आज हम जानेंगे अकाउंटेंट (Accountant) कैसे बने पूरी जानकारी (How To Become Accountant In Hindi) के बारे में क्योंकि सिर्फ इंडिया ही नहीं दुनिया का कोई भी बिजनेस बिना अकाउंटेंट के रन नहीं कर सकता। हर बिजनेसमैन, हर व्यापारी को अपने बिजनेस के लेखा जोखा की देखरेख करने के लिए एक अकाउंटेंट की जरूरत होती है। अगर आपको अकाउंटेंट बनने में इंटरेस्ट है और आप इसके बारे में पूरी इंफॉर्मेशन प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारा यह आर्टिकल आपके लिए सहायक साबित होगा।
आज के इस लेख में जानेंगे कि Accountant Kaise Bane, अकाउंटेंट बनने के लिए क्या करे, Accountant Meaning In Hindi, Accountant Kya Hota Hai, अकाउंटेंट बनने का तरीका, Accountant Kaise Bante Hain, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
अकाउंटेंट क्या होता है? – What is Accountant Information in Hindi?
किसी भी कंपनी या फिर बिजनेस का एक ऐसा वर्कर जो उस कंपनी या फिर बिजनेस के सभी अकाउंट और आर्थिक खर्चा की बैलेंस शीट मेंटेन करता है और उसकी देखरेख करता है तथा समय-समय पर उसमें अपडेट और चेंज करता है उसे ही अकाउंटेंट कहा जाता है। अकाउंटेंट का पद काफी जिम्मेदारी वाला और महत्वपूर्ण पद माना जाता है। किसी भी कंपनी में अकाउंटेंट का काम बिजनेस का लेखा-जोखा और आर्थिक कामों से संबंध होता है।
इसीलिए अकाउंटेंट को गणित की अच्छी नॉलेज होनी चाहिए, क्योंकि इन्हें अक्सर दैनिक तौर पर कंपनी की बैलेंस शीट को मेंटेन करना होता है। अकाउंटेंट बनने के लिए आपको कुछ विशेष कोर्स करने पड़ते हैं, साथ ही आपके अंदर कुछ योग्यताएं भी होनी चाहिए।
अकाउंटेंट कैसे बने? – How to Become Accountant?
ऐसे लोग जिन्हें फ्यूचर में अकाउंटेंट बनना है और एकाउंटिंग की फील्ड में अपना कैरियर सेटल करना है, उन्हें इस दिशा में अपने कदम को आगे बढ़ाने से पहले अकाउंटेंट कैसे बना जाता है अथवा अकाउंटेंट बनने की प्रक्रिया क्या है, इसके बारे में पूरी इंफॉर्मेशन प्राप्त कर लेनी चाहिए। अकाउंटेंट बनने के लिए जो सबसे आवश्यक चीज होती है वह यह है कि व्यक्ति को गणित की बेसिक बातों से लेकर एडवांस बातों के बारे में पूरी इंफॉर्मेशन होनी चाहिए, क्योंकि अकाउंटेंट का काम ही होता है कंपनी की बैलेंस शीट को मेंटेन करना और कंपनी की आर्थिक रिपोर्ट को तैयार करना।
अकाउंटेंट बनने के लिए आपको अपनी एजुकेशन के साथ-साथ अपनी पर्सनैलिटी पर भी विशेष तौर पर ध्यान देना होगा और अपनी पर्सनैलिटी को इंप्रूव करने की कोशिश करनी होगी, तभी आप एक सक्सेसफुल अकाउंटेंट बन सकते हैं। अकाउंटेंट बनने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति के अंदर अच्छी कम्युनिकेशन स्किल का होना भी जरूरी होता है, साथ ही उसे टैली और एनसी सॉफ्टवेयर की इंफॉर्मेशन होना भी आवश्यक होता है। अकाउंटेंट बनने के लिए व्यक्ति को कंप्यूटर की भी अच्छी इंफॉर्मेशन होनी चाहिए, क्योंकि अकाउंटेंट को अपने अधिकतर काम कंप्यूटर पर ही करने पड़ते हैं।
अकाउंटेंट बनने की योग्यता – Qualification to Become Accountant
अकाउंटेंट बनने के लिए व्यक्ति के अंदर नीचे बताई गई योग्यताएं होनी चाहिए, तभी वह एक सफल अकाउंटेंट बन सकता है।
- अकाउंटेंट बनने के लिए सबसे पहले तो व्यक्ति का 12वीं कक्षा पास होना आवश्यक है।
- अकाउंटेंट बनने के लिए अभ्यर्थी के पास बैचलर ऑफ कॉमर्स की डिग्री भी होनी आवश्यक है।
- अकाउंटेंट बनने के लिए व्यक्ति के अंदर विभिन्न प्रकार के आर्थिक डेटा को इकट्ठा करने और उसका विश्लेषण करने की एबिलिटी होनी चाहिए।
