आज हम जानेंगे अपनी कुंडली कैसे देखें की पूरी जानकारी (Kundli Kaise Dekhe) के बारे में क्योंकि कहते हैं कि अगर विश्वास हो तो पत्थर में भी भगवान नजर आते हैं और अगर विश्वास ना हो तो सामने भगवान खड़े होने पर भी लोग उन्हें पहचान नहीं पाते हैं। हिंदू धर्म के अंदर कर्मकांड के बारे में कुछ ज्यादा ही बताया गया है। जीवन में हर व्यक्ति सफल होने के लिए जी तोड़ मेहनत करता है परंतु पूरे लगन से मेहनत करने के बावजूद जब सफलता का स्वाद उसे चखने को नहीं मिलता है,
तब वह इतना हैरान और परेशान हो जाता है कि उसके अंदर आत्महत्या करने तक के ख्याल आने लगते हैं। हालांकि जो लोग भगवान पर विश्वास करते हैं उन्हें यह पता होता कि कहीं ना कहीं उनकी कुंडली में कोई दोष है और फिर वह अपनी समस्या और अपनी कुंडली की जानकारी लेकर के किसी अच्छे पंडित के पास जाते हैं। आज के इस लेख में जानेंगे कि kundli kaise dekhe, kundli kaise banaye, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
कुंडली क्या होता है? – What is Horoscope in Hindi

आजकल तो डिजिटल युग में कंप्यूटर पर भी कुंडली बनने लगी है परंतु पहले के समय में कुंडली या तो ताम्रपत्र पर लिख करके तैयार की जाती थी या फिर कागज पर लिख करके बनाई जाती थी। कुंडली वह वस्तु है, जिसमें किसी भी व्यक्ति के भूत भविष्य और वर्तमान काल के बारे में जानकारी होती हैं, जो की सांकेतिक तौर पर होती है। इसलिए इसे हर कोई नहीं जान सकता।
जो कुंडली का जानकार व्यक्ति है, वही kundli को पढ सकता है अथवा कुंडली को देख सकता है। कुंडली में कौन सा ग्रह किस जगह पर स्थित है? कौन सी राशि में कौन सा स्वामी बैठा हुआ है? कौन सा ग्रह शुभ फल दे रहा है? कौन सा ग्रह खराब रिजल्ट दे रहा है? इन सब बातों की जानकारी होती है। टोटल 12 खाने आपको कुंडली के अंदर दिखाई देते हैं और इन 12 खाने में अलग-अलग राशि और ग्रह मौजूद होते हैं।
kundli के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि व्यक्ति अपने जीवन में तरक्की करेगा अथवा नहीं अथवा उसे जीवन में कब कौन सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। एक प्रकार से आप यह कह सकते हैं कि कुंडली किसी भी व्यक्ति के भविष्य को जानने का एक कारगर माध्यम है।
कुंडली कैसे देखें? – How to know your Horoscope in Hindi
हिंदू धर्म में पूर्व जन्म के बारे में आपने कहीं ना कहीं अवश्य पढा होगा अथवा सुना होगा। ऐसा कहा जाता है कि पुराने जन्मों में हमने जो पाप किए होते हैं, उसका प्रयश्चित हमें इस जन्म में करना पड़ता है। हिंदू धर्म के अंदर राशियों का भी बड़ा जिक्र है और हर व्यक्ति की राशि अलग अलग होती है। इसलिए हर व्यक्ति की कुंडली भी अलग-अलग होती है।
ये भी पढ़ें : जन्म कुंडली क्या है? सिर्फ 2 minute में Online बनाए Janam kundali
ऐसा कहा जाता है कि कुंडली किसी भी व्यक्ति के जिंदगी के भूतकाल से लेकर के उसके भविष्य काल तक की घटनाएं बताने में सहायक होती हैं परंतु सामान्य इंसान को kundli देखना नहीं आता है। इसलिए वह अपने जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं से अनजान रहता है। पंडित जी ही एकमात्र ऐसा सहारा होते हैं जो कुंडली देखकर के किसी भी व्यक्ति के भूत भविष्य और वर्तमान काल के बारे में जानकारी देते हैं।
कुंडली देखने के लिए क्या करें?
