आज हम जानेंगे आईपीओ (Initial Public Offering) क्या है पूरी जानकारी (How To Apply IPO In Hindi) के बारे में क्योंकि पैसा एक ऐसी वस्तु है, जो इंसान को लगभग सभी खुशीयां प्रदान कर सकती है। हर व्यक्ति विभिन्न तरीकों से पैसे कमाते है। जैसे कुछ लोग नौकरी करके पैसे कमाते हैं, तो बहुत से लोग बिजनेस के जरिए पैसे कमाते हैं। पैसे कमाने के वैसे तो कई रास्ते हैं, परंतु पैसे को कुछ ही समय में कई गुना बढ़ाने के लिए जो रास्ता सबसे ज्यादा लोग पसंद करते हैं, वह है शेयर मार्केट का रास्ता।
दुनियाभर में ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने अपने पैसे शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करके रखे हैं और वह अपने पैसे पर काफी अच्छा रिटर्न में प्राप्त कर रहे हैं। आज हम आपको शेयर बाजार से संबंधित एक ऐसी जानकारी दे रहे हैं, जो आपके काफी काम आ सकती है। आज के इस लेख में जानेंगे कि IPO Kya Hota Hai, आईपीओ भरने के लिए क्या करें, IPO Online Kaise Bharne, आईपीओ भरने का तरीका, ipo kaise kharide, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
आईपीओ क्या है? – What is IPO (Initial Public Offering) Information in Hindi?
![Initial Public Offering क्या होता है? IPO मे कैसे Apply करें? जानिए IPO से जुड़ी सभी जानकारी हिंदी में 21 Ipo Kya Hota Hai](https://supportingainain.com/wp-content/uploads/2021/08/IPO-Kya-Hota-Hai.png)
Share Market में जब कोई पुरानी या नई कंपनी पहली बार अपने Share को लाती है, तो उसे IPO कहा जाता है। नई अथवा पुरानी कंपनी अपने शेयर को पहली बार सामान्य लोगों को ऑफर करके फंड इकट्ठा करती है और उस फंड का इस्तेमाल कंपनी अपनी ग्रोथ में करती है, इसके बदले में जो लोगों कंपनी के आईपीओ को खरीदते हैं उन्हें उस कंपनी में हिस्सेदारी मिल जाती है।
कहने का मतलब है कि जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आपको उस कंपनी की कुछ हिस्सेदारी मिल जाती है। इस प्रकार से आप उस कंपनी के खरीदे हुए शेयर के मालिक बन जाते हैं। कंपनी चाहे तो एक से ज्यादा बार IPO Launched कर सकती है।
आईपीओ का फुल फॉर्म क्या होता है? – What Is IPO Full Form In Hindi?
IPO का Full Form Initial Public Offering होता है। हिंदी में IPO का का फुल फॉर्म शुरुआती सार्वजानिक प्रस्ताव होता हैं। आईपीओ के अंतर्गत कोई भी कंपनी सबसे पहले अपने आपको शेयर बाजार में लिस्ट करवाती है और उसके बाद अपने शेयरों को बेचने का प्रस्ताव लाती है, जिसके बाद इन्वेस्टर उसके शेयर खरीद सकते हैं।
आईपीओ में ऑनलाइन अप्लाई कैसे करें? – How to Apply for IPO Online?
अगर आप IPO Online Apply करना चाहते हैं, तो यहां पर हम आपको एसबीआई इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करके आईपीओ में ऑनलाइन अप्लाई कैसे करते हैं, इसकी जानकारी स्टेप बाय स्टेप दे रहे हैं।
1. एसबीआई नेट बैंकिंग के जरिए IPO मे Apply Online करने के लिए सबसे पहले किसी भी ब्राउज़र में अपने SBI Net Banking खाते को लॉगिन करें।
2. लॉगइन होने के बाद E-Services वाले विकल्प पर क्लिक करें।
3. इतना करने पर आपको अपनी स्क्रीन पर बहुत सारे ऑप्शन दिखाई देंगे, उसमें से आपको Demat & ASBA (Application Supported by Blocked Amount) Services वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है।
4. इसके बाद आपको ASBA Services (IPO) के अंतर्गत दिए गए IPO (Equity/Rights) के विकल्प पर क्लिक करना है।
5. इसके बाद आपको Apply IPO के अंतर्गत Accept वाली बटन पर क्लिक करना है।
6. इतना करने के बाद आपको अगले पेज पर उस कंपनी के नाम का सिलेक्शन करना है, जिस कंपनी के आईपीओ के लिए आप अप्लाई करना चाहते हैं। सिलेक्शन करने के बाद आपको GO वाली बटन पर क्लिक करना है और इसके बाद आपको अगले पेज पर Accept वाली बटन पर क्लिक करना है।
7. इसके बाद आपको Select Category वाले ऑप्शन पर क्लिक करके Individual वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है।
8. इसमें जानकारी भरने के लिए अप्लाई करने वाले व्यक्ति के नाम के आगे Select Registered Applicant पर क्लिक करें। आपने अगर पहले ही एप्लीकेंट को Add किया है तो एप्लीकेंट को Add करें और अगर आपने एप्लीकेंट को Add नहीं किया है तो उसके नीचे दिखाई दे रहे If you have not added applicant. Please click here to add a new applicant वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
9. अगले पेज पर आपको अपनी प्रोफाइल का पासवर्ड Add करना होगा। पासवर्ड Add करने के बाद आपके सामने एक पेज खुल जाएगा, जिसमें आपको IPO एप्लीकेंट की जानकारी भरनी होगी, जो निम्नानुसार होगी।
- एप्लीकेंट नेम: यहां पर आवेदक का नाम डालें
- पैन नंबर : यहां पर पान नंबर इंटर करें, आपको पैन नंबर दो बार भरना होगा।
- डिपॉजिटरी: CDSL को क्लिक करें.