- अगर व्यक्ति ने किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट के अंडर काम किया है तो यह उसके लिए फायदेमंद रहेगा।
- जो भी व्यक्ति अकाउंटेंट बनना चाहता है या फिर बनने की इच्छा रखता है उसे अकाउंट की सामान्य इंफॉर्मेशन भी होना जरूरी है।
- अभ्यर्थी को अकाउंट से रिलेटेड कानून और रूल्स तथा रेगुलेशन के बारे में पता होना चाहिए और उसका पालन करना आना चाहिए।
- व्यक्ति को गणित में इंटरेस्ट होना चाहिए क्योंकि अकाउंटेंट का काम गणित से रिलेटेड ही होता है।
- अकाउंटेंट बनने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति को टैली की भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए, इसके लिए वह चाहे तो 3 से 6 महीने का टैली का कोर्स कर सकते हैं
अकाउंटेंट बनने के लिए उम्र सीमा – Age Limit to Become Accountant
अकाउंटेंट बनने के लिए किसी भी प्रकार की उम्र सीमा निर्धारित नहीं की गई है। अगर आपके पास अकाउंट की फील्ड का अच्छा एक्सपीरियंस है तो आप किसी भी कंपनी में अकाउंटेंट की नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं और अकाउंटेंट की पोस्ट प्राप्त कर सकते हैं।
एकाउंटेंट का काम – Work of Accountant
कंपनी की बैलेंस शीट को मेंटेन करने के अलावा और आर्थिक खर्चों का हिसाब रखने के अलावा एक अकाउंटेंट के अन्य कई काम भी होते हैं, जो निम्नानुसार हैं।
- अकाउंटेंट जिस कंपनी में काम करता है, वह उस कंपनी के डेली ट्रांजैक्शन को मैनेज करने का काम करता है।
- कंपनी का अकाउंटेंट फाइनेंसियल डॉक्यूमेंट को सुरक्षित रखने का काम करता है।
- कंपनी का अकाउंटेंट अपने उच्च अधिकारियों को आर्थिक सलाह भी देने का काम करता है।
- अकाउंटेंट रिश्क का विश्लेषण भी करता है
- अकाउंटेंट कंपनी की आर्थिक रिपोर्ट को भी क्रिएट करता है और उसे कंपनी के उच्च अधिकारियों के सामने पेश करता है।
- कंपनी में काम करने वाला अकाउंटेंट अपनी कंपनी के जीएसटी रिटर्न और टैक्स रिटर्न को फाइल करने का काम भी करता है।
- अकाउंटेंट टीडीएस और ई फाइलिंग से संबंधित कामों को भी करता है।
- अकाउंटेंट कंपनी के बैलेंस शीट को मेंटेन करने का काम करता है।
अकाउंटेंट बनने के लिए कोर्स – Course to Become Accountant
अगर आप अकाउंटिंग एंड ऑडिटिंग के फील्ड में जाना चाहते हैं और अकाउंटेंट बनना चाहते हैं तो आप निम्न कोर्स में से कोई भी कोर्स करके अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
- B.Com in accounting and finance.
- BCom in accounting and commerce
- BCom in accounting and taxation.
- Bachelor of commerce in accountancy
अकाउंटेंट बनने के फायदे – Advantages of Becoming Accountant
अगर आप एक सक्सेसफुल और अनुभवी अकाउंटेंट बन जाते हैं, तो इसके आपको कई फायदे होते हैं। पहला तो यह कि आपको अच्छी सैलरी प्राप्त होती है। दूसरा यह कि आपको काम के लिए भटकना नहीं पड़ता है। अगर आपके पास अच्छा एक्सपीरियंस है तो कोई भी कंपनी आपको तुरंत ही नौकरी पर रख लेती है। अकाउंटेंट बन जाने के बाद आपको अच्छी सैलरी के अलावा भी अन्य कई सर्विस कंपनी की तरफ से दी जाती हैं। आप work-from-home भी अकाउंटेंट बनने के बाद कर सकते हैं।
अकाउंटेंट बनने की प्रक्रिया – Process to Become Accountant
अब हम आपको बिल्कुल आसान भाषा में और स्टेप बाय स्टेप इस बात की इंफॉर्मेशन देने वाले हैं कि कैसे आप अकाउंटेंट बन सकते हैं और अकाउंटेंट बन कर नौकरी प्राप्त करके कैसे आप अपने कैरियर को सेटल कर सकते हैं।
1. 10वीं और 12वीं कक्षा को पास करें
