आज हम जानेंगे बायोडाटा कैसे लिखा जाता है की पूरी जानकारी (biodata in hindi kaise likhe) के बारे में क्योंकि आप ने इंटरनेट पर बहुत सारी बायोग्राफी वाले वेबसाइट देखी होगी, जिसके ऊपर भारत के साथ ही साथ दुनिया के लोकप्रिय लोगों की बायोग्राफी लिखी गई होती है। बायोग्राफी अर्थात किसी व्यक्ति की जिंदगी के बारे में ढेर सारी बातें। अक्सर बायोग्राफी ऐसे ही लोगों की लिखी जाती है जो किसी न किसी फील्ड में कामयाबी हासिल कर चुके होते हैं या फिर जिन्होंने कुछ अनोखा ही काम किया होता है।
हालांकि सामान्य लोगों की भी बायोग्राफी लिखी जाती है परंतु उसे बायोडाटा कहा जाता है। इसमें फर्क यह समझे कि बायोग्राफी सफल हो चुके लोगों की लिखी जाती है और बायोडाटा सामान्य लोगों का लिखा जाता है। आज के इस लेख में जानेंगे कि biodata kaise likha jata hai, बायोडाटा क्या होता है, बायोडाटा कितने प्रकार का होता है, बायोडाटा कैसे लिखें, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
बायोडाटा क्या होता है? – What is Biodata in Hindi
बायोडाटा पढ़ कर के हम किसी भी व्यक्ति की जिंदगी के बारे में काफी कुछ जान सकते हैं। एक प्रकार से देखा जाए तो बायोडाटा के अंदर उस व्यक्ति के पैदा होने से लेकर के संघर्ष करने तक की सारी कहानी होती है। यहां तक कि उस व्यक्ति ने कैसे सफलता हासिल की, उसने कौन सी पढ़ाई की, उसके साथ जीवन में कौन-कौन सी घटनाएं घटित हुई, इसकी जानकारी भी होती है।
बायोग्राफी को बायोडाटा कहा जाता है और बायोडाटा को हिंदी भाषा में जीवनी, वृतांत या फिर आंकड़ा कहा जाता है। बायोडाटा अक्सर इंसानों का ही लिखा जाता है, जिसके अंदर उसके जीवन के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने का प्रयास किया जाता है। अगर बायोडाटा शब्द के बारे में बात करें तो यह अंग्रेजी का शब्द है और इसे अलग अलग करने पर इसका पहला शब्द बायो बनता है और दूसरा शब्द डाटा बनता है, जिसमें से बायो का मतलब होता है जीवनी और डाटा का मतलब होता है आंकड़ा।
इस प्रकार शब्दों और अंकों को मिलाकर के बायोडाटा तैयार होता है। बायोडाटा को जीवनी विवरण भी कहा जाता है। किसी भी फेमस इंसान की बायोग्राफी या फिर बायोडाटा पढ़ने के लिए आप इंटरनेट पर आसानी से व्यक्ति का नाम लिख करके उसके पीछे बायोडाटा लिख करके सर्च कर सकते हैं।
बायोडाटा कैसे लिखा जाता है?
बायोडाटा के अंदर किसी भी इंसान की जिंदगी के बारे में काफी कुछ जानकारी लिखी जाती है। अगर बात करें बायोडाटा कैसे तैयार किया जाता है तो बता दे कि उसे तैयार करने के लिए अलग-अलग कंडीशन को ध्यान में रखा जाता है, साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाता है कि आप किसके ऊपर बायोडाटा तैयार कर रहे हैं। शादी के लिए बायोडाटा अलग होता है और एजुकेशन के लिए बायोडाटा अलग होता है। इसके अलावा इसके कई प्रकार भी होते हैं।
बायोडाटा कितने प्रकार का होता है? – Types of Biodata Format
Biodata 5 प्रकार के होते हैं जो नीचे विस्तार से लिखे गए हैं।
- Marriage Biodata.
