आज हम जानेंगे थायराइड क्या है और कैसे होता है की पूरी जानकारी (Thyroid in Hindi) के बारे में क्योंकि सबसे पहले तो हम आपको यहां पर एक जानकारी दे दे कि अगर आपने थायराइड को ठीक करने के लिए कोई घरेलू उपाय किया है तो यह ज्यादा असरदार साबित नहीं होता है क्योंकि हमने कई जगह पर यह पढा है कि, घरेलू उपचार थाइरोइड को पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकता। इसलिए अच्छे डॉक्टर से इसका इलाज अवश्य करवा लें।
थायराइड एक ऐसी प्रॉब्लम है जो इंडिया ही नहीं बल्कि इंडिया के बाहर विदेशों में भी काफी तेजी के साथ फैल रही है जो कि इंसानों के लिए बहुत ही चिंता का विषय है। इसलिए हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको थायराइड के बारे में पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है, ताकि आपको इसकी पूरी जानकारी हो और आप इससे अपना बचाव कर सकें। आज के इस लेख में जानेंगे कि थायराइड क्या है और कैसे होता है, Thyroid in Hindi, Causes of Thyroid in Hindi, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
थायराइड क्या है? – What is Thyroid in Hindi
हम इंसानों का जो गला होता है वहीं पर तितली के आकार की तरह दिखाई देने वाली एक ग्रंथि होती है जिसे Thyroid कहा जाता है। इसलिए आप अपने मन से यह बातें निकाल दे कि यह कोई बीमारी है। गले में मौजूद थायराइड ग्रंथि कई महत्वपूर्ण काम करती है। जैसे कि यह हम जो खाना खाते हैं उसे एनर्जी में कन्वर्ट करने का काम करती है। इसके अलावा यह कुछ महत्वपूर्ण हार्मोन को भी रिलीज करने का काम करती है,
जिसका सीधा इफेक्ट हमारी बॉडी के कुछ आवश्यक गतिविधियों के ऊपर पड़ता है, जैसे कि डाइजेस्टिव सिस्टम और बॉडी के टेंपरेचर पर। इतना ही नहीं यह थायराइड ग्रंथि कोलेस्ट्रॉल और मांसपेशियों तथा हड्डियों को भी कंट्रोल करने का काम करती है और अगर किसी कारण की वजह से हमारी बॉडी में यह हार्मोन ऊपर नीचे हो जाते हैं,
तो इसकी वजह से हमारा वजन या तो ज्यादा बढ़ने लगता है या फिर ज्यादा कम होने लगता है और यही समस्या जब होती है, तो उसे Thyroid कहकर बुलाया जाता है। हमारी जानकारी के अनुसार आदमियों को थायराइड की प्रॉब्लम कम होती है, परंतु लड़कियों को अथवा महिलाओं को इसकी समस्या ज्यादा होती है।
थायराइड रोग के प्रकार – Types of Thyroid in Hindi
इसके टोटल 6 प्रकार है जिसके नामों की लिस्ट नीचे बताए अनुसार है।
- हाइपोथायरायडिज्म
- हाइपरथायरॉइडज्म
- गॉइटर
- थायराइडिटिस
- थायराइड नोड्यूल
- थायराइड कैंसर
थायराइड क्यों होता है? – Causes of Thyroid in Hindi
नीचे Thyroid होने के कारण आपको बताए गए हैं।
- कभी गोइटर की प्रॉब्लम हुई हो
- पहले कभी व्यक्ति को थायराइड की प्रॉब्लम हुई हो
- अधिक मिर्च मसाले वाली चीजें खाना
- ज्यादा मोटापा
- टाइप 1 डायबिटीज
- ऑटोइम्यून विकार
- अधिक उम्र हो जाने पर
- किसी महिला का बांझ होना
- परिवार में किसी व्यक्ति को थाइरोइड की प्रॉब्लम होना
- मिसकैरेज
- जेनेटिक प्रॉब्लम
- टाइप टू डायबिटीज
महिलाओं में थायराइड के लक्षण – Thyroid Symptoms in Women in Hindi
नीचे दिए गए लक्षण महिलाओं में थायराइड के दिखाई देते हैं।
- थायराइड ग्रंथि में सूजन आना
- भोजन सही से डाइजेस्ट ना होना
- बॉडी में एनर्जी कम होना
- थकान आना
- सुस्ती होना
- अधिक नींद आना
- वजन बढ़ना
- वजन घटना
