आज हम जानेंगे हीमोग्लोबिन टेस्ट क्या है और कैसे किया जाता है की पूरी जानकारी (Hemoglobin Test in Hindi) के बारे में क्योंकि किसी भी बीमारी के बारे में पता लगाने के लिए डॉक्टरो के द्वारा विभिन्न प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं जिनका उद्देश्य होता है आखिर व्यक्ति को बीमारी कौन से कारण से हुई है उसका पता लगाना क्योंकि जब डॉक्टरों को इस बात की जानकारी हासिल होती है कि रोगी को कौन सी बीमारी है तो वह उसकी बीमारी के हिसाब से ही उसका इलाज करना चालू करते हैं।
इसीलिए अलग-अलग टेस्ट अलग-अलग बीमारी का पता लगाने के लिए किया जाता है। हीमोग्लोबिन टेस्ट भी एक ऐसा टेस्ट है, जो अधिकतर लेबोरेटरी में किया जाता है क्योंकि इसकी गिनती नॉर्मल टेस्ट में होती है। आज के इस लेख में जानेंगे कि Hemoglobin Test Kya Hota Hai, हीमोग्लोबिन टेस्ट क्यों किया जाता है, Hemoglobin Kitna Hona Chahiye, हीमोग्लोबिन टेस्ट कैसे होता है, Hemoglobin Test in Hindi, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
हीमोग्लोबिन टेस्ट क्या होता है? – What is Hemoglobin Test in Hindi
अगर आप ने इंटरनेट पर कहीं HB TEST लिखा हुआ देखा है तो उसका मतलब हीमोग्लोबिन टेस्ट ही होता है। इस प्रकार यह समझे कि हीमोग्लोबिन टेस्ट और एचबी टेस्ट दोनों एक ही है। इस टेस्ट को करके यह पता लगाया जाता है कि व्यक्ति के बॉडी में हीमोग्लोबिन का लेवल कितना है, उसकी बॉडी में हीमोग्लोबिन का लेवल कम है या फिर ज्यादा है। अगर हीमोग्लोबिन का लेवल कम है तो उसे बढ़ाने के फिर तरीके आजमाए जाते हैं।
हीमोग्लोबिन की जानकारी
हर इंसान की बॉडी में हीमोग्लोबिन के अंदर ही रेड ब्लड सेल्स यानी की लाल रक्त कोशिका उपलब्ध होती है और जब इसकी काउंटिंग यानी की गिनती हमारी बॉडी में कम हो जाती है तो हमारी बॉडी में हीमोग्लोबिन का लेवल अर्थात हीमोग्लोबिन का स्तर भी कम हो जाता है और इसका सबसे पहला असर हमारी बॉडी पर यह होता है कि हमें कमजोरी महसूस होने लगती है। इसके अलावा भी कुछ बीमारियां ऐसी हैं, जो हीमोग्लोबिन की कमी के कारण हमें हो जाती है। इसलिए हीमोग्लोबिन का टेस्ट करके उन बीमारियों का पता लगाया जाता है।
हीमोग्लोबिन टेस्ट क्यों किया जाता है? – Why Hemoglobin Test is Done
एनीमिया एक ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में यह कहा जाता है कि जब किसी व्यक्ति की बॉडी में हीमोग्लोबिन का लेवल सामान्य से नीचे चला जाता है तो उसे एनीमिया नाम की बीमारी हो जाती है, तो इस प्रकार से हम यह समझ सकते हैं कि हीमोग्लोबिन का टेस्ट इसलिए किया जाता है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या व्यक्ति की बॉडी में हीमोग्लोबिन की कमी हो गई है और इसीलिए उसे एनीमिया की बीमारी हो गई है।
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इसके अलावा इस टेस्ट को करके यह बात भी जानी जा सकती है कि किसी इंसान के शरीर में खून का लेवल सामान्य है या फिर खून का लेवल कम हो गया है। अगर किसी व्यक्ति को लगातार कम भूख लगने की समस्या, सिर दर्द करने की समस्या, कमजोरी की समस्या या फिर चक्कर आने की समस्या होती है तो डॉक्टर के द्वारा उसे हीमोग्लोबिन टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है।
हीमोग्लोबिन टेस्ट कैसे किया जाता है? – How Hemoglobin Test is Done
हीमोग्लोबिन किसी भी इंसान की बॉडी में मौजूद खून के अंदर होता है। इसीलिए हीमोग्लोबिन का टेस्ट करने के लिए सबसे पहले उस व्यक्ति की बॉडी में से इंजेक्शन के द्वारा थोड़ा सा खून निकाला जाता है जिस व्यक्ति को डॉक्टर ने हीमोग्लोबिन का टेस्ट करने के लिए भेजा है या फिर जो अपना हीमोग्लोबिन टेस्ट करवाना चाहता है।
अगर आपको डॉक्टर के द्वारा हीमोग्लोबिन का टेस्ट करवाने के लिए किसी मेडिकल लैब में रेफर किया गया है और हीमोग्लोबिन के साथ अन्य टेस्ट करवाने के लिए भी कहा गया है, तो हीमोग्लोबिन के साथ उस टेस्ट को भी किया जाता है।
हीमोग्लोबिन टेस्ट के लिए किन चीजों की जरूरत होती है?
