आज हम जानेंगे डीएम कोर्स क्या है और कैसे करें की पूरी जानकारी DM Course Details in Hindi के बारे में क्योंकि मेडिकल कोर्स में यह बहुत कठिन होता है। इसमें आपको मेहनत करनी होगी। मेडिकल एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आगे बढ़ने और सीखने के विकल्प हमेशा मौजूद रहते हैं। इसमें आप जितना आगे सीखते हैं, उतना ही इसमें आपका प्रमोशन होता जाता है। मेडिकल कोर्स में आपके पास कई विकल्प हैं।
इस course को करने के बाद कभी भी आपको रोजगार की कमी नहीं होती हैं। आपके लिए हमेशा रोजगार के अवसर आते रहते हैं। आज के इस लेख में जानेंगे कि DM Course Kya Hota Hai, डॉक्टरेट ऑफ़ मेडिसिन के लिए योग्यता, DM Course Kaise Kare, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
डीएम क्या होता है? – What is DM (Doctorate of Medicine) Course Details in Hindi

DM का अर्थ “Doctorate of Medicine” है और यह एक स्नातकोत्तर सुपर स्पेशियलिटी डिग्री है, जो उन उम्मीदवारों द्वारा किया जाती है जो चिकित्सा में स्नातकोत्तर डिग्री के बाद आगे के अध्ययन और शोध को आगे बढ़ाना चाहते हैं। इस कोर्स को करने में कुल 3 साल का समय लगता है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य या स्वास्थ्य प्रशासन जैसे चिकित्सा के किसी विशिष्ट क्षेत्र में मास्टर या डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने पर भी विचार कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में आपको अतिरिक्त ज्ञान और सहयोग प्रदान किया जा सकता है, जिसमें विभिन्न प्रकार की चिकित्सा रिकॉर्डिंग को लागू किया जा सकता है।
डीएम का फुल फॉर्म – DM Full Form in Hindi
DM का Full Form “Doctorate of Medicine” होता है। हिंदी में DM का फुल फॉर्म “डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन” होता है।
डीएम कोर्स के लिए योग्यता – Qualification For DM Course
DM Course के लिए Candidate के पास MS (Master of Surgery) या MD (Doctor of Medicine) या कोई भी Postgraduate Medical Diploma की degree होनी चाहिए। इसके बाद candidate Doctorate of Medicine के entrance exam के लिए apply कर सकता हैं।
डीएम कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज – Documents Required for DM Course
डीएम कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज नीचे दिए गेए हैं।
- आवंटन मेमो
- एडमिट कार्ड
- रैंक लेटर और मार्क डेटा शीट (एनईईटी/अन्य)
- जन्म तिथि साबित करने के लिए दस्तावेज़
- ऑनलाइन शुल्क रसीद का प्रिंट आउट
- 10वीं पास प्रमाण पत्र
- 10वीं अंक सूची (सीबीएसई, आईसीएसई -यदि कोई हो))
- 12वीं पास सर्टिफिकेट
- 12वीं की अंक सूची (सीबीएसई, आईसीएसई -यदि कोई हो)
- एमबीबीएस डिग्री प्रमाणपत्र
- एमबीबीएस डिग्री मार्क शीट (4)
- सीआरआरआई प्रमाणपत्र
- चिकित्सा परिषद पंजीकरण प्रमाणपत्र (पीजी सहित)
- पीजी डिग्री प्रमाणपत्र
- पीजी डिग्री मार्क शीट
- टीसीएमसी पंजीकरण प्रमाणपत्र
- स्थानांतरण प्रमाणपत्र
डीएम में प्रवेश कैसे प्राप्त करें? – How to Get Admission in DM (Doctorate of Medicine) Course
आज भारत में 1200 से अधिक Colleges है जो Medical Courses करवाती हैं। DM में admission के लिए candidate को पहले Medical में Postgraduate Course करना होता हैं। इसके बाद candidate को entrance exam clear करना पड़ता हैं। Entrance exam clear होने के बाद ही candidate को Doctorate of Medicine में admission मिल पाता है।
डीएम कोर्स के लाभ – Advantages/Benefits of DM Course in Hindi
- डीएम कोर्स व्यक्ति को उच्च स्तर का ज्ञान प्राप्त करने देती है।
- किसी को भी चिकित्सा के क्षेत्र में खुद को समर्पित करना चाहिए, अवशोषित करने के लिए असीम ज्ञान है और अभी भी बहुत कुछ खोजा जाना बाकी है।
- डीएम किसी को उस विषय के बारे में उच्चतम स्तर का ज्ञान प्राप्त करने की अनुमति देता है।
- यह न केवल ज्ञान रखने बल्कि उससे निर्माण करने के द्वार भी खोलता है। यह एक आधार बन जाता है जिस पर आगे अध्ययन करके और फैलोशिप का चयन करके विस्तार किया जा सकता है।
- इसके अलावा, वे चिकित्सा के अधिकांश रहस्यों पर भी शोध कर सकते हैं और अपने अर्जित ज्ञान और कौशल का अभ्यास करके और समाज की भलाई के लिए काम करके चिकित्सा क्षेत्र के विकास में योगदान दे सकते हैं।
डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन प्रवेश परीक्षा – Doctorate of Medicine Entrance Exam
भारत के अन्य Medical Courses की तरह DM में भी admission के लिए NEET (National Eligibility cum Entrance Test) का entrance exam होता हैं या फिर कोई भी Superspeciality Entrance Test जो उस College में admission के लिए होता हैं।
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डीएम कोर्स की अवधि – Course Duration of DM
भारत में Doctorate of Medicine Course की duration 3 साल तक की होती हैं। इन 3 सालो के बाद candidate को Theory और Clinical या Practical Exam के लिए बैठना पड़ता हैं। इन exams को qualify करने के बाद candidate को PG Superspeciality Course की degree से सम्मानित किया जाता हैं।
DM Course के Specializations
डीएम कोर्स का परीक्षा पैटर्न – Exam Pattern of DM Course
डीएम कोर्स परीक्षा के 2 पैटर्न होते हैं, थ्योरी पेपर और प्रैक्टिकल या ओरल पेपर, थ्योरी पेपर में 4 पेपर या अधिक शामिल होते हैं। ये पेपर उम्मीदवार के स्पेशलाइजेशन चयन पर निर्भर करते हैं। थ्योरी पेपर के बाद सभी अभ्यर्थियों की प्रैक्टिकल, क्लिनिकल या ओरल परीक्षा होगी या जो भी कॉलेजों के नियमों के अनुसार हो।
इन परीक्षाओं में qualify करने के लिए, सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 50% अंक प्राप्त करने होंगे और अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को 40-45% अंक प्राप्त करने होंगे।
DM Course में कई सारे specialization होते जिसमें से किसी एक specialization के साथ आप यह course पूरा कर सकते है। जैसे
- Cardiac – Anaesthesiology
- Cardiology
- Endocrinology & Metabolism
- Clinical Hematology
- Medical Oncology
- Gastroenterology
- Neonatology
- Pediatric Neurology
- Neuro-Radiology
- Nephrology
- Neuro-Anaesthesiology
- Neurology
- Medical Genetics
- Immunology
- Clinical Pharmacology
डीएम कोर्स की फीस – DM Course Fees
डीएम कोर्स की फीस Rs.20,000 से Rs.10,00,000 तक हो सकता है। सभी कॉलेजों की फीस अलग-अलग होती है। ये फीस आपके कॉलेज चयन के साथ-साथ आपकी स्पेशलाइजेशन पर भी निर्भर करती है।
डीएम कोर्स के बाद आगे की पढ़ाई – Further Studies After DM Course
डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन (एमडी) पूरा करने के बाद, आपकी रुचियों और करियर के लक्ष्यों के आधार पर आगे की पढ़ाई के लिए कई विकल्प हैं। कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं:
1. फैलोशिप कार्यक्रम: फैलोशिप कार्यक्रम विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम हैं जो आपको एक विशिष्ट चिकित्सा क्षेत्र में अतिरिक्त ज्ञान और कौशल प्राप्त करने की अनुमति देते हैं। ये सामान्य कार्यक्रम आमतौर पर एक से तीन साल तक चलते हैं और कार्ड मैसेज, राइट्स एंटरोलॉजी या न्यूरोलॉजी जैसे चिकित्सा के एक विशिष्ट क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
2. रेजिडेंसी कार्यक्रम: यदि आपने एमडी पूरा कर लिया है लेकिन अभी तक अपना रेजिडेंसी पूरा नहीं किया है, तो यह विचार करने का एक और विकल्प है। रेजीडेंसी कार्यक्रम एक विशिष्ट चिकित्सा सुविधा में अतिरिक्त प्रशिक्षण प्रदान करता है और आमतौर पर एक चिकित्सक के रूप में स्वतंत्र रूप से अभ्यास करने की आवश्यकता होती है।
3. मास्टर या डॉक्टरेट कार्यक्रम: आप महामारी विज्ञान, सार्वजनिक स्वास्थ्य या स्वास्थ्य प्रशासन जैसे चिकित्सा के किसी विशिष्ट क्षेत्र में मास्टर या डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने पर भी विचार कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में आपको अतिरिक्त ज्ञान और सहयोग प्रदान किया जा सकता है, जिसमें विभिन्न प्रकार की चिकित्सा रिकॉर्डिंग को लागू किया जा सकता है।
4. सतत शिक्षा पाठ्यक्रम: शिक्षा पाठ्यक्रम नवीनतम चिकित्सा अनुसंधान और प्रवृत्तियों पर अद्यतित रहने का एक शानदार तरीका है, और चिकित्सा अभ्यास करने के लिए अपना लाइसेंस बनाए रखने में आपकी सहायता कर सकते हैं। आप पेशेवर संगठन, विश्वविद्यालय या ऑनलाइन क्षेत्रीय माध्यम से सतत शिक्षा पाठ्यक्रम पा सकते हैं।