- नाखून कमजोर होना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- कब्ज होना
- अनियमित पीरियड
पुरुषों में थायराइड के लक्षण – Thyroid Symptoms in Men in Hindi
नीचे दिए गए लक्षण पुरुषों में थायराइड के दिखाई देते हैं।
- कब्ज
- थकावट
- तनाव
- रूखी त्वचा
- ज्यादा वजन
- कम वजन
- कम पसीना
- कम ह्रदय गति
- हाई ब्लड प्रेशर
- जोड़ों में सूजन
- पतले बाल
- याददाश्त कमजोर
- प्रजनन क्षमता में असंतुलन
- मांसपेशियों में दर्द
- चेहरे पर सूजन
- सफेद बाल
थायराइड हार्मोन का काम क्या है? – What is the Function of Thyroid Hormone
थायराइड हार्मोन हमारी बॉडी में मुख्य तौर पर नीचे बताए गए कामों को अंजाम देने का काम करते हैं।
- हम इंसान जो भोजन ग्रहण करते हैं, थायरॉयड ग्रंथि उसे एनर्जी में कन्वर्ट करने का काम करती है।
- यह हमारे खून में मौजूद शुगर यानी कि चीनी की मात्रा को कम करती है।
- Thyroid हार्मोन हमारी बॉडी में कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल करने का काम करता है।
- थायराइड हार्मोन बॉडी में फास्फोलिपिड को भी कम करने के लिए सहायक होता है।
- यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करने में सहायक होता है।
- थाइरोइड महिलाओं की बॉडी में दूध की पैदावार ज्यादा करने का काम करता है।
थायराइड रोग का घरेलू इलाज क्या है? – Home Remedies for Thyroid Problems
नीचे हम आपको थायराइड का घरेलू इलाज क्या है इसकी जानकारी दे तो रहे हैं परंतु घरेलू इलाज हर किसी व्यक्ति की बॉडी पर असर करें यह आवश्यक नहीं है, क्योंकि हर किसी व्यक्ति की बॉडी की क्षमता अलग-अलग होती है। इसलिए घरेलू नुस्खे किसी के ऊपर असर करते हैं और किसी के ऊपर नहीं करते हैं। इसीलिए आपको घरेलू नुस्खे ट्राई करने के साथ ही साथ, इसकी अच्छी ट्रीटमेंट भी करवानी चाहिए।
1. अश्वगंधा
अश्वगंधा एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसे टेंशन कम करने वाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी की लिस्ट में रखा गया है। अश्वगंधा के अंदर जो तत्व पाया जाता है उसके ऊपर नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन ने एक रिसर्च की थी। इस रिसर्च में इन्होंने यह पाया कि यह एडेप्टोजन को हमारी बॉडी में कम करने के लिए सहायक होता है।
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इसके अलावा उन्होंने अपनी रिसर्च में इस बात पर भी गौर किया था कि हाइपो Thyroid की प्रॉब्लम में भी इसे घरेलू इलाज के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। अश्वगंधा टेबलेट और चूर्ण के रूप में आपको मार्केट में मिलता है। आपको इसके चूर्ण का दो चम्मच सेवन रोजाना पानी के साथ करना है और अगर आप टेबलेट लेते हैं तो आपको रोजाना टेबलेट एक ही टाइम लेनी है।
2. एसेंशियल ऑयल
एसेंशियल ऑयल एक प्रकार का सुगंधित तेल होता है जिसका इस्तेमाल सुगंध वाली चीजें बनाने में किया जाता है। इसके ऊपर की गई एक रिसर्च में यह बात सामने निकल कर के आई थी कि जो लोग हाइपोथायराइड की समस्या से परेशान है, उन्हें इसे सुंघना चाहिए। ऐसा करने पर उन्हें हाइपोथायराइड की प्रॉब्लम के कारण जो थकान महसूस होती है, उससे थोड़ा राहत की प्राप्ति होगी।
3. गुग्गुल