- पेसेंट व्यक्ति के ब्लड का सैंपल
- एचबी ट्यूब
- एचबी पिपेट
- एचबी मीटर
- एचबी रोड
- एचसीएल
- डिस्टिल्ड वॉटर
हीमोग्लोबिन टेस्ट कैसे होता है? – Hemoglobin Test Procedure in Hindi
बता दे कि हीमोग्लोबिन का टेस्ट करने के लिए सबसे पहले आपको हीमोग्लोबिन का टेस्ट करने में जो आवश्यक चीजें लगती है उसे इकट्ठा कर लेनी चाहिए, ताकि आपको बार-बार सामान लेने के लिए यहां वहां ना जाना पड़े, उसके बाद ही आपको हीमोग्लोबिन का टेस्ट चालू करना चाहिए। नीचे आपको हीमोग्लोबिन का टेस्ट कैसे करते हैं इसकी प्रोसेस बताई जा रही है।
1. हीमोग्लोबिन का टेस्ट करने के लिए सबसे पहले आपको एचबी मीटर को अपने हाथों में ले लेना है। इसके अंदर ही एचबी ट्यूब भी मौजूद होती है। इसे अपने हाथों में लेने के बाद आपको किसी अच्छे कपड़े से इसे ढंग से पोंछ लेना है।
2. अब आगे की प्रक्रिया में आपको करना यह है कि आपको एचबी ट्यूब में जहां पर 2 मार्क लिखा हुआ दिखाई दे रहा है वहां तक आपको हाइड्रोक्लोरिक एसिड को इसके अंदर भर देना है।
3. अब आपने जिस पेशेंट का ब्लड पहले से ही निकाल कर के रखा है उस पेशेंट के ब्लड को आपको 20 मार्क तक एचबी पिपेट के अंदर भर देना है।
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4. अब आपने एचबी पिपेट के अंदर पेशेंट का जो ब्लड 20 मार्क तक ले कर के रखा है उसे आपको एचबी ट्यूब में डाल करके कम से कम 5 मिनट तक छोड़ देना है।
5. अब जो डिस्टिल्ड वॉटर है उसे आपको लेना है और आपको इसे एचबी ट्यूब के अंदर बहुत ही हल्का हल्का करके डाल कर के मिक्स करना है।
6. अब आपको एचबी मीटर के अंदर मौजूद कलर को एचबी ट्यूब के अंदर जो कलर है उससे मैच करना है और अगर आपको ऐसा अंदेशा आता है कि दोनों का कलर आपस में थोड़ा भी मैच हो रहा है तो आपको इस टेस्ट के रिजल्ट को पेश कर देना है। इस प्रकार से हीमोग्लोबिन का टेस्ट संपूर्ण हो जाता है।
हीमोग्लोबिन की नार्मल रेंज कितनी है? – What is the Normal Range of Hemoglobin
मेडिकल एक्सपर्ट के अनुसार देखा जाए तो व्यक्ति की उम्र के हिसाब से सभी में हीमोग्लोबिन की नार्मल रेंज अलग-अलग होती है। जैसे अगर कोई नवजात बच्चा है तो उसकी हीमोग्लोबिन की नार्मल रेंज अलग होती है।इसके अलावा कोई बच्चा बड़ा है या फिर बूढ़े लोग हैं तो उनकी हीमोग्लोबिन की रेंज भी अलग-अलग होती है।
- हीमोग्लोबिन की सामान्य रेंज: 17-21 gm/dl or gm%
- बच्चों में हीमोग्लोबिन की रेंज: 11-13 gm%
- आदमियों में हीमोग्लोबिन की रेंज: 14-18 gm %
- महिलाओं में हीमोग्लोबिन की रेंज: 12-16 gm %.
