आज हम जानेंगे एमपिन क्या है और कैसे बनाते हैं? की पूरी जानकारी (MPIN in Hindi) के बारे में क्योंकि जब हम बैंक में अपना अकाउंट खुलवाते हैं, तब हम अकाउंट खुलवाने के समय एक फोन नंबर भी देते हैं जिस पर हमें बैंक से संबंधित आवश्यक जानकारी प्राप्त होती है। इसके अलावा फोन नंबर देने के पीछे एक कारण यह भी होता है कि आजकल बैंक अपनी एप्लीकेशन अवश्य बना करके रखती हैं, जिसका इस्तेमाल करके हम बैंक की कई सर्विस का फायदा फोन के जरिए उठा सकते हैं।
मोबाइल बैंकिंग चलाने के लिए आपको बैंक एप डाउनलोड करने के बाद उसमें कुछ प्रक्रिया करके अपना अकाउंट बना लेना होता है और जब आप उसके जरिए फंड ट्रांसफर करते हैं तो आपको MPIN डालने के लिए कहा जाता है। एमपिन कभी 4 अक्षरों का होता है तो कभी 6 या फिर 8 अक्षरों का होता है। आइए इस आर्टिकल के जरिए एमपिन क्या है तथा MPIN की पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं। आज के इस लेख में जानेंगे कि एमपिन क्या है और कैसे बनाते हैं, MPIN in Hindi, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
एमपिन क्या होता है? – What is MPIN in Hindi
MPIN यानि Mobile Banking Personal Identification Number को आप सिक्योरिटी कोड भी कह सकते हैं। कई बैंकों में यह 6 अंकों का होता है तो कई बैंकों में यह 4 अंकों का ही होता है। कुछ ऐसी बैंके भी है जिसमें एमपिन 8 अंकों का भी होता है। सरल भाषा में अगर आपको इसके बारे में समझाया जाए तो मान लीजिए आपका बैंक अकाउंट किसी बैंक में है और आपको उस बैंक की सर्विस का इस्तेमाल घर बैठे करना है
तो इसके लिए आप उस बैंक की एप्लीकेशन को अपने फोन में इंस्टॉल करेंगे और उस पर अपना अकाउंट बनाएंगे। अब आपको उस एप्लीकेशन के जरिए जो भी एक्शन परफॉर्म करना है, उसे परफॉर्म करने के लिए एमपिन डालना होगा। इसे बनाने की सुविधा आपको एप्लीकेशन के अंदर ही मिल जाती है। कई बार जब आप नेट बैंकिंग के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करते हैं तो आपका MPIN बनाया जाता है।
बैंक की एप्लीकेशन में आप कोई भी एक्शन परफॉर्म करना चाहते हैं तो आपको हर एक्शन को परफॉर्म करने के लिए एमपिन डालना होता है। इसको एक बार बनाने के बाद इसे फिर से बनाया जा सकता है अथवा एमपिन भूल जाने के बाद आप इसे फिर से प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपके पास रजिस्टर्ड फोन नंबर होना जरूरी है।
एमपिन का मतलब क्या होता है? – MPIN meaning in Hindi
हर आदमी की बैंक एप्लीकेशन का MPIN अलग अलग होता है। इसीलिए यह एक सुरक्षित सिक्योरिटी कोड माना जाता है। हालांकि कभी-कभी इसके जरिए बहुत से लोगों के साथ धोखा भी हो जाता है, क्योंकि अगर आपका MPIN कोई और जान लेता है, तो वह आपके अकाउंट से ऑनलाइन फंड ट्रांसफर कर सकता है। इसलिए इसे हमेशा छुपा कर रखना चाहिए और यह प्रयास रखना चाहिए कि इसके बारे में सिर्फ आपको ही जानकारी हो।
एमपिन क्यों आवश्यक है?
जब आप एटीएम कार्ड से पैसे निकालने के लिए एटीएम मशीन में जाते हैं, तब आपको पैसे निकालने के लिए अपने एटीएम कार्ड का 4 अंकों का या फिर 8 अंकों का पिन डालना पड़ता है। उसके बाद ही आगे की प्रक्रिया पूरी होती है और एटीएम मशीन से पैसे निकलते हैं।
ठीक इसी प्रकार बैंक के एंड्रॉयड एप्लीकेशन में जब आप अपना रजिस्ट्रेशन कर लेते हैं और उसके बाद आप ऑनलाइन किसी व्यक्ति को पैसे भेजना चाहते हैं, तो उस व्यक्ति की डिटेल जानने के बाद जब आप आखिरी स्टेज पर पहुंचते हैं, तो आपको एमपिन डालने के लिए कहा जाता है।
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क्योंकि आपकी बैंक अकाउंट का जो एमपिन है, वह जब आप MPIN डालते हैं तब उससे मैचिंग करता है और मैच होने के बाद ही पैसे ट्रांसफर होते हैं। इस प्रकार MPIN इसलिए आवश्यक है कि कोई व्यक्ति बैंक की एप्लीकेशन से फर्जी ट्रांजैक्शन ना कर सके।
एमपिन कैसे प्राप्त करें? – How to get MPIN in Hindi
प्राप्त जानकारियों के अनुसार बता दें कि MPIN पाने के लिए आप 2 तरीके को ट्राई कर सकते हैं जिसमें पहला तरीका है बैंक के द्वारा एमपिन प्राप्त करना और दूसरा तरीका है यूपीआई ट्रांजैक्शन एप्लीकेशन के द्वारा एमपिन प्राप्त करना। पहले तरीके में आपको बैंक में अपना फोन नंबर रजिस्टर करवाना होता है, उसके बाद बैंक की तरफ से आपको यूजर आईडी और एमपिन दे दिया जाता है। दूसरे तरीके में आपको फोन पे, भीम या फिर गूगल पे जैसी एप्लीकेशन पर अपना रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसके बाद आपको एमपिन मिल जाता है।
MPIN का उपयोग किसके लिए किया जाता है?