गुग्गुल का आयुर्वेदिक उपचार पद्धति में काफी ज्यादा जिक्र किया गया है। इसके अंदर एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं और कुछ ऐसे गुण भी इसके अंदर पाए जाते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रोल को बॉडी में कम करने के लिए सहायक साबित होते हैं, साथ ही साथ इसके अंदर पाए जाने वाले गुण Thyroid को बढ़ने से रोकते हैं और उसे वापस से नॉर्मल स्थिति में लाने के लिए सहायक होते हैं। इसके अलावा यह हमारी बॉडी में मौजूद थायराइड हार्मोन को सही प्रकार से काम करने के लिए भी प्रेरित करते हैं।
4. अलसी
अलसी के अंदर भर भर कर ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो ऐसे लोगों को लेना चाहिए जो हाइपोथायरायडिज्म की प्रॉब्लम से परेशान है, क्योंकि इसका सेवन अगर वह लगातार करते हैं, तो यह बॉडी में जाने के बाद हाइपोथायरायडिज्म की प्रॉब्लम और उसके जोखिम को कम करने में काफी सहायक साबित होता है। हालांकि आपको इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से अवश्य कंसल्ट करना चाहिए।
5. अदरक
अदरक के बारे में तो आप सभी लोग जानते ही होंगे। इसकी तासीर बहुत ही गर्म होती है।इसलिए ठंडी के मौसम में लोग चाय पीने के लिए इसे चाय में अवश्य मिलाते हैं। अदरक के गुणों की बात करें तो इसमें पोटेशियम और मैग्नीशियम यह दोनों ऐसे तत्व हैं, जो बहुत ही अधिक मात्रा में पाए जाते हैं और यही दोनों तत्व आपके थायराइड को खत्म करने के लिए काफी सहायक साबित होते हैं।
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इन दोनों गुणो के अलावा इसके अंदर पाया जाने वाला एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण भी थायराइड की प्रॉब्लम को घटाने का काम करता है और उसे सही प्रकार से काम करने लायक बनाता है। इसके लिए या तो अदरक का जूस पिए या फिर चाय में अदरक डालकर पिए। आप चाहे तो अदरक को मुंह में डालकर जूस भी पी सकते हैं। लगातार 4 से 5 महीने यह उपाय आप करते हैं तो आपको अच्छे रिजल्ट मिलेंगे।
6. नारियल तेल
Thyroid के जो भी लक्षण होते हैं, उन्हें कम करने में नारियल तेल सहायक साबित हो सकता है। यह थायराइड के लक्षण को कम करता है जिसकी वजह से थायराइड ग्रंथि अपना काम सही तरह से कर पाती है।
7. मुलेठी
मुलेठी के बारे में आप सभी लोग जानते ही होंगे। आपने कई लोगों के मुंह से यह सुना होगा कि किसी व्यक्ति की आवाज अगर सुरीली नहीं है तो उसे मुलेठी का सेवन करना चाहिए। यहां तक कि कई गायक भी मुलेठी का सेवन अपनी आवाज को सुरीली बनाने के लिए करते हैं, क्योंकि यह कर्कश ध्वनि को भी धीरे-धीरे मीठा कर देती है। इससे आदमी की आवाज सुरीली बन जाती है।
यही मुलेठी थायराइड की प्रॉब्लम में भी आपके काफी काम आ सकती है। दरअसल बता दे कि मुलेठी के अंदर जो गुण पाए जाते हैं, वह थायराइड के कारण जो कैंसर होता है उसे बढ़ने से भी रोकने का काम करते हैं। इसके अलावा इसके अंदर पाए जाने वाले गुण Thyroid ग्रंथि को फिर से सही करने का काम करते हैं।
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Thyroid की प्रॉब्लम में मुलेठी के फायदे के बारे में आपने जान लिया। अब बता देते हैं कि आपको इसका सेवन कैसे करना है। मुलेठी को आप को रात को सोने के पहले 1 गिलास गाय के गर्म दूध के साथ हल्दी मिलाकर के लेना है। आप चाहे तो इसके अंदर शहद भी मिला सकते हैं। लगातार 4 से 5 महीने यह उपाय करने से आप खुद ही यह देखेंगे कि कैसे आपको आराम मिल रहा है।
थायराइड के दरमियान खानपान कैसा रहना चाहिए?