हीमोग्लोबिन की कमी क्यों होती है? – Deficiency of Hemoglobin in Hindi
देखा जाए तो मुख्य तौर पर हमारी बॉडी में जब खून की मात्रा सामान्य से कम हो जाती है यानी कि खून का लेवल सामान्य से कम हो जाता है तो हमें एनीमिया नाम की बीमारी हो जाती है, साथ ही हीमोग्लोबिन की कमी भी हमारी बॉडी में हो जाती है।
इसके अलावा देखा जाए तो कई बार जब किसी व्यक्ति का गंभीर एक्सीडेंट हो जाता है और उस एक्सीडेंट में उसे ऐसी चोट लगती है जिससे उसका बहुत सारा खून बह जाता है, तो उसके कारण भी जब बॉडी में से खून ज्यादा बह जाता है तो हीमोग्लोबिन की कमी का सामना लोगों को करना पड़ता है।
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हम जो खाना खाते हैं उस खाने में से हमें पोषक तत्व मिलते हैं परंतु अगर किसी व्यक्ति को खाने में से पोषक तत्व सही प्रकार से नहीं प्राप्त हो पा रहे हैं या फिर वह खाना तो पोस्टिक खा रहा है परंतु उस खाने का पाचन सही से नहीं हो पा रहा है तो खाने में से पोषक तत्व उसकी बॉडी को नहीं लगते हैं और इसके कारण भी बॉडी में खून की कमी तो होती ही है, साथ ही उसकी बॉडी में हीमोग्लोबिन की भी कमी हो जाती है।
जिस व्यक्ति को बोन मैरो की प्रॉब्लम होती है, उसकी बॉडी में खून का निर्माण सही प्रकार से नहीं हो पाता है और यही वजह है कि उस व्यक्ति को बॉडी में कम खून की कमी का सामना करना पड़ता है साथ ही उसमें हीमोग्लोबिन भी कम होता है। इसके अलावा किडनी फेलियर के कारण, थैलेसीमिया के कारण भी हीमोग्लोबिन की कमी व्यक्ति की बॉडी में हो जाती है।
हीमोग्लोबिन टेस्ट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
हीमोग्लोबिन टेस्ट कैसे होता है?
इस टेस्ट को करने के लिए सबसे पहले आपके ब्लड का सैंपल लिया जाता है और उसके बाद कुछ केमिकल प्रक्रिया की जाती है।
हीमोग्लोबिन टेस्ट खाली पेट होता है क्या?
जी हां इस टेस्ट को खाली पेट ही किया जाता है।
हीमोग्लोबिन नार्मल रेंज क्या है?
हीमोग्लोबिन की नार्मल रेंज जानने के लिए आर्टिकल ध्यान से पढ़ें।
हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाए?
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए बादाम, अनार, चुकंदर, टमाटर, पालक जैसी चीजों का सेवन करें। हरी सब्जियां ज्यादा खाएं, पौष्टिक चीजें अपने आहार में शामिल करें।
निष्कर्ष
आशा है आपको Hemoglobin Test in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में Hemoglobin Test Kaise Kiya jata hai और हीमोग्लोबिन टेस्ट कैसे किया जाता है? को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को Hemoglobin test kya hota hai के बारे में जानकारी मिल सके।
HB TEST KA DROBKIN’S MATHODE BATAEYE