सामान्य तौर पर देखा जाए तो हमारे पास हमारे कुंडली मौजूद होने पर भी हम उसे नहीं देख सकते हैं क्योंकि कुंडली में कुछ ऐसे गूढ़ रहस्य और संकेत होते हैं जिन्हें कोई पंडित जी ही समझ पाते हैं। इसीलिए हम अपनी कुंडली लेकर के पंडित जी के पास जाते हैं और उन्हें दक्षिणा दे करके अपनी kundli दिखाते हैं परंतु अब आप खुद से भी अपनी कुंडली देख सकते हैं और अपनी जिंदगी के बारे में जान सकते हैं। आइए आपको इंफॉर्मेशन देते हैं कि कैसे आप कुंडली देखने का तरीका जान करके कुंडली देख सकते हैं।
1. कुंडली में ग्रहों और नक्षत्रों के बारे में लिखा होता है, जिसे समझना आम इंसान के बस की बात नहीं होती है। इसीलिए हमने उन सभी बातों को छोड़कर के नीचे आपके लिए कुंडली देखने का आसान तरीका ढूंढ के लाए है। अपनी kundli को देखने के लिए सबसे पहले हमने नीचे जो लिंक दिया है, आपको उसके ऊपर क्लिक करना है। ऐसा करने पर आप एक वेबसाइट पर चले जाएंगे।
2. वेबसाइट पर पहुंचने के बाद आपको “अपना जन्म विवरण दर्ज करें” वाले सेक्शन के नीचे कुछ जानकारियों को भरने के लिए कहा जाएगा। उन सभी जानकारियों को आप को बिल्कुल सही सही भरना है। वह जानकारियां इस प्रकार होंगी।

- नाम : यहां पर अपना नाम डाले।
- लिंग : आप महिला है या पुरुष, उसका सिलेक्शन करें।
- जन्म तिथि : कौन सी तारीख को आप पैदा हुए, वह यहां पर डालें।
- जन्म का समय : आपके जन्म का समय क्या था, वह यहां पर डालें।
- जन्म स्थान : भारत के किस राज्य में किस जिले में आप पैदा हुए, वह यहां पर डालें।
3. ऊपर बताई गई सभी जानकारियों को जब आप भर ले तब नीचे जो पीले कलर के बैकग्राउंड में आपको “अपनी जन्म कुंडली प्राप्त करें” कि बटन दिखाई दे रही है, उसे आप को दबाना है। इतना करने पर ही आपको अपनी जन्म कुंडली अपने डिवाइस की स्क्रीन पर दिखाई दे रही होगी।

अब आप यह देख सकते हैं कि आपकी कुंडली में कोई दोष है अथवा नहीं, आपकी कुंडली में कौन सा ग्रह किस स्थान पर है, आपकी राशि का नाम क्या है, आप के लिए कौन सा अंक शुभ है, आपके लिए कौन सा कलर सही है, आपको किस मंत्र का जाप करना चाहिए इत्यादि तथा अन्य कई जानकारी आप अपने स्क्रीन पर देख सकते हैं।
कुंडली में आने वाले ग्रहों के नाम क्या है?
- सूर्य ग्रह
- चन्द्र ग्रह
- मंगल ग्रह
- बुध ग्रह
- बृहस्पति ग्रह
- शुक्र ग्रह
- शनि ग्रह
- राहू ग्रह
- केतु ग्रह
कुंडली में कितने भाव होते हैं?
- प्रथम भाव
- द्वितीय भाव
- तृ्तीय भाव
- चतुर्थ भाव
- पंचम भाव
- षष्ठ भाव
- सप्तम भाव
- अष्टम भाव
- नवम भाव
- दशम भाव
- एकादश भाव
- द्वादश भाव
राशियों के स्वामी का नाम क्या है?