अगर आप अकाउंटेंट की पोस्ट प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपका सफर दसवीं कक्षा से ही चालू हो जाता है। दसवीं कक्षा में आपको गणित के विषय पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही 11वीं कक्षा को पास करने के बाद जब आप 12वीं कक्षा में आए तब आपको कॉमर्स के सब्जेक्ट लेना चाहिए, क्योंकि अकाउंटेंट बनने के लिए आपको कॉमर्स का सब्जेक्ट लेना आवश्यक है। इस प्रकार आपको 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा को अच्छे अंकों के साथ पास करना चाहिए।
2. कॉमर्स से संबंधित ग्रेजुएशन की डिग्री कंप्लीट करें
12वीं कक्षा को कॉमर्स के सब्जेक्ट के साथ पास करने के बाद आपको कॉमर्स से ही रिलेटेड किसी कोर्स ग्रेजुएशन के कोर्स में एडमिशन लेना चाहिए। अगर आपको यह नहीं पता कि कॉमर्स से रिलेटेड कोर्स कौन होते हैं, तो इसकी जानकारी हमने आपको ऊपर आर्टिकल में दी है। आप ऊपर बताए गए किसी भी कोर्स को करके अकाउंटेंट बनने के लिए अपने कदम आगे बढ़ा सकते हैं। कॉमर्स से अपने ग्रेजुएशन को कंप्लीट करने से आपको काफी ज्यादा इंफॉर्मेशन अकाउंटिंग एंड ऑडिटिंग के बारे में प्राप्त हो जाएगी।
3. इंटर्नशिप करें
जब आप कॉमर्स से संबंधित किसी भी कोर्स को कंप्लीट कर लेंगे, तो उसके बाद आपको कोर्स कंप्लीट करने के बाद कम से कम 1 साल का इंटर्नशिप आवश्यक कर लेना चाहिए। ऐसा करने से आपको एकाउंटिंग के बारे में लगभग तमाम प्रकार की बातें पता चल जाएंगी, साथ ही आप यह भी जान जाएंगे कि एकाउंटिंग की बेसिक और एडवांस लेवल की बातें कौन सी होती है।
4. नौकरी के लिए अप्लाई करें
इंटर्नशिप कंप्लीट करने के बाद आपको विभिन्न प्रकार की कंपनियों में अकाउंटेंट की नौकरी के लिए अप्लाई करना है। अगर आपका एक्सपीरियंस अच्छा है और आप उन कंपनियों के योग्यता के पैमाने पर खरे उतरते हैं, तो कंपनियां अवश्य आपको अकाउंटेंट की जॉब प्रदान करेंगी। इस प्रकार आप अकाउंटेंट बन सकते हैं।
अकाउंटेंट का वेतन – Salary of Accountant
एक अकाउंटेंट को महीने में कितनी सैलरी मिलेगी, यह इस बात पर आधारित होती है कि वह किस कंपनी में और कहां पर काम कर रहा है। इंडिया की बात करें तो हमारे देश में अकाउंटेंट को शुरुआत में महीने की सैलरी के तौर पर ₹15,000 से लेकर ₹21,000 की सैलरी प्राप्त होती है और जब उन्हें काम करते-करते अच्छा एक्सपीरियंस प्राप्त हो जाता है तो उन्हें महीने की सैलरी के तौर पर ₹30,000 से लेकर ₹40,000 तक की सैलरी प्राप्त होती है। विदेश की बात करें तो वहां पर अकाउंटेंट को महीने में तकरीबन ₹60,000 से लेकर ₹90,000 तक की सैलरी प्राप्त होती है।
अकाउंटेंट का करियर स्कोप – Career Scope of Accountant
अगर आपको अकाउंटेंट का काम करते-करते अकाउंटिंग एंड ऑडिटिंग का अच्छा एक्सपीरियंस हो जाता है, तो यह आपके फ्यूचर के लिए काफी लाभदायक साबित होगा। आप इस फील्ड में काफी आगे तक जा सकते हैं क्योंकि अकाउंटिंग और ऑडिटिंग का काम एक ऐसा काम होता है जिसकी आवश्यकता लगभग हर कंपनियों में होती ही है, क्योंकि हर कंपनी अपने डाटा को मैनेज करने के लिए और अपनी कंपनी की ऑडिटिंग के लिए अकाउंटेंट को नौकरी पर रखती ही है। ऐसे में अगर आप एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट बन जाते हैं, तो आपको अच्छी सैलरी के साथ-साथ अन्य कई सुविधाएं भी प्राप्त होती हैं।
निष्कर्ष
आशा है आपको Accountant Details In Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में Accountant Kaise Bane (How To Become Accountant In Hindi) और अकाउंटेंट कैसे बने? को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को Accountant Kya Hota Hai के बारे में जानकारी मिल सके।
Mujhe tally ka knowledge to hai lekin mera mathe bahut week hai kya karun??
Please tell me sir