आज हम जानेंगे मुख्यमंत्री (Chief Minister) कैसे बने पूरी जानकारी (How To Become Chief Minister In Hindi) के बारे में क्योंकि किसी भी देश का शासन सही प्रकार से चलाने के लिए वहां पर एक लोकतांत्रिक गवर्नमेंट का होना काफी ज्यादा आवश्यक होता है, क्योंकि गवर्नमेंट ही उस देश को सही ढंग से चलाती है और उस देश का विकास किस प्रकार से करना है, इससे संबंधित नीतियों का निर्माण करती है और दुनिया के अन्य देशों के साथ अपने देश के संबंधों को मजबूत बनाती है।
हमारे देश की बात की जाए, तो हमारा भारत देश एक विशाल जनसंख्या वाला देश है, हमारे देश में तकरीबन 28 से 29 राज्य तथा 8 केन्द्र-शासित प्रदेश हैं, जिन्हें संभालने की जिम्मेदारी उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के ऊपर होती है। आज के इस लेख में जानेंगे कि Chief Minister Kaise Bane, मुख्यमंत्री बनने के लिए क्या करे, Chief Minister Meaning In Hindi, CM Kya Hota Hai, मुख्यमंत्री बनने का तरीका, Chief Minister Kaise Bante Hain, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
मुख्यमंत्री किसे कहते है? – What is CM (Chief Minister) Information in Hindi?

CM को अंग्रेजी में Chief Minister कहा जाता है और इसे हिंदी में मुख्यमंत्री कहा जाता है। किसी भी राज्य के Chief Minister का चुनाव उस राज्य की जनता के द्वारा किया जाता है। जो गवर्नमेंट सबसे ज्यादा सीटें जीतती है, उसे ही उस राज्य में सरकार बनाने का न्योता राज्यपाल के द्वारा दिया जाता है और फिर वह गवर्नमेंट उस राज्य में अपनी सरकार बनाती है और अपनी गवर्नमेंट के ही किसी विधायक या फिर सांसद को उस राज्य का मुख्यमंत्री का पद प्रदान करती है।
आपको यह जानकर भी आश्चर्य होगा कि साल 1935 के एक अधिनियम के तहत प्रधानमंत्री की उपाधि मुख्यमंत्री को भी दी गई थी, क्योंकि साल 1935 के आसपास में प्रधानमंत्री का पद नहीं था, क्योंकि हमारा भारत देश अंग्रेजों का गुलाम था। जिस प्रकार किसी भी देश के पीएम के ऊपर उस देश का विकास करने की जिम्मेदारी होती है, उसी प्रकार किसी भी स्टेट का डेवलपमेंट करने की जिम्मेदारी उस स्टेट के मुख्यमंत्री यानी की Chief Minister की होती है।
मुख्यमंत्री कैसे बने? – How to become CM?
जिस प्रकार हमारे देश को संभालने की जिम्मेदारी भारत के प्रधानमंत्री के ऊपर होती है, वैसे ही भारत में मौजूद विभिन्न राज्यों को संभालने की जिम्मेदारी उन राज्यों में मौजूद Chief Minister की होती है। मुख्यमंत्री की पोस्ट किसी भी राज्य में सबसे महत्वपूर्ण पोस्ट मानी जाती है। Chief Minister अपने राज्य का किस प्रकार से डेवलपमेंट करना है, इसके बारे में अपने मंत्रिमंडल के साथ मिलकर नीतियां बनाता है और उस पर अमल करके अपने राज्य का विकास करता है।
मुख्यमंत्री बनने के लिए क्या करें? – What to do to become CM?