- मोबाइल बैंकिंग
- आइएमपीएस
- आईवीआर
- एसएमएस बैंकिंग
- यूपीआई एप्लीकेशन
- यूएसएसडी बैंकिंग
मोबाइल ट्रांजैक्शन में एमपिन की क्या आवश्यकता है?
ऑनलाइन फंड ट्रांसफर करने के लिए हमें एमपिन की आवश्यकता पड़ती है। यह इसलिए बनाया गया है ताकि आप सुरक्षित तौर पर पैसे को किसी भी व्यक्ति को ऑनलाइन तरीके से भेज सकें। मोबाइल बैंकिंग की सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए व्यक्ति को टू वे ऑथेंटिकेशन के जरिए ही ट्रांजैक्शन करना होता है। इसे आप कुछ इस प्रकार से समझिए कि जिस प्रकार एटीएम कार्ड से जब आप पैसे निकालते हैं, तब आपको अपने एटीएम कार्ड का पिन डालना पड़ता है, उसी प्रकार ऑनलाइन पैसे भेजने के लिए या फिर ट्रांजैक्शन करने के लिए आपको एमपिन की आवश्यकता पड़ती है।
USSD से MPIN कैसे बनाया जाता है?
जो भी व्यक्ति यह जानना चाहते हैं कि यूएसएसडी के जरिए एमपिन कैसे बनाया जाता है, उन्हें हम यूएसएसडी की सहायता से एमपिन जनरेट करने की प्रोसेस नीचे बता रहे हैं।
1. *99 #, यह नंबर सबसे पहले अपने फोन के कीपैड में डायल करें और कॉल की बटन दबाएं।
2. अब यूएसएसडी की सर्विस चालू होने के बाद आपकी बैंक के जिस ब्रांच में आपका अकाउंट है उस ब्रांच के आईएफएससी कोड के शुरुआत के जो 4 अंक है वह और बैंक के स्टार्टिंग के 3 अक्षर को टाइप करके सेंड कर दें।
3. अब जो नया मेनू स्क्रीन पर आया है, उसमें 7 नंबर टाइप करें और सेंड बटन दबा दें।
4. अब कीपैड की सहायता से 1 नंबर टाइप करें और सेंड कर दें।
5. इसके बाद जो एमपिन आप बनाना चाहते हैं, वह डालें और सबमिट कर दें।
6. अब जो इंस्ट्रक्शन आपकी स्क्रीन पर आए हैं, उसे पढ़े और उसके बाद कीपैड की सहायता से 2 नंबर टाइप करें और भेज दे।
7. अब आपको अपना पुराना एमपिन सबमिट कर देना है और उसके बाद नया एमपिन डालना है और उसे कंफर्म कर देना है और फिर सबमिट बटन पर क्लिक कर देना है। बस हो गया आपका एमपिन जनरेट।
एमपिन के फायदे – Benefits of MPIN
- इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक सिक्योरिटी कोड होने के नाते यह आपके ऑनलाइन लेन-देन की प्रक्रिया को सुरक्षित और आसान बनाता है।
- यह सिर्फ 4 अंकों का ही होता है जिसका निर्माण करने के लिए आप यूएसएसडी या फिर यूपीआई एप्लीकेशन का सहारा ले सकते हैं।
- ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के लिए तब तक प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी, जब तक आप एमपिन नहीं डाल देते हैं। गलत एमपिन डालने पर भी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी। इसलिए आपके ऑनलाइन ट्रांजैक्शन सुरक्षित रहते हैं।
- एमपिन आप अपनी बैंक से भी प्राप्त कर सकते हैं।
एमपिन भूल जाने पर क्या करें?
बता दें कि अगर आप एमपिन भूल गए हैं तो आप इसे आसानी से एप्लीकेशन के जरिए फिर से बना सकते हैं। अगर लाख कोशिशें करने के बावजूद भी आपका एमपिन नहीं बन पा रहा है, तब आप अपनी बैंक के ब्रांच से संपर्क करें। वहां से आपको नया एमपिन बना करके दे दिया जाएगा।
एमपिन कितने नंबरों का होता है?
4 नंबर अथवा 6 नंबर अथवा 8 नंबर
क्या सभी का एमपिन अलग अलग होता है?
जी हां
एमपिन कौन देता है?
बैंक या फिर यूपीआई एप्लीकेशन
निष्कर्ष
आशा है आपको एमपिन क्या होता है के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में mpin kaise banaye (Mpin in hindi) और एमपिन कैसे प्राप्त करें को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को mpin kya hota hai में जानकारी मिल सके।