आज हम जानेंगे एरोप्लेन इंजीनियर (Aeroplane Engineer) कैसे बने पूरी जानकारी (How To Become Aeroplane Engineer Details In Hindi) के बारे में क्योंकि अपने जीवन में हर कोई सफल व्यक्तित्व का उदाहरण बनना चाहता है। अधिकतर छात्र 12 th पास करने के बाद अपने कैरियर में फोकस करके उसी क्षेत्र की डिग्री प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ते है जिस क्षेत्र में उसकी रूची होती है, भले ही इस दुनिया में अब कोई भी नौकरी प्राप्त करना अत्यंत कठिन बन चुका है। परंतु फिर भी वे लोग जो सपनों को पुरा करना चाहते हैं जिनके हुनर हमेशा गतिशील रहते हैं आखिरकार अपनी चुनी हुई मंजिल तक पहुंच जाते हैं।
ऐसे ही बहुत सारे लोगों को सपना एरोप्लेन इंजीनियर बनना भी होगा। यदि आप भी अपने कैरियर में एरोप्लेन इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आज आप हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें इसे पढ़ने के बाद आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तथा अपने सपनों की मंजिल तक पहुंचने के लिए आसानी हो सके। आज के इस लेख में जानेंगे कि Aeroplane Engineer Kaise Bane, एरोप्लेन इंजीनियर बनने के लिए क्या करे, Aeroplane Engineer Meaning In Hindi, Aeroplane Engineer Kya Hota Hai, एरोप्लेन इंजीनियर बनने का तरीका, Aeroplane Engineer Kaise Bante Hain, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
एरोप्लेन इंजीनियर किसे कहते हैं? – What is Aeroplane Engineer Information in Hindi?

एक एरोप्लेन इंजीनियर किसी भी प्लेन की उड़ान भरने से पहले तथा बाद में प्लेन के सभी इनजनों को चेक करता है तथा संपूर्ण यात्रा के दौरान प्लेन के पायलटों से संपर्क बनाए रखता है। एरोप्लेन इंजीनियर वह होता है – जो एरोप्लेन, हेलीकॉप्टर, स्पेसक्राफ्ट आदि को एयरपोर्ट में जाँच करने के बाद रवाना होने के लिए प्रमिशन देता है और उड़ान के दौरान भी प्रत्येक प्लेन तथा हेलीकाप्टर से नियंत्रण सम्पर्क बनाकर लगातार उनकी जानकारी प्राप्त करता रहता है। और साथ ही प्रत्येक क्षण उनकी निगरानी रखता है और किसी भी यान में होने वाली खराबी को दूर करता है।
एरोप्लेन इंजीनियर इंजीनियर कैसे बने?- How to Become Aeroplane Engineer?
यदि आप भी एरोप्लेन इंजीनियर बनना चाहते हैं तो पहले आपको मेकैनिक, इलैक्ट्रिकल या फिर एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में B.tech करने की जरूरत पड़ती है। यदि आपने ये सब कोर्स नहीं भी किए हैं तो फिर आप math या physics विषय में अण्डर ग्रेजुएशन के बाद भी एयरोप्लेन इंजिनियर बन सकते हो। भले ही एरोप्लेन इंजीनियर के पद तक पहुंचना कई लोगों के लिए अत्यधिक कठिन सफर होता है, एक एयरोप्लेन इंजीनियर बनने के लिए व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा गतिशील रहना पड़ता है और कुछ विशेष योग्यताएं इसके लिए मायने रखती हैं जो योग्यताएं हर कोई प्राप्त नहीं कर पाता ।
वर्तमान समय में बहुत सारे लोग ऐसे होंगे जिन्हें एरोप्लेन इंजीनियर के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होगी, परंतु आज सूचनाओं के माध्यम अधिक होने के कारण लोगों के पास प्रत्येक क्षेत्र की जानकारियां पाने का मौका रहता है। एक एयरोप्लेन इंजीनियर, एरोप्लेन, स्पेसक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर इत्यादि यानों से जुड़ी प्रत्येक जानकारी अपने पास रखता है जिसके बल पर इन्हें इस क्षेत्र में काम करने में कुछ आसानी होती है।
एयरोप्लेन इंजीनियर का काम अत्यधिक चुनौतियों से भरा होता है, इन्हें प्रत्येक एयरक्राफ्ट को उड़ान भरने से पहले तथा उसके बाद सभी हिस्सों व इंजनों में सावधानीपूर्वक चेकिंग करनी पड़ती है तथा कुछ त्रुटि होने पर उसे तुरन्त दूर किया जाता है। इसके साथ ही इन्हें एयरक्राफ्ट की पूरी उड़ान के दौरान पायलटों से प्रत्येक क्षण संपर्क बनाए रखना होता है।
एरोप्लेन इंजीनियर बनने के लिए योग्यताएं – Qualifications to become Aeroplane Engineer
1. एरोप्लेन इंजीनियर का कार्य पहले से ही बहुत जिम्मेदारियों से भरा हुआ है और उसी के चलते उसका आत्मनिर्भर बनना भी अत्यंत आवश्यक रहता है, आत्मनिर्भर के साथ साथ प्रत्येक इंजीनियर को अत्यधिक एक्टिव रहना भी आवश्यक होता है।
2. क्योंकि कभी- कभी इनके सामने एसी चुनौतिया आ जाती हैं जिसके कारण इन्हें अत्यंत कम समय में गंभीर तथा संतुष्ट दायक निर्णय लेने पड़ते हैं क्योंकि इनके द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक कार्य से अत्यंत कम समय में कई लोगों की जाने बच जाती हैं तथा बड़ी बड़ी दुर्घटनाएं टल जाती हैं।
3. प्रत्येक एयरोप्लेन इंजीनियर को गणित और फिजिक्स की जानकारी होनी चाहिए, एरोप्लेन इंजीनियर को प्लेन इंजन तथा संतुलन का भी अच्छा ज्ञान होना चाहिए क्योंकि सही जानकारी नहीं होने पर कई बार बडी -बडी घटनाएं देखने को मिलती हैं जिसका कारण सिर्फ एक छोटी सी गलती होती है।
एरोप्लेन इंजीनियर बनने के लिए क्या करे? – What to do to become Aeroplane Engineer?