किसी भी राज्य का मुख्यमंत्री यानी कि Chief Minister बनने के लिए आपको किसी न किसी पार्टी के साथ जुड़ना ही होता है़, क्योंकि जो पार्टी जितनी ज्यादा सीटें जीतती है, उसी पार्टी की सरकार उस राज्य में बनती है और उसी पार्टी से कोई एक व्यक्ति उस राज्य में मुख्यमंत्री की पोस्ट को प्राप्त करता है। इसके अलावा भी सीएम बनने के लिए आपको कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है, जिसके बारे में हम आपको बताने वाले हैं, तो आइए जानते हैं कि CM कैसे बने और मुख्यमंत्री बनने के लिए क्या करना पड़ता है।
मुख्यमंत्री बनने के लिए योग्यता – Qualification to become Chief Minister
आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि, इंडिया में मुख्यमंत्री की पोस्ट प्राप्त करने के लिए किसी एजुकेशनल क्वालीफिकेशन की जरूरत नहीं होती है, परंतु अगर आपने दसवीं कक्षा पास किया है, तो यह आपके लिए ही बढ़िया रहेगा। इसके अलावा अगर आपने अन्य कोई उच्च शिक्षा ग्रहण की है, तो वह और भी बढ़िया रहेगा। किसी भी राज्य का मुख्यमंत्री बनने के लिए या फिर Chief Minister बनने के लिए आप के ऊपर कोई भी क्रिमिनल केस नहीं होना चाहिए। हालांकि हमारे इंडिया में तो क्रिमिनल केस वाले लोगों को भी मुख्यमंत्री बना दिया जाता है।
Chief Minister बनने के लिए सबसे पहले तो आपको सांसद, विधायक या फिर एमएलए बनना पड़ता है और इन पदों को प्राप्त करने के लिए आप को अधिक से अधिक समय जनता के बीच गुजारना पड़ता है, क्योंकि जनता ही आपको वोट देती है, जिसके Vote के कारण आप पॉलिटिक्स में आगे बढ़ते हैं। Chief Minister बनने के लिए आपको लोगों के सुख दुख में सहभागी होना पड़ता है। यह बड़े से बड़े नेता लोग भी करते हैं। ऐसा करने से उन्हें जनता की सहानुभूति मिलती है, जो आगे चलकर इलेक्शन में वोट में तब्दील हो जाती है।
मुख्यमंत्री बनने के लिए पर्चा दाखिला
Chief Minister बनने के लिए व्यक्ति जिस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहता है, वहां पर उसे अपना पर्चा दाखिला करना पड़ता है। यह पर्चा दाखिला उस जिले के जिलाधिकारी के पास करना होता है। इस पर्चा दाखिले में वह अपने आवश्यक डॉक्यूमेंट जमा करता है और एक शपथ पत्र भी देता है, जिसके अंदर इस बात की इंफॉर्मेशन होती है कि उसके पास टोटल कितनी संपत्ति है, उसके पास कितने वाहन हैं, उसकी बैंक में कितना बैलेंस है इत्यादि।
इसके अलावा यह भी जानकारी देता है कि उसके ऊपर कोई क्रिमिनल केस है या नहीं और अगर है तो कितने हैं। पर्चा दाखिला यानी की नामांकन में सीएम बनने की इच्छा रखने वाला उम्मीदवार अपनी वैलिड आईडी प्रूफ भी जमा करता है जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादि। इसके अलावा वह जिस समुदाय से संबंध रखता है, उसका सर्टिफिकेट भी जमा करता है, साथ ही चार पासपोर्ट साइज के रंगीन फोटो भी जमा करता है और जो जमानत राशि होती है, उसे भी जमा करता है।
मुख्यमंत्री की नियुक्ति – Appointment of Chief Minister
कई लोगों को यह जानने की इच्छा होती है कि आखिर Chief Minister की नियुक्ति कैसे होती है, तो हम आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि, जब किसी राज्य में इलेक्शन होते हैं, तो उस राज्य के इलेक्शन में विभिन्न प्रकार की पार्टियां चुनाव लड़ती है, उन चुनाव में जिस पार्टी को सबसे ज्यादा विधानसभा की सीट प्राप्त होती है, उसी पार्टी की गवर्नमेंट उस राज्य में बनती है। इसके बाद राज्यपाल के द्वारा एक निश्चित दिन अधिक सीट जीती हुई पार्टी को उस राज्य में गवर्नमेंट बनाने का न्योता दिया जाता है।
इस प्रकार जिस पार्टी में सबसे अधिक सीटें जीती होती हैं, उस पार्टी की बैठक होती है और बैठक में उसी पार्टी के किसी एक मेंबर के नाम पर मुहर लगती है और उसी व्यक्ति को शपथ ग्रहण समारोह के दरमियान उस राज्य के मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेनी होती है। इसके बाद उस पार्टी के अन्य मेंबर भी अपने अपने मंत्रालय की शपथ लेते हैं। जैसे किसी को कपड़ा मंत्रालय दिया जाता है, तो किसी को रोड ट्रांसपोर्ट मंत्रालय दिया जाता है।
मुख्यमंत्री बनने की प्रक्रिया – Process of Becoming Chief Minister
आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि, मुख्यमंत्री बनने की प्रक्रिया सबसे पहले मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली, विधायक या फिर सांसद बनकर होती है। इसके लिए सबसे पहले तो आपको एमएलए, सांसद या फिर विधायक बनना है। इसके बाद जब वर्तमान गवर्नमेंट का कार्यकाल खत्म होता है, तब इलेक्शन कमिशन के द्वारा एक निश्चित दिन नई गवर्नमेंट की गठन के लिए इलेक्शन की घोषणा की जाती है। इस प्रकार आपको अपनी विधानसभा सीट से अपनी पार्टी के झंडे के तहत इलेक्शन लड़ने के लिए पर्चा दाखिला करना पड़ता है।
नामांकन दाखिल करने के बाद अथवा पर्चा दाखिला करने के बाद चुनाव होते हैं और अगर उस चुनाव में आप अपनी सीट से विजय प्राप्त करते हैं और आपकी पार्टी भी उस चुनाव में सबसे अधिक सीट जीतने में कामयाब हो जाती है, तो इलेक्शन कमिशन के द्वारा आपकी पार्टी को उस राज्य का विजेता घोषित किया जाता है। इसके बाद राज्यपाल के द्वारा आपको गवर्नमेंट बनाने का न्योता दिया जाता है। इसके बाद आपको एक तय दिन अपनी पूरी टीम के साथ मुख्यमंत्री या फिर Chief Minister के पद की शपथ लेनी होती है और इसके बाद आप उस राज्य के मुख्यमंत्री बन जाते हैं।
मुख्यमंत्री का कार्य – Work of Chief Minister
किसी भी राज्य का Chief Minister बन जाने के बाद Chief Minister का सबसे पहला काम होता है कि वह अपने मंत्रिमंडल का निर्माण करें और मंत्रिमंडल में शामिल सभी लोगों को उनकी योग्यता के हिसाब से अलग-अलग मंत्रालय सौंपे। चीफ मिनिस्टर बन जाने के बाद व्यक्ति को अपने राज्य के विकास पर विशेष तौर पर ध्यान देना होता है। इसीलिए वह अपने राज्य का विकास किस प्रकार से करना है, इसके लिए नीति आयोग से सलाह मशवरा करता है। इसके अलावा वह अपने मंत्रिमंडल में शामिल अन्य लोगों से भी इसके बारे में सलाह करता है।
आदमी जिस राज्य का चीफ मिनिस्टर होता है, उस राज्य का राज्यपाल कोई भी काम चीफ मिनिस्टर पर विश्वास करके ही कर सकता है। चीफ मिनिस्टर अपने राज्य में किसी भी पुलिस अधिकारी को किसी भी अन्य जिले में ट्रांसफर कर सकता है या फिर दोषी पाए जाने पर उसे सस्पेंड कर सकता है। इसके अलावा चीफ मिनिस्टर किसी हाई प्रोफाइल मामले की जांच के लिए केंद्र सरकार से सीबीआई जांच करने के लिए रिक्वेस्ट कर सकता है या फिर वह खुद ही एसआईटी गठित कर सकता है।
मुख्यमंत्री के पद का कार्यकाल – Tenure of Chief Minister
जब कोई व्यक्ति किसी राज्य का मुख्यमंत्री बनता है, तो उसका कार्यकाल टोटल 5 साल का होता है और 5 साल के बाद उस राज्य में फिर से इलेक्शन कमिशन के द्वारा इलेक्शन करवाए जाते हैं और उस इलेक्शन में जिस पार्टी की जीत होती है, उसे उस राज्य में सरकार बनाने का मौका मिलता है। कई राज्यों में जो पहले की गवर्नमेंट होती है, वही चुनाव जीत जाती है तो कई राज्यों में दूसरी पार्टी चुनाव जीतती है।
मुख्यमंत्री का पद से निष्कासन
वैसे तो चीफ मिनिस्टर के पद का कार्यकाल टोटल 5 साल का होता है, परंतु 5 साल से पहले भी चीफ मिनिस्टर को या फिर उसकी सरकार को भंग किया जा सकता है। अगर चीफ मिनिस्टर के ऊपर किसी गंभीर अपराध का आरोप लगता है या फिर उसके ऊपर बड़ी मात्रा में भ्रष्टाचार का आरोप लगता है, तो उस राज्य की सरकार भंग भी की जा सकती है और सरकार भंग करने के बाद उस राज्य में जब तक चुनाव नहीं हो जाते हैं, तब तक राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है और जब इलेक्शन होते हैं और फिर कोई नई गवर्नमेंट बनती है, तो राष्ट्रपति शासन को उस राज्य से हटा लिया जाता है।
मुख्यमंत्री का वेतन – Salary of Chief Minister
इंडिया के हर राज्य में Chief Minister को अलग-अलग सैलरी प्राप्त होती है। अगर हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की सैलरी के बारे में बात करें तो इन्हें महीने में तकरीबन 1,40,000 से लेकर 1,80,000 तक की सैलरी प्राप्त होती है। इसके अलावा भी गवर्नमेंट की तरफ से चीफ मिनिस्टर को अन्य कई सुविधाएं दी जाती हैं।
निष्कर्ष
आशा है आपको CM Details In Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में Chief Minister Kaise Bane (How To Become CM In Hindi) और मुख्यमंत्री कैसे बने? अगर इस बारे में आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को Chief Minister Kya Hota Hai के बारे में जानकारी मिल सके।
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