आज हम जानेंगे किन्नर क्या होता है और कैसे पहचाने जाते हैं की पूरी जानकारी (kinner kya hota hai in Hindi) के बारे में क्योंकि अक्सर ट्रेन में सफर करते समय आपका सामना कुछ ऐसे भिखारियों से हुआ होगा, जो देखने में बिल्कुल अलग ही लगते हैं अर्थात कहने का मतलब है कि वह भिखारी जैसे तो नहीं लगते हैं, क्योंकि उन लोगों ने काफी श्रृंगार किया होता है। बता दे कि इन्हें ही किन्नर कहा जाता है।
किन्नरों के बारे में एक राय यह भी है कि, अगर यह खुश होकर के किसी भी व्यक्ति को आशीर्वाद दे देते हैं तो समझ लीजिए उसे जैसे भगवान का आशीर्वाद मिल जाता है और अगर यह किसी को बद्दुआ देते हैं, तो उसका वंश सहित नाश हो जाता है। किन्नरों को जल्दी कोई नौकरी नहीं देता है। इसीलिए यह ट्रेन में या फिर रेलवे स्टेशन पर अथवा भीड़ भाड़ वाली जगह पर लोगों से पैसे मांगते हैं और बहुत से ऐसे लोग हैं, जो इन्हें खुशी-खुशी पैसे दे भी देते हैं, क्योंकि कोई भी इनसे लड़ना नहीं चाहता है।
किन्नर कौन होते हैं? – किन्नर किसे कहते है?
बता दे कि किन्नर को हिजड़ा और ट्रांसजेंडर भी कहा जाता है। यह एक ऐसे लोग होते हैं, जिनकी गिनती ना तो आदमी में होती है ना ही महिला में होती है। कई लोग इन्हें अपमान स्वरूप बीच का आदमी भी कहते हैं। इनके हाव-भाव आदमियों जैसे भी होते हैं और महिलाओं जैसे भी होते हैं। कई किन्नर ऐसे होते है, जिसमें बॉडी के सभी अंग आदमियों वाले होते हैं परंतु उनकी चाल ढाल महिलाओं जैसी होती है। वहीं कई किन्नर ऐसे होते हैं, जो बिल्कुल महिला की तरह दिखाई देते है, परंतु उनके पास महिला वाले अंग नहीं होते हैं।
आपको जितने भी किन्नर दिखाई देते हैं, उनमें से अधिकतर की आवाज पुरुषों जैसी होती है परंतु यह महिलाओं के जैसा श्रृंगार करते हैं और अक्सर यह लोगों से पैसे मांग करके अपना गुजारा करते हैं, जिसके पीछे कारण यह है कि इन्हें जल्दी कोई नौकरी पर नहीं रखता है और यही वजह है कि अपना पेट पालने के लिए यह बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन या फिर सार्वजनिक जगह पर लोगों से पैसे मांगते हैं।
किन्नर कैसे पैदा होते हैं?
मां बनना किसी भी लड़की के लिए भाग्य की बात होती है परंतु कभी-कभी यह उस समय उनके लिए समस्या पैदा कर देता है, जब उन्हें यह पता चलता है कि जो संतान उनके पेट में से पैदा हुई है वह ना तो लड़का है ना लड़की है बल्कि वह किन्नर है। दरअसल जब किसी महिला के पेट में बच्चा आ जाता है तो बच्चा आने के 3 महीने के बाद धीरे-धीरे उसका विकास होना चालू हो जाता है।
अगर इसी दरमियान प्रेग्नेंट महिला को कोई बीमारी हो जाती है या फिर उसे अन्य कोई ऐसी समस्या हो जाती, जिससे उसकी बच्चेदानी में हारमोंस की प्रॉब्लम उत्पन्न होती है, तो इसके कारण बच्चे के लिंग पर इफेक्ट पड़ता है और इसी के कारण कभी-कभी पैदा हुए बच्चे में महिला और पुरुष दोनों के लक्षण आ जाते हैं। इस प्रकार से किन्नर पैदा होते हैं। कई बार तो किन्नर दवा के साइड इफेक्ट के कारण भी पैदा हो जाते हैं। इसलिए प्रेगनेंसी की अवस्था में काफी सोच-विचार कर और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही काम करना चाहिए।
किन्नर कैसे पहचाने जाते हैं?
