आज हम जानेंगे सूजी क्या है (What is Semolina in Hindi), के बारे में पूरी जानकारी। सूजी का नाम सुनते ही हमारे मन में सबसे पहले सूजी के हलवे का ही ख्याल आता है क्योंकि इसी का इस्तेमाल करके सूजी का हलवा बनाया जाता है जो खाने में बहुत ही टेस्टी लगता है। हालांकि इसका टेस्ट तभी अच्छा लगता है, जब इसमें चीनी की मात्रा सही हो, वरना अत्याधिक मीठा खाना भी हमारे मन को खराब कर देता है।
सूजी आकार में बहुत ही छोटी होती है, जो आसानी से आपको पंसारी की दुकान पर मिल जाती है। इस आर्टिकल में हम सूजी के फायदे और सूजी से संबंधित अन्य बातों के बारे में चर्चा करेंगे। तो आज के लेख में हमसे जुड़े रहे और जाने सूजी से जुड़ी हुई सभी जानकारियां विस्तार से वो भी हिंदी में, इसलिए लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
सूजी क्या है? – What is Semolina in Hindi?
गेहूं के ऊपर वाले छिलके को निकाल कर के उसे बिल्कुल महीन पीसा जाता है और उसके बाद जो चीज प्राप्त होती है, उसे सूजी कहा जाता है। कई लोग यह सोचते हैं कि सूजी और रवा अलग-अलग होता है, परंतु ऐसा नहीं है। यह दोनों एक ही है। मुख्य तौर पर सूजी का इस्तेमाल सूजी का हलवा बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा कुछ अन्य पकवानों में भी इसे मिलाया जाता है।
कुछ ऐसी मिठाईया भी है जिसके अंदर सूजी मिलाई जाती है। रवा की खुद की भी मिठाई बनती है। इसका वानस्पतिक नाम सेमोलिना ल्यूकोट्रिचा होता है। यह आकार में बहुत ही छोटी होती है और इसका रंग सुनहरा होता है। जब आप कढ़ाई में घी डालकर के रवा को फ्राई करते हैं, तो इसकी सुगंध देखने लायक होती है। रवा का इस्तेमाल भारत के अलावा बाहरी देशों में भी अलग-अलग पकवानों में किया जाता है।
ये भी पढ़े: च्यूइंग गम कैसे बनती है? च्यूइंग गम के फायदे क्या है?
सूजी कैसे बनाई जाती है? – How is Semolina made in Hindi?
हमने आपको ऊपर ही इस बात की इंफॉर्मेशन दी की रवा को तैयार करने के लिए गेहूं का इस्तेमाल किया जाता है। इसे तैयार करने के लिए पहले अच्छी क्वालिटी के गेहूं लिए जाते हैं और फिर उन्हें सही ढंग से साफ किया जाता है। साफ करने के बाद गेहूं को मिल में ले कर के जाया जाता है, वहां पर पहुंचने के बाद गेहूं का जो ऊपरी छिलका होता है, उसे सही ढंग से निकाला जाता है और फिर जो भाग बचा हुआ रहता है, उसे मशीन में डालकर के दरदरा होने तक पीसा जाता है। ऐसा करने पर यह बहुत ही छोटे-छोटे टुकड़े में डिवाइड हो जाता है।
यही जो टुकड़े हमें मिलते हैं, यही सूजी कहलाती है। इसे फिर पैक करके या फिर थोक में बेचने के लिए बाहर भेज दिया जाता है। आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि, रवा में पौष्टिक तत्व काफी कम ही पाए जाते हैं क्योंकि गेहूं का जो छिलका का होता है उसमें ही अधिकतर पोषक तत्व होते हैं और वह छिलका पहले ही निकाल दिया जाता है।
सूजी कितनी तरह की होती है? – How many types of Semolina is there in Hindi?
बता दें कि मुख्य तौर पर 4 प्रकार की सूजी होती है, जिसके नाम नीचे बताए अनुसार हैं।
- सूजी रवा: यह सबसे सामान्य सूजी है।
- लापसी रवा: यह टूटे हुए गेहूं के बड़े टुकड़े होते हैं।
- बांसी रवा: यह गेहूं की एक अन्य वैरायटी से बनती है।
- चावल रवा: इस टाइप की सूजी चावल से बनती है।
ये भी पढ़े: मशरूम क्या है? मशरूम की खेती कैसे करे?
सूजी के फायदे क्या है? – What are benefits of having Semolina in Hindi?
