाएं और डाटा एंट्री की नौकरी के लिए अप्लाई करें।
- अगर आपके घर के आसपास में राइस मिल है तो वहां पर भी डाटा एंट्री की नौकरी मिल सकती है।
- अपने लोकल स्तर पर पता करे कि कौन सी जगह पर डाटा एंट्री वर्कर की आवश्यकता है, वहां जाकर संपर्क करें।
डाटा एंट्री ऑपरेटर कौशल – Data Entry Operator Skills:
- डाटा एंट्री में टाइपिंग स्पीड बहुत ही मायने रखती है। इसलिए अपनी टाइपिंग स्पीड को अधिक से अधिक फास्ट करने का प्रयास करें।
- कम से कम इतना तो प्रयास करें कि आपकी टाइपिंग स्पीड हर मिनट में 35 से 40 वर्ड हो।
- कहीं-कहीं पर आपको हिंदी अथवा कहीं-कहीं पर आपको अंग्रेजी में डाटा एंट्री करनी होती है। इसलिए इन दोनों ही लैंग्वेज में डाटा एंट्री करने की स्पीड को लगातार तेज करें।
- डाटा एंट्री आप एक ही दिन में नहीं सीख सकते। इसलिए आपको इसकी रोजाना प्रैक्टिस करनी चाहिए। ऐसा करने पर 2 से 3 महीने के अंदर आप डाटा एंट्री तेजी के साथ करना सीख जाएंगे।
- यह भी ध्यान रखना कि डाटा एंट्री करने में आपसे कोई मिस्टेक ना हो। आपको बिल्कुल एक्यूरेट डाटा एंट्री करनी है।
- जब आप नौकरी के लिए अप्लाई करें तब आपको अपने बायोडाटा में अपनी टाइपिंग स्पीड की इंफॉर्मेशन अवश्य देनी है, क्योंकि अधिकतर कंपनी टाइपिंग स्पीड पर विशेष तौर पर ध्यान देती है।
- जब कभी भी आप डाटा एंट्री का इंटरव्यू देने जाए तब बिल्कुल कॉन्फिडेंस होकर के इंटरव्यू दे। इससे आपका सिलेक्शन होने की संभावना ज्यादा होती है।
- जिन भी सॉफ्टवेयर या फिर एप्लीकेशन से डाटा एंट्री की जाती है उन्हें अच्छे से ऑपरेट करना भी सीख ले। यह आपको एक अच्छा डाटा एंट्री ऑपरेटर बनाएंगी, साथ ही साथ कंप्यूटर की बेसिक इनफार्मेशन भी हासिल कर ले।
- डाटा इंट्री को घर पर रहकर भी सीखा जा सकता है परंतु अगर आप इसके बारे में अधिक विस्तार से जानना चाहते हैं, तो आपको कोई छोटा-मोटा डाटा एंट्री का कोर्स कर लेना चाहिए।
डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए अतिरिक्त कौशल – More Skills to Become a Data Entry Operator
सक्सेसफुल डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए आपके अंदर निम्न स्किल्स अथवा योग्यताएं होनी चाहिए।
1. भाषा का ज्ञान
अक्सर डाटा एंट्री का काम अधिकतर अंग्रेजी तथा हिंदी भाषा में ही किया जाता है, इसीलिए आपको इन दोनों भाषाओं की इंफॉर्मेशन होनी चाहिए। क्योंकि डाटा एंट्री करने के दरमिया डाटा एंट्री ऑपरेटर को अक्सर विभिन्न प्रकार की चीजों को ट्रांसलेट करना होता है यानी कि उसे किसी एक भाषा को किसी दूसरी भाषा में चेंज करना होता है, ऐसे में आपको अंग्रेजी और हिंदी भाषा की जानकारी होनी चाहिए ताकि लैंग्वेज या फिर स्पेलिंग में मिस्टेक ना हो और आपका काम पूरा साफ सुथरा रहे।
2. टाइपिंग स्पीड
एक सफल डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए आपको अपनी टाइपिंग स्पीड पर सबसे विशेष तौर पर ध्यान देना होता है, क्योंकि अक्सर सरकारी नौकरियों में जिसकी टाइपिंग स्पीड ज्यादा होती है उसे प्राथमिकता दी जाती है। इसके लिए आपको किसी प्रोफेशनल टाइपिंग सेंटर में कुछ दिनों के लिए टाइपिंग का कोर्स कर लेना चाहिए, वहां पर आपको प्रोफेशनल लोगों के द्वारा कंप्यूटर कीबोर्ड की शॉर्टकट के बारे में जानकारी दी जाती है।
एक डाटा एंट्री ऑपरेटर की अंग्रेजी या फिर हिंदी भाषा में टाइपिंग स्पीड अच्छी होनी चाहिए। अगर आप इन दोनों भाषाओं में अच्छी टाइपिंग कर लेते हैं, तो आपको नौकरियों में प्राथमिकता भी मिलेगी। अक्सर सरकारी नौकरियों में टाइपिंग की स्पीड प्रति मिनट 35 शब्दों की मांगी जाती है, इसीलिए अगर आप प्रैक्टिस करते हैं तो आप प्रति मिनट 35 शब्द तो क्या प्रति मिनट 35 से भी ज्यादा शब्द टाइप कर पाएंगे।
3. कंप्यूटर इंफॉर्मेशन
डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए आपको कंप्यूटर की भी जानकारी होनी चाहिए, जिसमें आपको टाइपिंग के साथ स्कैन करना, ईमेल को सेंड करना इत्यादि जानकारी होनी जरूरी है। साथ ही आपको एमएस वर्ड, एमएस एक्सल, पावरप्वाइंट, गूगल डॉक्स, एडिटिंग की इंफॉर्मेशन होनी चाहिए।
4. डाटा एंट्री कोर्स
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, आपको डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए किसी भी प्रकार के विशेष कोर्स को करने की जरूरत नहीं है। परंतु अगर आप किसी सरकारी विभाग में आगे चलकर आवेदन करना चाहते हैं या फिर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको स्टेनोग्राफर, आईटीआई या फिर डाटा एंट्री ऑपरेटर का कोर्स करना चाहिए। यह आपके लिए आगे चलकर फायदेमंद होगा विभिन्न प्रकार की नौकरियों में।
डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी और जिम्मेदारियां – Job and Responsibilities of a Data Entry Operator
एक डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम और जिम्मेदारी निम्नानुसार है।
- कंपनी के बैलेंस शीट को मेंटेन करना
- कंपनी के रोजाना डाटा को कंप्यूटर में एंटर करना
- डाटा को व्यवस्थित ढंग से मेंटेन करना
- कंपनी में कौन आया कौन गया उसकी इंफॉर्मेशन इंटर करना
- सैलरी Slip मेंटेन करना
- चेक क्लीयरेंस की सीट मेंटेन करना
- बॉस के मांगने पर डाटा को पेश करना इत्यादि।
डाटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स करने के फायदे – Advantages of Doing Data Entry Operator Course
अगर आप डाटा एंट्री ऑपरेटर का कोर्स सफलतापूर्वक कर लेते हैं, तो आपको नौकरियों के लिए यहां वहां पर भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, क्योंकि चाहे छोटी कंपनी हो कोई भी बड़ी कंपनी हो, सभी अपने रिकॉर्ड को मेंटेन करने के लिए डाटा एंट्री ऑपरेटर को नौकरी पर रखते हैं। ऐसे में डाटा एंट्री ऑपरेटर के कोर्स को करने के बाद आप ऐसी हर कंपनी में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं, जहां पर इस पोस्ट की वैकेंसी निकलती है। इस कोर्स को करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप विभिन्न प्रकार की सरकारी नौकरियों के लिए भी आवेदन देने के काबिल हो जाते हैं।
डाटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान – Best Institute for Data Entry Operator Course
आपको बता दें कि डाटा एंट्री ऑपरेटर बनना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है। इसीलिए आप डाटा एंट्री ऑपरेटर के कोर्स को अपने घर के आसपास स्थित किसी प्राइवेट इंस्टिट्यूट से भी कर सकते हैं या फिर आप गवर्नमेंट आईटीआई से भी डाटा एंट्री का कोर्स कर सकते हैं।
डाटा एंट्री कोर्स की अवधि और होने वाला खर्च – Data Entry Course Duration and Fee
कुछ डाटा एंट्री के कोर्स 3 महीने के होते हैं तो कुछ 6 महीने के होते हैं, तो वहीं कुछ डाटा एंट्री का कोर्स 1 साल के होते हैं। Data Entry Course Fee इस बात पर आधारित होता है कि आप डाटा एंट्री ऑपरेटर का कोर्स कौन से इंस्टिट्यूट से कर रहे हैं। हमारा मतलब है कि अगर आप सरकारी इंस्टीट्यूट से डाटा एंट्री का कोर्स करते हैं तो आपको लगभग 2500 से लेकर ₹3000 तक की फीस भरनी पड़ सकती है। वहीं अगर आप प्राइवेट इंस्टिट्यूट से डाटा एंट्री का कोर्स करते हैं, तो आपको इसके लिए ₹5000 से लेकर 7500 तक खर्च करने पड़ सकते हैं।
डाटा एंट्री ऑपरेटर में करियर स्कोप और नौकरी – Career Scope and Job in Data Entry Operator
डाटा एंट्री ऑपरेटर का कोर्स करने के बाद कैरियर के तहत व्यक्ति के सामने बहुत सारे रास्ते खुले होते हैं, वह किसी भी सरकारी अथवा प्राइवेट इंस्टिट्यूट में डाटा एंट्री की नौकरी के लिए आवेदन दे सकता है। अक्सर कंपनियों में डाटा एंट्री की पोस्ट की डिमांड होती ही है। ऐसे में व्यक्ति को नौकरी के लिए ज्यादा भटकने की आवश्यकता नहीं होती है। व्यक्ति चाहे तो ऑनलाइन फ्रीलांसिंग करके भी घर बैठे ही डाटा एंट्री का काम कर सकता है और मनी अर्न कर सकता है।
डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए कितनी पढ़ाई आवश्यक है?
दसवीं पास
डाटा एंट्री का कोर्स कितने दिनों का होता है?
3 महीने, 6 महीने, 1 साल
डाटा एंट्री कोर्स करने के बाद कौन सी फील्ड में नौकरी मिलती है?
प्राइवेट, गवर्नमेंट
डाटा एंट्री करने के बाद जल्दी से नौकरी कैसे पाएं?
किसी दुकान में नौकरी प्राप्त कर लें।
क्या डाटा एंट्री की नौकरी पाने में टाइपिंग स्पीड मायने रखती है?
जी हां
निष्कर्ष
आशा है आपको data entry kaise kare के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में data entry kya hai (What is Data Entry Operator in Hindi) और डाटा एंट्री कैसे करते है को लेकर आपका कोई सवाल है, तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो, तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को data entry course in hindi के बारे में जानकारी मिल सके।