- बेनिफिशिएरी डीपी अकाउंट नंबर: यह आपको वेबसाइट या फिर ब्रोकरेज फर्म एप्लीकेशन पर प्रोफाइल सेक्शन में मिल जाएगा।
- एप्लीकेंट निक नेम : यहां पर एप्लीकेंट का निकनेम डालें।
इतनी सब जानकारी भरने के बाद Add वाली बटन पर क्लिक करें।
10. इतनी प्रोसेस पूरी करने के बाद आपको फिर से individual वाले ऑप्शन को सिलेक्ट करना है। इसके बाद आपको जानकारी भरने के लिए अप्लाई करने वाले व्यक्ति के नाम के आगे Select Registered Applicant वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है। और आपने जिस एप्लीकेंट को Add किया है, उसे सिलेक्ट कर लेना है। ऐसा करने पर ऑटोमेटिक ही एप्लीकेंट का नाम और पैन कार्ड की जानकारी भर जाएगी। इसके बाद आपको डिपॉजिटरी में सीडीएसएल को सिलेक्ट करना है।
11. इसके बाद आपको तीन प्रकार के ऑप्शन दिखाई देंगे, जो निम्नानुसार होंगे।
- Quantity: यहां पर आपको जितने शेयर की बोली लगानी है, वह दर्ज करें।
- Price: यहां पर आप जिस भाव पर बीड लगाना चाहते हैं, वह दर्ज करें।
- Cutoff price: अगर आप इस ऑप्शन को सिलेक्ट कर देंगे, तो प्राइस बैंड की अधिकतम कीमत सिलेक्ट हो जाएगी, हालांकि आप कट ऑफ प्राइस सिलेक्ट करने पर सिर्फ एक ही बीड़ लगा पाएंगे।
12. इतना सब करने के बाद आपको अगले प्रक्रिया में उस खाते का कलेक्शन करना है जिसमें से आप पैसे कटवाने के लिए पेमेंट करना चाहते हैं। इसके बाद आपको Submit वाले बटन पर क्लिक करना है। इस प्रकार आपका रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाता है।
रजिस्ट्रेशन पूरा होते ही आपके द्वारा दिए गए फोन नंबर पर एक SMS आएगा, जिसमें यह लिखा होगा कि, आपका आवेदन हो गया है। इस SMS में आपको एक एप्लीकेशन नंबर भी प्राप्त होगा, जिसका इस्तेमाल करके आप यह चेक कर सकते हैं कि, आपको अलॉटमेंट जारी हुआ है या नहीं।
आईपीओ के लिए कौन आवेदन कर सकता है? – Who Can Apply For IPO?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, IPO में कोई भी व्यक्ति अप्लाई कर सकता है या फिर इन्वेस्टमेंट कर सकता है। यहां तक कि आईपीओ में माइनर व्यक्ति भी अप्लाई कर सकता है। आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करने के लिए व्यक्ति को एक डीमैट खाते की आवश्यकता होती है, वही शेयर खरीदने के लिए और शेयर बेचने के लिए उसे ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता पड़ती है।
जो रिटेल इन्वेस्टर होते हैं, वह ₹200000 तक की रकम रिटेल कैटेगरी में आईपीओ में इन्वेस्ट कर सकते हैं। IPO में इन्वेस्ट करने के लिए व्यक्ति को डिमैट एंड ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है।
आईपीओ का अलॉटमेंट कैसे होता है? – How is the Allotment of IPO Done?
कंपनी में जब IPO की ओपनिंग बंद हो जाती है, तब आईपीओ का अलॉटमेंट जारी करती है। आईपीओ के अलॉटमेंट की प्रोसेस में कंपनी पैसे इन्वेस्टर को देकर आईपीओ का अलॉटमेंट देती है। इन्वेस्टर आईपीओ Allot हो जाने के बाद शेयर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो जाते हैं। स्टॉक मार्केट में List होने के बाद शेयर सेकेंडरी बाजार में बेचे और खरीदे जाते हैं। जब तक शेयर स्टॉक मार्केट में Add नहीं हो जाते हैं, तब तक उन्हें इन्वेस्टर sell नहीं कर सकता।
जब एक बार स्टॉक मार्केट में शेयर लिस्ट हो जाते हैं तो शेयर और पैसा यह दोनों इन्वेस्टर में आपस में बदलते यानी की Exchange होते रहते हैं। शेयर मार्केट में जब एक बार Share Add हो जाते हैं, तो व्यक्ति चाहे तो स्टॉक मार्केट टाइमिंग के हिसाब से अपने Share को खरीद सकता है या फिर sell कर सकता है।
निष्कर्ष
आशा करते हैं कि आपको IPO Details In Hindi की पूरी जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी। अगर फिर भी आपके मन में ipo apply process kya hai (What is the IPO Apply Process In Hindi) और आईपीओ क्या होता है? को लेकर कोई सवाल हो तो, आप बेझिझक Comment Section में Comment कर पूछ सकते हैं।
अगर यह जानकारी पसंद आया हो तो, जरूर इसे Share कर दीजिए ताकि IPO Kya Hota Hai बारे में सबको जानकारी प्राप्त हो।