CAA Full Form In Hindi? भारत में CAA बहुत अधिक चर्चा का विषय रह चुका है| लेकिन CAA के बारे में अभी भी लोगों को पूरी जानकारी नहीं जिससे वो इसमें भेद नहीं कर पाते और इसे ठीक तरह से समझ नहीं पाते, आईये जानते हैं असल में CAA का फुल फॉर्म क्या है? और CAA क्या है?
सीएए का फुल फॉर्म क्या होता है? – What is CAA Full Form in Hindi?
CAA : CITIZENSHIP AMENDMENT ACT
CAA का Full Form Citizenship Amendment Act होता है| हिंदी में CAA का फुल फॉर्म नागरिकता संशोधन कानून होता है| CAA का पूरा नाम Citizenship Amendment था जो कि संसद द्वारा पास किये जाने के बाद बिल से कानून बन गया अर्थात् “Citizenship Amendment Act” जिसका हिंदी में नाम “नागरिकता संशोधन कानून” है। इस कानून के अनुसार भारत द्वारा उसकी सीमा से जुडे़ तीन पडो़सी देशों – पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान देशों से छह धर्मों के अलपसंख्यक समुदाय के नागरिकों को भारत की स्थिर नागरिकता प्रदान की जायेगी। जिनमें- हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, पारसी और बुद्ध धर्मों के लोगों को शामिल किया गया।
CAA Act के तहत देश में शरण लिये गये शरणार्थियों द्वारा भारतीय नागरिकता लेने के कुछ नये प्रावधान तैयार किये गये है। CAA Act के अनुसार तीन इस्लामिक देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में प्रताडि़त किये जा रहे भारतीय मूल के अल्पसंख्यक को भारत लाकर भारतीय नागरिकता प्रदान के जायेगी। पिछले महीनों में इस एक्ट का बहुत जोर शोर से विरोध किया गया था क्योंकि विरोध करने वाले लोगों द्वारा इस एक्ट का आधार धर्म को बताया गया था कि यह एक्ट गैर-संवैधानिक है जिसमें मुस्लिम धर्म को इस नियम के सभी प्रावधानों से बाहर रखा गया है।
जबकि सरकार द्वारा इस बात का आश्वासन दिया गया कि यह एक्ट पूर्ण रछप से संविधान के प्रावधानों को संतुष्ट करता है, और संविधान के citizenship 1955 act में ही सुधार किया गया है। साथ ही देश के 20 करोड़ मुस्लिमों द्वारा ऐसा माना जाने लगा कि उनकी नागरिकता छीन ली जायेगी और इसे धर्म के आधार पर भेदभाव किया जाने वाला कानून कहा गया हैश, जबकि सरकार इन सभी बातों का खंडन करती है। सरकार द्वारा बताया गया कि नागरिकता संशोधन कानून के तहत किसी की भी नागरिकता नहीं छीनी जायेगी, लेकिन NRC के आने के बाद एक प्रक्रिया द्वारा सभी की नागरिकता सुनिश्चित की जायेगी जिस बात का भी खूब विरोध किया गया।
CAA के खिलाफ क्यों हुआ प्रदर्शन?
CAA कानून की घोषणा के बाद सबसे पहले नॉर्थ साईड से लोगों के विरोध की खबरें आने लगी जिसके बाद असम में लोग धरना प्रदर्शन करने लगे। उनका मानना था कि उनकी संस्कृति को बाहर से बसाये गये लोगों के कारण क्षति पहुंच सकती है। इसके अलावा बडी़ नामी यूनिवर्सिटीज- JNU, AMU में भी विरोध प्रदर्शन किया गया।
शाहीन बाग में डेढ़ महीनों तक हजारों की तादाद में लोगों ने धरना दिया , सभी का ऐसा मानना था कि यह धर्म के आधार पर बनाया गया कानून गलत है और मुस्लिमों को नज़र्ंदाज किया गया है। जबकि सरकार का इस पर कहना था कि भारत में रह रहे मुस्लिमों को नागरिकता का कोई खतरा नहीं है। और बाहरी देशों से 1% migrants भारतीयों को वापिस लाया जायेगा। साथ ही भारत में रह रहे रोहिंग्या मुस्लमानों का इस कानून से फर्क पडे़गा और रेफ्यूजी सैंटर भेजा जायेगा। CAA कानून का विषय काफी जटिल बना दिया गया है।