- मेष: मंगल
- वृष: शुक्र
- मिथुन: बुध
- कर्क: चन्द्रमा
- सिंह: सूर्य
- कन्या: बुध
- तुला: शुक्र
- वृश्चिक: मंगल
- धनु: गुरु
- मकर: शनि
- कुम्भ: शनि
- मीन: गुरु
जन्म कुंडली के फायदे क्या है? – Benefits of Horoscope in Hindi
कुंडली के जरिए आप अपनी जिंदगी में आने वाले बुरे संकट के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं और उसे सही करने के उपाय कर सकते हैं। इसके जरिए यह जाना जा सकता है कि कौन सा ग्रह आपको बुरे प्रभाव दे रहा है। आप ऊस ग्रह की शांति करवा सकते हैं। आपको जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए किस ग्रह की पूजा करनी चाहिए अथवा क्या करना चाहिए उसकी जानकारी भी आपको कुंडली के जरिए ही प्राप्त हो जाएगी।
अपनी पसंद की शादी करने के लिए भी kundli को इस्तेमाल में लिया जाता है। कुंडली के द्वारा आप अपना भूत, भविष्य और वर्तमान जान सकते हैं जिससे आप अपने भविष्य की बेहतर प्लानिंग कर सकते हैं। कुंडली के द्वारा यह भी जाना जा सकता है कि आपकी kundli में कोई दोष है अथवा नहीं और अगर है तो उसे दूर कैसे किया जाए।
अपनी जन्म कुंडली कैसे बनाएं? – How to make your own Kundli in Hindi
kundli देखने के अलावा आप अपनी खुद की जन्म कुंडली भी तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको जन्म कुंडली बनाने वाली एप्लीकेशन का सहारा लेना पड़ेगा। नीचे हम आपको एप्लीकेशन के जरिए जन्मकुंडली रेडी करने की विधि बता रहे हैं।
1. AstroSage Kundli Astrology, इस एप्लीकेशन को सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर से जा करके सर्च करके डाउनलोड कर ले और एप्लीकेशन को ओपन करें।
2. एप्लीकेशन ओपन करने के बाद जिस लैंग्वेज में आप इसे चलाना चाहते हैं उस लैंग्वेज का सिलेक्शन करें और नेक्स्ट बटन दबा दें।
3. अब आपको नीचे की साइड में एक स्किप की बटन दिखाई दे रही होगी, उसे दबा दें।
4. अब एप्लीकेशन के होम पेज पर आपको बहुत सारे ऑप्शन दिखाई दे रहे होंगे,उन ऑप्शन में से आपको जन्म कुंडली वाले ऑप्शन को दबाना है।
5. अब आपको कुछ जानकारियों को भरने के लिए कहा जाएगा। जैसे कि आपका नाम, आपका लिंग, आपकी जन्म तिथि, आपके जन्म का समय, आपके जन्म का स्थान।
6. इन सभी जानकारियों को आप को बिल्कुल सही सही भर देना है और आप को डन की बटन दबाना है।
7. अब आपसे यह पूछा जाएगा कि क्या यह कुंडली आपकी ही है। ऐसे में आपको यस वाले ऑप्शन को दबा देना है।
बस इतना करते ही 2 सेकेंड के अंदर ही आपकी जन्मकुंडली रेडी हो कर के आपकी स्क्रीन पर आ जाएगी। आप चाहे तो इसका स्क्रीनशॉट भी ले सकते हैं या फिर इसे पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड भी कर सकते हैं।
कुंडली का इस्तेमाल क्या है?
वैसे तो इसके अनेकों इस्तेमाल हैं परंतु इसका मुख्य तौर पर इस्तेमाल लड़के और लड़की की शादी तय करने के दरमियान किया जाता है। इसके जरिए यह देखा जाता है कि उनके कितने गुण आपस में मिल रहे हैं।
कुंडली में अगर दोष है तो वह दोष कैसे दूर होगा?
अगर कुंडली में कोई दोष है तो आप पंडित से इसके बारे में पूछ सकते हैं। वह आपको दोष दूर करने के उपाय बताएंगे।
कुंडली बनाने के लिए क्या आवश्यक होता है?
आपके जन्म का दिन और आपके जन्म का समय कुंडली बनाने के लिए महत्वपूर्ण होता है।
क्या ऑनलाइन कुंडली बनाने वाली एप्लीकेशन अथवा वेबसाइट पर भरोसा किया जा सकता है?
आप इन पर 90 परसेंटेज भरोसा कर सकते हैं।
ऑनलाइन कुंडली बनाने वाली सबसे अच्छी एप्लीकेशन का नाम क्या है?
Astrosage Kundli, Kundli in Hindi, Clickastro kundli Astrology
निष्कर्ष
आशा है आपको कुंडली क्या होता है के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में Kundli Kaise Dekhe (How to know your Horoscope in Hindi) और कुंडली कैसे देखें को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को Kundli Kaise Dekhe में जानकारी मिल सके।