जैसे ही किन्नरों को यह पता चलता है कि किसी घर में कोई किन्नर पैदा हुआ है या फिर कोई किन्नर पहले से ही रह रहा है तो किन्नर उसे अपनी बिरादरी में जबरदस्ती शामिल कर लेते हैं। फिर चाहे उसके घर वाले इसे रोकने का कितना भी प्रयास क्यों ना कर ले। बता दे कि ऐसे किन्नर जो पैदाइशी किन्नर होते हैं, अगर आप उनके स्तनों को देखेंगे तो वह ज्यादा बड़े नहीं होते हैं और जिन्हें बाद में किन्नर बनाया जाता है उन्हें इंजेक्शन दिया जाता है।
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यही वजह है कि जिन्हें किन्नर बनाया जाता है उनके स्तन आकार में मोटे होते हैं। इसके अलावा जो पैदाइशी किन्नर होते हैं, उनकी योनि पर किसी भी प्रकार के कटने का कोई भी निशान नहीं होता है परंतु जिसे किन्नर बनाया जाता है उनकी योनि पर कट का निशान होता है। किन्नर की पहचान करने के लिए आप उसकी आवाज को देख सकते हैं।
अगर किसी ने महिला जैसा सिंगार किया परंतु उसकी आवाज पुरुषों जैसी है तो निश्चित है कि वह किन्नर है। इसके अलावा अगर वह ताली पीट-पीटकर के लोगों से पैसे मांगते हैं तो यह भी इस बात की गवाही देता है कि वह किन्नर है। अगर कोई पुरुष किन्नर होता है तो उसके लिंग में जरा सा भी तनाव नहीं आता है।
किन्नर के रीप्रोडक्टिव सिस्टम की जानकारी
आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि टोटल 46 क्रोमोसोम नंबर मानव जाति का है। इन 46 में से 2 सेक्स वाले क्रोमोजोम होते हैं और बाकी ऑटोड्रोम वाले होते हैं। यही जो सेक्स वाले क्रोमोजोम होते हैं यही इस बात का निर्धारण करते हैं कि लड़का पैदा होगा या फिर लड़की अथवा किन्नर। अगर XY क्रोमोसोम होता है तो उसे पुरुष कहा जाता है और अगर XX होता है तो उसे महिला कहा जाता है।
इसके अलावा XXX,YY,OX क्रोमोसोम जिस मनुष्य के अंदर होता है उसे हिजड़ा या फिर किन्नर कहा जाता है। जब महिला के पेट में बच्चा होता है तो कभी-कभी कुछ ऐसी वजह बन जाती है, जिसके कारण क्रोमोसोम के नंबर में काफी बदलाव हो जाते हैं और यही वजह है कि जो संतान पैदा होती है, वह किन्नर होती है।
बता दे कि हमारे देश में लगातार किन्नरों के पैदा होने की संख्या कम हो रही है। इसके पीछे वजह यह है कि अल्ट्रासाउंड के जरिए और मेडिकल साइंस के जरिए यह पता कर लिया जाता है कि पेट में जो बच्चा पल रहा है, वह लड़का है अथवा लड़की या फिर किन्नर और जैसे ही यह पता चलता है कि पेट में पलने वाला बच्चा किन्नर है तो उसे पेट में ही खत्म कर दिया जाता है।
किन्नर के लिंग कैसे होते हैं?
वास्तव में इसके बारे में आप तभी जान पाएंगे जब आप किसी किन्नर से उसके जननांगों को दिखाने के लिए कहेंगे। फिर भी प्राप्त जानकारी के अनुसार जो किन्नर होते हैं, उनके प्राइवेट पार्ट का ढंग से विकास नहीं हुआ होता है अर्थात किसी किन्नर के पास अंडकोष होता है, परंतु उसका लिंग सही से नहीं होता है। वहीं कई किन्नर ऐसे हैं जिनके पास योनि तो होती है परंतु वह किसी काम की नहीं होती है, उनकी योनि में सिर्फ एक छेद होता है जहां से वह पेशाब कर सकती हैं। कई किन्नरों के स्तन काफी छोटे होते हैं वहीं कई किन्नरों के लिंग काफी बड़े होते हैं।
किन्नर को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
ट्रांसजेंडर
किन्नर को हिंदी में क्या कहते हैं?
हिजड़ा
किन्नर की शव यात्रा कब निकलती है?
रात में
लगातार कम हो रही किन्नरों की संख्या का कारण क्या है?
गर्भ में ही इन्हें खत्म कर देना
निष्कर्ष
आशा है आपको किन्नर क्या होता है के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में kinner kise kehte hai (Kinner in Hindi) और किन्नर कैसे पहचाने जाते हैं को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को kinner kya hota h के बारे में जानकारी मिल सके।
मुजे अची तरह से समाज मे नहीं आया की किनर कैसे होता हे