- Biodata for Job.
- Personal Biodata.
- Educational Biodata.
- Medical Biodata.
बायोडाटा फॉर्मेट क्या है? – What is Biodata Format
बायोडाटा के कई प्रकार होते हैं। इसलिए जिस प्रकार के लिए हम बायोडाटा तैयार करते हैं उस प्रकार के हमें फॉर्मेट का इस्तेमाल करना पड़ता है जिसे बायोडाटा फॉर्मेट कहा जाता है। बायोडाटा के अंदर हमें जो जानकारी बतानी होती है उसकी सबसे पहले हम एक लिस्ट बनाते हैं। इसी लिस्ट बनाने की क्रिया को भी बायोडाटा फॉर्मेट कहां जाता है।
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फॉर्मेट का मतलब होता है कि आपको उसी हिसाब से काम करना है जिस प्रकार का फॉर्मेट बताया गया है या फिर दिखाया गया है। नीचे हम आपको बायोडाटा के अलग-अलग प्रकार के बारे में बता रहे हैं, साथ ही यह भी बता रहे हैं कि उसमें क्या लिखा जाता है।
व्यक्तिगत बायोडाटा कैसे लिखें (How to Write Personal Biodata in Hindi)
इस प्रकार का बायोडाटा तब तैयार किया जाता है जब व्यक्ति अपने बारे में किसी को बताना चाहता है। पर्सनल बायोडाटा को हिंदी भाषा में व्यक्तिगत जानकारी भी कहा जाता है। इसे खास ऐसे मौके पर तैयार किया जाता है, जब आप अपने आप को लोगों के सामने एक अच्छी छवि वाले व्यक्ति के तौर पर पेश करना चाहते हैं। खासतौर पर जो लोग सामाजिक काम करते हैं वह इस प्रकार के बायोडाटा तैयार करवाते हैं। पर्सनल बायोडाटा तैयार करने के लिए नीचे दी गई जानकारियों को आपको अपने बायोडाटा में शामिल करना पड़ता है।
- नाम
- पिता का नाम
- माता का नाम
- जन्मतिथि
- स्थायी पता
- लिंग
- वैवाहिक स्थान
- धर्म
- राष्ट्रीयता
- पसंद या रूचि
- संचार भाषा
- संपर्क नंबर
- एजुकेशन की जानकारी
- अन्य हुनर
- उपलब्धियां
नौकरी के लिए बायोडाटा कैसे लिखें? – How to write biodata for job in Hindi
अगर कभी आप नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाते हैं, तब आपको अपना एक अच्छा सा नौकरी वाला बायोडाटा अवश्य तैयार करके अपने साथ लेकर के जाना चाहिए, क्योंकि एचआर की टीम आपके बायोडाटा को पढ़कर के अपने आप यह जान जाती है कि वास्तव में आपको उनकी कंपनी में नौकरी देनी चाहिए अथवा नहीं। नीचे दी गई जानकारी जब कभी भी आप नौकरी के लिए बायोडाटा तैयार करवाए, तब आपको उसमें शामिल करवानी है या फिर करनी है।
- व्यक्तिगत जानकारी
- एजुकेशन की जानकारी
- एक्सपीरियंस की जानकारी
- अन्य हुनर
- शौक
एजुकेशन बायोडाटा कैसे लिखें? – How to write Education Biodata in Hindi
इस प्रकार का बायोडाटा विद्यार्थी वर्ग तब तैयार करवाते हैं, जब वह किसी इंस्टिट्यूट, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए अप्लाई करते हैं। एजुकेशन बायोडाटा में विद्यार्थियों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी तो शामिल करनी ही होती है, साथ ही उन्हें अपनी क्वालिफिकेशन के बारे में भी अच्छे से बताना होता है। अब आगे आप यह भी जान ले कि एजुकेशन बायोडाटा में आपको कौन-कौन सी बातों को शामिल करना पड़ता है।
- नाम
- पिता का नाम