नीचे हमने रवा को खाने वाले लोगों के लिए रवा खाने से कौन-से फायदे होते हैं अथवा रवा खाने के एडवांटेज क्या है, इसकी इंफॉर्मेशन प्रोवाइड करवाइए हुई है।
1. वजन घटाने के लिए रवा:
रवा के अंदर आपको फाइबर मिलता है और फाइबर वजन को कम करने में सहायक साबित होता है। इसलिए डॉक्टर भी यह कहते हैं कि जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उन्हें फाइबर वाली चीजें अपने भोजन में खानी चाहिए। यह फाइबर आपको रवा के अंदर मिलता है।
2. एनर्जी के लिए रवा:
बॉडी के सभी अंगों को सही ढंग से काम करने के लिए एनर्जी की आवश्यकता होती है, जो हमें खाने में से मिलती है। आप एनर्जी की प्राप्ति के लिए रवा को भी अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। अगर आप 100 ग्राम रवा खाते हैं तो ऐसा करने पर आपको 360 किलो कैलरी मिलती है।
3. डायबिटीज के लिए रवा:
डायबिटीज आपको ना हो इसके जोखिम को कम करने के लिए रवा का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अंदर डाइटरी फाइबर पाया जाता है जो बॉडी में शुगर को कम करने में सहायक साबित होता है।
4. आयरन की कमी पूरा करें रवा:
एनीमिया बीमारी किसी भी महिला या फिर पुरुष को तभी होती है, जब उसकी बॉडी में आयरन की कमी हो जाती है। बता दें कि एनेमिया एक ऐसी समस्या होती है, जब आदमी की खून की मात्रा घटने लगती है। इससे बचने के लिए आयरन से भरपूर रवा आपको खाने में लेना चाहिए। यह एनिमिया के खतरे से आप को बचाने का काम करता है।
5. इम्यूनिटी पावर के लिए रवा:
इम्यूनिटी पावर यानी की बॉडी की रोग प्रतिरोधक क्षमता को तेज करने के लिए रवा के अंदर मौजूद विटामिन बी 6, जिंक, मैग्निशियम बहुत ही काम के तत्व होते हैं। यह सभी तत्व माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की तरह काम करते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़िया करते हैं।
6. कोलेस्ट्रॉल बैलेंस करे रवा:
कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल न करने पर आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं और आपकी बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता है। इसे कंट्रोल करने के लिए नियासिन से भरपूर रवा आपको खाना चाहिए।
7. बैलेंस डाइट के रूप में रवा:
यह आवश्यक नहीं है कि आप किसी विशेष समस्या के लिए ही रवा खाना चालू करें। आप दैनिक तौर पर कार्बोहाइड्रेट की प्राप्ति करने के लिए भी इसे अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं। रवा के साथ अगर आप अन्य ड्राई फ्रूट मिलाकर के खाते हैं, तो यह आपको पोषण भी देगा, साथ ही आपको एनर्जी देगा और डाइजेस्टिव सिस्टम की छोटी मोटी समस्या को खत्म करेगा।
8. एंटीऑक्सीडेंट के रूप में रवा:
इसमें पाया जाने वाला सेलेनियम नाम का पोषक तत्व कैंसर को बढ़ाने वाले कारकों पर लगाम लगाने का काम करता है और यह बॉडी को ऐसे प्रभाव से बचाने का काम करता है, जिसके होने के पीछे हानिकारक पदार्थ जिम्मेदार होते हैं। इसमें जो सेलेनियम होता है, वह आपकी बॉडी में स्पेशल प्रोटीन तैयार करता है जिसे एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम कहते हैं।
सूजी के नुकसान क्या है?
नीचे हमने आपको रवा खाने के डिसएडवांटेज की जानकारी दी है।
1. पेट की प्रॉब्लम:
ज्यादा रवा खाने पर आपको पेट की समस्याएं जैसे कि पेट फूलना, पेट में सूजन और ऐंठन की प्रॉब्लम हो सकती है। इसके पीछे इसके अंदर अधिक मात्रा में पाया जाने वाला फाइबर जिम्मेदार होता है।
2. पेट में नुकसान:
रवा को खाने से पहले आपको इसे अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए क्योंकि कभी कबार मार्केट से आप जो रवा लाते हैं, उसमें छोटे-छोटे कंकड़ होते हैं। अगर आप इसे साफ नहीं करते हैं तो यह आपके दातों में नुकसान पहुंचा सकते हैं।
ये भी पढ़े: ओलंपिक खेल क्या होते हैं?
सूजी का उपयोग क्या है? – What are the uses of Semolina in Hindi?
- हलवा बना सकते हैं।
- उपमा बना सकते हैं।
- इडली बना सकते हैं।
- खीर बना सकते हैं।
- अप्पम बना सकते हैं।
- बर्फी भी तैयार कर सकते हैं।
- मिठाई भी तैयार कर सकते हैं।
- गुजिया में डाल सकते हैं।
- लड्डू बना सकते हैं।
सूजी का इस्तेमाल कब करें?
सुबह, शाम
1 दिन में कितनी सूजी खानी चाहिए?
100-150 ग्राम
रवा किसे कहते हैं
सूजी को
सूजी की तासीर कैसी होती है?
ठंडी
निष्कर्ष
आशा है आपको सूजी क्या है के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में सूजी क्या है (What is Semolina in Hindi) को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो, तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को सूजी क्या है के बारे में जानकारी मिल सके।