एयरप्लेन इंजीनियर बनना भी आम बात नहीं है इसके लिए उच्च डिग्री तथा ज्ञान की आवश्यकता पड़ती है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें एरोप्लेन, हेलीकॉप्टर इत्यादि को चलाने का अत्यंत शौक रहता है, उन्हीं में से कुछ लोग अपने कैरियर में इस क्षेत्र में जाना पसंद करते हैं। इस क्षेत्र में जाना साधारण लोगों के लिए कठिन हो सकता है, परंतु उन लोगों के लिए कुछ कठिन नहीं होता, जो लोग यहां अपना कैरियर देखते हैं।
इस क्षेत्र में लोगों को नौकरी के भी अच्छे अवसर देखने को मिलते हैं और साथ ही इस क्षेत्र में लोग अंत्यंत रोमांच के साथ कार्यों को करते हैं। यदि आप भी अपने कैरियर में एरोप्लेन इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आप इसके लिए पूरी तैयारी इस प्रकार कर सकते है।
एरोप्लेन इंजीनियर बनने की पूरी प्रक्रिया – Complete Process to Become Aeroplane Engineer
1. PCM से 12वीं पास करे
यदि आप एरोप्लेन इंजीनियर बनने की तैयारी कर रहे हैं तो आपको 12th के बोर्ड एग्जाम में मैथ, फिजिक्स तथा केमिस्ट्री सब्जेक्ट को पढ़ना अनिवार्य है, बोर्ड एग्जाम में इन तीनों सब्जेक्ट में कम से कम 60% अंक होने चाहिए ।
2. प्रवेश परीक्षा दें
12th पास करने के बाद आपको एरोप्लेन इंजीनियरिंग कॉलेज में डिग्री प्राप्त के किए एंट्रेंस एग्जाम के लिए अप्लाई करना पड़ता है वर्तमान समय में अधिकतर लोगों द्वारा इस एग्जाम के लिए ऑनलाइन माध्यम से अप्लाई किया जाता है। तत्पश्चात कुछ समय बाद कॉलेज द्वारा आपको मैसेज के जरिए पेपर के लिए बुलाया आता है।
3. कॉलेज में प्रवेश लें
आपको एयरप्लेन इंजीनियर बनने के लिए अच्छे कॉलेज से पढ़ाई की जरूरत पड़ती है यदि आप एंट्रेंस एग्जाम में अच्छी मेरिट में शामिल होते हो, तो आपको गवर्नमेंट कॉलेज का ऑप्शन मिलता है, तथा कम अंकों के साथ ज्यादा लोगों को प्राइवेट कॉलेजों में अपनी डिग्री प्राप्त करनी पड़ती है जिनमें उनका अत्यधिक खर्चा होता है। इस प्रकार आपको कॉलेजों द्वारा एरोप्लेन इंजीनियर की डिग्री दी जाती है।
4. इंटरव्यू दें
एरोप्लेन इंजीनियर की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात आपको कंपनियों में वैकेंसी के हिसाब से अप्लाई करना पड़ता है। जिसके कारण कंपनी द्वारा आपके प्राप्त नंबरों के हिसाब से आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। आप अपनी पसंद की जिस कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई करते हो उस कंपनी द्वारा सबसे पहले आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
इस इंटरव्यू में आपके द्वारा डिग्री में किए जाने वाले प्रैक्टिकल वर्क के बारे में पूछा जाता है। इंटरव्यू में पास होने के बाद आपको कुछ महीनों की ट्रेनिंग दी जाती है ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आप एक अच्छे एरोप्लेन इंजीनियर के पद तक पहुंचते है।
एरोप्लेन इंजीनियर के कार्य – Work of Aeroplane Engineer
एरोप्लेन इंजीनियर के प्रमुख कार्य निम्नलिखित है।
1. एयरोप्लेन इंजीनियर का कार्य सभी वायुयानों को चेक करना साथ ही एयरक्राफ्ट इंजन किस प्रकार कार्य कर रहे हैं या फिर कार्य नहीं कर रहे हैं इन सभी बातों पर गौर करना होता है।
2. एक एयरोप्लेन इंजीनियर ही प्रत्येक प्लेन में उड़ान भरने से पहले उसके प्रत्येक इंजनों में तेल की मात्रा भी चेक करता है।