- माता का नाम
- जन्मतिथि
- स्थायी पता
- वर्तमान पता
- लिंग
- वैवाहिक स्थति
- धर्म
- राष्ट्रीयता
- समूह
- संपर्क नंबर
- ई-मेल पता
- रक्त समूह
- शैक्षिक योग्यता
शादी का बायोडाटा कैसे लिखें? – How to Write Marriage Biodata in Hindi
अभी भी ऐसे कई लोग हैं जो शादी करने के लिए रिश्तेदारों के द्वारा बताए गए रिश्ते को ही पसंद करते हैं परंतु अब आधुनिक जमाने में लोग अपने लिए बेस्ट लाइफ पार्टनर ढूंढने के लिए ऑनलाइन मैट्रिमोनियल वेबसाइट यानी की शादी करवाने वाली वेबसाइट का सहारा ले रहे हैं। ऐसी वेबसाइट पर अगर आप भी शादी के लिए अपना अकाउंट बनाना चाहते हैं, तो आपको अपना एक अच्छा सा मैरिज बायोडाटा भी अवश्य तैयार कर लेना चाहिए, ताकि आपको शादी के प्रपोजल आने के चांस ज्यादा हो। नीचे आपको मैरिज बायोडाटा कैसे बनाया जाता है और उसमें कौन सी बातें लिखी जाती है, इसकी जानकारी दी गई है।
- नाम
- जन्म तिथि
- माता-पिता का नाम
- परिवार का विवरण
- शैक्षिक पृष्ठभूमि
- धर्म
- जाति
- पेशा
- सैलेरी
- शारीरिक संरचना
- जीवन शैली
- संपर्क की जानकारी
- जीवन का उद्देश्य जीवन
- साथी से अपेक्षा
मेडिकल बायोडाटा कैसे लिखें? – How to Write Medical Biodata in Hindi
मेडिकल बायोडाटा के अंदर आप अपने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप मेडिकल बायोडाटा को मेडिकल सर्टिफिकेट के तहत भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे तैयार करने के लिए नीचे दी गई बातों को आप को मेडिकल बायोडाटा में शामिल करना पड़ता है।
- ब्लड ग्रुप
- जीनोटाइप
- विकलांगता पर इंफॉर्मेशन
- एलर्जी पर इंफॉर्मेशन
- अस्थमा और अल्सर की इंफॉर्मेशन
बायोडाटा तैयार करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- अधिक से अधिक बायोडाटा 3 पेज का ही होना चाहिए।
- बायोडाटा में आपने जो फोन नंबर और ईमेल आईडी दी है वह चालू होनी चाहिए।
- इसके अंदर आपको अपने घर के आसपास के इलाके का भी वर्णन अवश्य करना चाहिए।
- इसमें आपको सारी बातें बिल्कुल सही सही लिखनी चाहिए।
- बायोडाटा में पासपोर्ट साइज की रंगीन फोटो का ही इस्तेमाल आपको करना चाहिए।
- आप जिस किसी भी भाषा में बायोडाटा लिखे, सारा बायोडाटा उसी भाषा में होना चाहिए।
Biodata से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बायोडाटा का मतलब क्या है?
जीवनी, जीवन परिचय
बायोडाटा कौन सी भाषा में लिखना चाहिए?
जिस भाषा में बायोडाटा तैयार करने की आवश्यकता हो।
बायोडाटा के फायदे क्या है?
कंडीशन के हिसाब से इसके फायदे अलग-अलग हैं।
बायोडाटा किस पर लिखा जाता है?
सादे पन्ने पर
क्या हम कंप्यूटर से बायोडाटा बना सकते हैं?
हां
निष्कर्ष
आशा है आपको बायोडाटा कैसे लिखा जाता है के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में biodata kaise likha jata hai (how to write biodata in Hindi) और बायोडाटा कैसे लिखा जाता है को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को biodata kaise likha jata hai के बारे में जानकारी मिल सके।