आज हम जानेंगे गांधी जयंती पर कविता की पूरी जानकारी (Poems on Gandhi Jayanti in Hindi) के बारे में क्योंकि हमारे भारत देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी दिलवाने में असंख्य वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी और असंख्य लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया, परंतु उनमें से सबसे ऊपर गांधी जी का नाम आता है, क्योंकि भारत के जितने भी क्रांतिकारी थे, वह कहीं ना कहीं गांधीजी के आदेशों का ही पालन करते थे, जिसका एक प्रमुख कारण यह भी था कि गांधीजी ने इंग्लैंड से शिक्षा हासिल की थी और इसीलिए लोगों की नजरों में गांधीजी एक पढ़े लिखे व्यक्ति थे।
इसीलिए गांधीजी जो भी कहते थे, उसे भारत की जनता सर आंखों पर रखती थी।हालांकि ऐसा नहीं है कि गांधी जी के विचारों से सभी लोग सहमत थे। कुछ ऐसे भी लोग थे जो गांधी जी के विचारों से असहमत थे, जिन्हें गरम दल का नेता कहा जाता था।इंडिया में हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है इस दिन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम अलग-अलग जगह पर आयोजित होते हैं।
गांधी जयंती पर कविता – Poems on Gandhi Jayanti in Hindi

गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है और इस दिन इंडिया के अधिकतर स्कूलों में छुट्टी रहती है। कुछ स्कूल ऐसे भी होते हैं, जिस स्कूल में इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता है और इस दिन बच्चों से गांधी जयंती के ऊपर कविता सुनाने के लिए कहा जाता है। हमें यह पता है कि आप भी एक विद्यार्थी हैं और आप अभी स्कूल में पढ़ रहे हैं।इसीलिए आप गांधी जयंती पर कविता ढूंढ रहे हैं। इसलिए हमने आपके लिए बेस्ट गांधी जयंती कविता ढूंढ करके लाई है, जो इस प्रकार है।
महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर कविता हिंदी में
“ली सच की लाठी उसने
तन पर भक्ति का चोला
सबक अहिंसा का सिखलाया
वाणी में अमृत उसने घोला
बापू के इस रंग में रंग कर
देश का बच्चा- बच्चा बोला
कर देगें भारत माँ पर अर्पण
हम अपनी जान को
हम श्रद्घा से याद करेगें
गाँधी के बलिदान को
चरखे के ताने बाने से उसने
भारत का इतिहास रचा
हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई
सबमें इक विश्वास रचा
सहम गया विदेशी फिरंगी
लड़ने का अभ्यास रचा
मान गया अंग्रेजी शासक
बापू की पहचान को
हम श्रद्धा से याद करेगें
गाँधी के बलिदान को.”
गांधी जयंती, 2 अक्टूबर पर कविता हिंदी में – Poems on Gandhi Jayanti in Hindi
जन्मदिवस बापू का आया
सारे जग ने शीश नवाया
यह जीवन की शिक्षा का दिन
पावन आत्मपरीक्षा का दिन
मानवता की इच्छा का दिन
जगती का कण-कण हर्षाया
जन्मदिवस बापू का आया
जिसने खुशियाँ दी जीवन को
कोटि-कोटि दलित जनों को
सरल कर दिया जीवन रण को
ऊँच-नीच का भेद मिटाया
जन्मदिवस बापू का आया
जन्मदिवस बापू का आया
सत्य प्रेम का पथ अपना कर
क्षमा, कर्म के भाव जगा कर
स्वर्ग उतारा था वसुधा पर
युग का था अभिशाप मिटाया
जन्मदिवस बापू का आया
आज तुम्हारी मीठी वाणी
गूँज रही जानी पहचानी
अमर हुए तुम जीवन-दानी
घर-घर नव प्रकाश लहराया
जन्मदिवस बापू का आया
तुमने अपना आप गँवाकर
दानवता के बाग़ मिटाकर
सबके आगे माथ झुकाकर
मानवता का मान बढाया
जन्मदिवस बापू का आया”
Poems on Gandhi Jayanti in Hindi
“राष्ट्रपिता जो कहे जाते है,
प्यार से बापू उन्हें बुलाते हैं।
जिन्होंने देश को आज़ाद कराया।
सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाया।
महात्मा गांधी वो कहलाते हैं।
उन्होंने विलास को छोड़कर,
अपना जीवन देश की आज़ादी में लगाया।
विदेषी कपड़ों को त्याग कर उसने ।
देशी का महत्व समझाया।
कई आंदोलन और सत्याग्रह किये।
अंग्रेजों से लड़ने के लिए,
लोगों को अपने साथ किये,
देश को आज़ाद कराने के लिए।
सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर।
अंग्रेजों से लड़ी लड़ाई।
अपना तन मन धन सब कुछ सौंप दिया
अपने आपको पूरा झोंक दिया।
अंत तक लड़ी लड़ाई देश को आज़ादी दिलायी.”