डीएम के बाद वेतन – Salary after DM
डीएम कोर्स पूरा करने के बाद आपकी नौकरी की सालाना सैलरी 2 लाख से 30 लाख तक हो सकती है। यह वेतन आपके अनुभव और कौशल पर निर्भर करता है। अगर आप भी मेडिकल में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो यह कोर्स आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा।
डीएम कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज – Syllabus Details for DM Course
विशेषता के आधार पर, DM कोर्स भिन्न होता है। आवश्यक कोर्स की जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित कॉलेजों की वेबसाइटों पर जाने की सलाह दी जाती है।
SEMESTER I | SEMESTER II |
Applied basic science knowledge | Biostatistics and clinical epidemiology |
Diseases with reference to General Medicine | Diagnostic investigation and procedures |
Recent advances in Medicine | – |
SEMESTER III | SEMESTER IV |
Monitoring seriously ill patients | Ability to carry out research |
Counselling patients and relatives | Ward patient management |
Ability to teach undergraduate students | OPD patient management |
SEMESTER V | SEMESTER VI |
Long and short topic presentations | Journal conferences |
Ward rounds, case presentations and discussions | PG case presentation skills |
Clinico-radiological and clinicopathological conferences | Research review |
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भारत में डीएम कोर्स करने के लिए 5 सर्वश्रेष्ठ कॉलेज – Top 5 Best Colleges For DM Course in India
डीएम कोर्स के लिए इंडिया में टॉप 5 कॉलेज की बात करे तो इसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
क्रम सं | कॉलेज/विश्वविद्यालय | शहर / भारत |
---|---|---|
1. | AIIMS (All India Institute of Medical Science) | Delhi |
2. | CMC (Christian Medical College) | Vellore |
3. | Arms Forces Medical College | Pune |
4. | Kasturba Medical College | Mangalore |
5. | Jawaharlal Institute of Postgraduate Medical Education and Research | Puducherry |
विश्व में डीएम कोर्स करने के लिए 5 सर्वश्रेष्ठ कॉलेज – Top 5 Best Colleges For DM Course in World
डीएम कोर्स के लिए दुनिया में टॉप 5 कॉलेज की बात करे तो इसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
क्रम सं | कॉलेज/विश्वविद्यालय | शहर / देश |
---|---|---|
1. | Harvard University | United States |
2. | Imperial College London | Netherlands |
3. | University of Copenhagen | London |
4. | University of Oxford | Switzerland |
5. | University of Toronto | United States |
डीएम के बाद नौकरी और कैरियर विकल्प – Job and Career Options After DM Course
डीएम कोर्स पूरा करने के बाद आपके पास कई क्षेत्र होंगे जहां आप अपना काम शुरू कर सकते हैं। जैसे – अस्पताल, प्रयोगशालाएं, स्वास्थ्य केंद्र, मेडिकल कॉलेज, रिसर्च इंस्टिट्यूट, नर्सिंग होम आदि। इसके साथ ही आप समाचार पत्रों, पत्रिकाओं आदि में भी अपने लेख प्रकाशित कर सकते हैं।
डीएम स्नातक के लिए कई शीर्ष कार्य भूमिकाएं भी हैं जिनमें वे अपना करियर शुरू कर सकते हैं। जैसे – क्लिनिकल फार्माकोलॉजिस्ट, गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट, एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, फिजिशियन, जेनेटिकिस्ट आदि।
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निष्कर्ष
आज के इस लेख में आपने जाना डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन कोर्स क्या है और कैसे करे? (What is Doctorate of Medicine in Hindi) इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद भी अगर आपके मन में की पूरी जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी। अगर फिर भी आपके मन में DM Course Kya Hota Hai को लेकर कोई सवाल उठ रहा है तो आप नीचे Comment करके पूछ सकते हैं। हमारी विशेषज्ञ टीम आपके सभी सवालों का जवाब देगी।
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