3. एरोप्लेन इंजीनियर द्वारा एक बार एयरोप्लेन के एयरपोर्ट पर आने के तुरन्त बाद जांच की जाती है, तथा दूसरी बार एयरपोर्ट से जाने के कुछ समय पहले।
4. इस प्रकार सभी जांच सफलतापूर्वक होने के बाद एरोप्लेन पायलटों द्वारा अपनी यात्राएं प्रारंभ की जाती हैं। बिना एरोप्लेन इंजीनियरों की परमिशन के कोई भी प्लेन का पायलट अपनी यात्रा प्रारंभ नहीं कर सकता।
5. यदि किसी भी एरोप्लेन में कोई खराबी देखने को मिलती है तो वह भी एरोप्लेन इंजीनियरों द्वारा ही तुरन्त ठीक की जाती है।
6. वर्तमान समय में ज्यादातर लोगों द्वारा यात्रा एरोप्लेन के माध्यम से की जाती है इस कारण उनका कई गुना वक्त बच पाता है। इसीलिए एक एरोप्लेन में लगभग 200 से 300 यात्रियों को एक साथ एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जाता है, एरोप्लेन में बैठे सब यात्रियों की जिम्मेदारी भी एरोप्लेन इंजीनियरों के ऊपर रहती है
7. एक एरोप्लेन इंजीनियर का सबसे मुख्य कार्य यह सुनिश्चित करना है की प्लेन के अंदर वायु का दाब एक निश्चित मात्रा में हो जिसके कारण प्लेन का सन्तुलन नियंत्रण बना रहे।
एरोप्लेन इंजीनियरिंग में करियर – Career in Aeroplane Engineer
यदि आप एरोप्लेन इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो आपको आपकी अच्छी योग्यता अनुसार सरकारी तथा प्राइवेट दोनों कंपनियों द्वारा नौकरी मिल सकती है। एरोप्लेन इंजीनियर का कोर्स पूरा करने के बाद आपको कुछ समय के लिए हाई पैड जॉब मिलती हैं जिसमें आप एरोप्लेन इंजीनियर के कार्यों को भली-भाँति सिख जाते हैं। कुछ समय पश्चात आप एरोप्लेन इंजीनियर बन जाते हो, हमने नीचे कुछ अच्छी कंपनियों के नाम दिए गए हैं जिन कंपनियों में एरोप्लेन इंजीनियर की नौकरी आप या कोई भी अपनी अच्छी डिग्री के कारण कर सकते हो।
- इंडियन एयरलाइंस
- फ्लाइंग क्लब
- एयर फोर्स
- हेलीकॉप्टर कारपोरेशन
- नेशनल एयरोनॉटिक्स लैब
- शिविर एविएशन इंडस्ट्री
- इसरो
- नासा
- एमिरेट्स
- ब्रिटिश एयरलाइंस
- जी. ई.एविएशन
- पवन हैसं
- गवर्नमेंट एयर सर्विस
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड
- डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैबोरेट्रीज मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम
- एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट इस्टैब्लिशमेंट
एरोप्लेन इंजीनियर का वेतन – Salary of Aeroplane Engineer
एक एरोप्लेन इंजीनियर को प्रतिमाह 1 लाख से लेकर 3 लाख तक वेतन मिलता है इसके अलावा लाइफ इंश्योरेंस, मेडिकल इंश्योरेंस जैसी विभिन्न सुविधाएं उसे दी जाती हैं। एरोप्लेन इंजीनियर और उनके समस्त परिवार के सदस्यों को मुफ्त में हवाई यात्रा की सुविधा दी जाती है। एरोप्लेन इंजीनियर का वेतन अलग-अलग कंपनियों में भिन्न भिन्न हो सकता है। परंतु अधिकतर कम्पनियां एरोप्लेन इंजीनियर को कम से कम एक लाख से ऊपर वेतन देती है।
निष्कर्ष
आशा है आपको Aeroplane Engineer Details In Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में Aeroplane Engineer Kaise Bane (How To Become Aeroplane Engineer In Hindi) और एरोप्लेन इंजीनियर कैसे बने? को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को Aeroplane Engineer Kya Hota Hai के बारे में जानकारी मिल सके।
Nice Post