गांधी जयंती क्यों मनाई जाती है? – Why is Gandhi Jayanti Celebrated in Hindi
भारत के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले गांधी जी का जन्म सन 1869 में 2 अक्टूबर के दिन भारत देश के गुजरात राज्य के पोरबंदर शहर में हुआ था। 2 अक्टूबर को गांधी जी पैदा हुए थे, इसीलिए हर साल इंडिया में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के तहत मनाने का ऐलान किया गया है।
इस दिन इंडिया में अधिकतर स्कूलों में छुट्टी होती है। गांधीजी अहिंसा के पुजारी थे।इसलिए लोग इन्हें प्यार से बापू कहकर बुलाते थे। इन्होंने असहयोग आंदोलन, जलियांवाला बाग आंदोलन, दांडी मार्च, नमक सत्याग्रह जैसे आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
भारत में गांधी जयंती कैसे मनाई जाती है? – How is Gandhi Jayanti Celebrated in india
गांधी जयंती के मौके पर भारत में नई दिल्ली में राजघाट में स्थित बापू की प्रतिमा के सामने विभिन्न दलों के नेता जा करके उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। गांधी जयंती के मौके पर इंडिया में विभिन्न गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता है। इस दिन बच्चों से नाटक का आयोजन करवाया जाता है, साथ ही उन्हें गांधी जयंती पर कविता और भाषण देने के लिए भी कहा जाता है।
गांधी जयंती के मौके पर भारत में रेडियो पर 2 अक्टूबर के दिन गांधी जी से संबंधित कई बातें बताई जाती है, साथ ही पूरे दिन उनके जीवन के बारे में कार्यक्रम चलता रहता है। इस दिन भारत के अधिकतर समाचार चैनलों पर भी गांधीजी के जीवन के बारे में बताया जाता है।
गांधीजी के ऊपर जो भी पिक्चर बन चुकी हैं वह गांधी जयंती के मौके पर टीवी पर दिखाई जाती हैं, ताकि लोगों को गांधीजी के बारे में पता चल सके। गांधी जयंती के मौके पर गांधी प्रेमी सेमिनार और छोटी-मोटी मीटिंग का आयोजन करते हैं और उसमें बापू के विचारों पर विचार विमर्श करते हैं।
गांधी जयंती का महत्व क्या है? – importance of gandhi jayanti in hindi
गांधीजी हिंसा के बिल्कुल भी पक्षधर नहीं थे।इसीलिए उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन काल में अंग्रेजों का पुरजोर तरीके से विरोध किया परंतु इसके लिए उन्होंने कभी भी हिंसा का सहारा नहीं लिया। गांधीजी का मानना था कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। हिंसा करने से समस्या और भी विकराल हो जाती है।
इसीलिए अहिंसक हो करके अपना हक मांगना चाहिए। गांधी जयंती के मौके पर लोगों को यह सीख मिलती है कि कैसे बिना हिंसा किए हुए भी अपने हक के लिए अहिंसक तरीके से आंदोलन कर सकते हैं और सरकार को झुकने पर विवश कर सकते हैं।
गांधी जी की मौत कब हुई थी?
30 जनवरी 1948
गांधी जी को कौन सी उपाधि मिली हुई है?
भारत का राष्ट्रपिता
गांधी जी कौन सी विचारधारा के समर्थक थे?
अहिंसा वादी
गांधी जी की पत्नी का नाम क्या था?
कस्तूरबा गांधी
गांधी जी के माता पिता का नाम क्या था?
उनकी माता का नाम पुतलीबाई और पिता का नाम करमचंद था।
गांधी जी ने कौन सी पढ़ाई की थी?
वकालत की
क्या गांधी जी की जयंती पर छुट्टी होती है?
जी हां
निष्कर्ष
आशा है आपको Poems on Gandhi Jayanti in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में Gandhi Jayanti Par Kavita hindi mein (Poems on Gandhi Jayanti in Hindi) और गांधी जयंती पर कविता को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को Gandhi Jayanti 2 October Poem in Hindi में जानकारी मिल सके।