थाइरोइड होने का एक कारण अधिक तली भुनी चीजें भी खाना होता है। इसलिए खानपान की बात करें तो जब किसी व्यक्ति को थायराइड हो जाता है, तो उसे अपने खानपान में तली भुनी और जंक फूड वाली चीजों को बिल्कुल भी नहीं शामिल करना चाहिए। ऐसी अवस्था में उसे आयोडीन नमक का सेवन अधिक से अधिक करने का प्रयास करना चाहिए,
साथ ही जो हरी सब्जियां हैं उन्हें भी लेने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि हरी सब्जियों के अंदर अच्छी मात्रा में पोटेशियम, जिंक, आयरन, विटामिन और मिनरल होते हैं। इसके अलावा थायराइड की सिचुएशन में व्यक्ति को सेलेनियम वाली चीजें भी खानी चाहिए। जैसे कि अंडा, मछली, दूध, दही, घी इत्यादि।
थायराइड के दरमियान जीवन शैली कैसी होनी चाहिए?
Thyroid के दरमियान आपको नीचे दी गई जमीन शैली का पालन करना चाहिए। यह काफी हद तक आपको थायराइड के खतरे से बचा लेगा।
- सुबह उठने के बाद एक गिलास हल्का गुनगुना पानी पिए।
- रोजाना योगासन अथवा कोई कसरत करें।
- चाय, कॉफी का सेवन कम करें।
- जो दवाई चल रही है उन्हें नियमित तौर पर टाइम पर ले।
- लौकी के जूस का सेवन करना चालू कर दें।
- सेलेनियम से भरपूर चीजें खाना चालू करें।
- दूध के साथ हल्दी मिलाकर पिए।
- अपना खाना टाइम टू टाइम खाए।
- खट्टी चीजें खाए जैसे कि दही, सेब का सिरका
थायराइड में परहेज क्या करना चाहिए?
नीचे जो परहेज हमने आपको बताए हैं, उनका पालन आपको थायराइड की समस्या में करना है।
- जिन चीजों में कार्बोहाइड्रेट और फैट होता है, उन्हें लेना कम कर दें।
- जिन चीजों में सैचुरेटेड फैट होता है उन्हें ना खाएं।
- ठंडे ड्रिंक ना पिए।
- जंक फूड जैसे कि चाऊमीन, पिज्जा, बर्गर, कैंडी, चाट इत्यादि ना खाएं।
- खाने के बाद एक ही जगह ना लेटे रहे
योगासन से थायराइड का उपचार क्या है?
सीबीआई और दिल्ली का डिफेंस इंस्टीट्यूट तथा फिजियोलॉजी की संयुक्त रिसर्च में यह बात सामने निकल कर के आई थी कि योगासन करने की वजह से थायराइड के इलाज में थोड़ी सहायता मिल सकती है और यह थायराइड की समस्या को कम करने में सहायक साबित हो सकता है, क्योंकि यह Thyroid हार्मोन को कंट्रोल करने में इफेक्टिव माना जाता है।
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थायराइड के लिए कौन सा इलाज है? – Thyroid Treatment in Hindi
आप नीचे दिए गए इलाज थायराइड की समस्या से परेशान होने पर करवा सकते हैं, पर याद रखिए इनमें से कुछ इलाज महंगे होते हैं तो कुछ इलाज मीडियम खर्चे वाले होते हैं। इसीलिए अपनी आर्थिक स्थिति के हिसाब से ही इलाज का सिलेक्शन करें।
- बीटा-ब्लॉकर दवा
- रेडियोआयोडीन
- सर्जरी
थायराइड का होम्योपैथिक इलाज क्या है? – Homeopathic Treatment for Thyroid in Hindi
बता दें कि साल 2008 में दिल्ली के आठ गवर्नमेंट तथा आठ प्राइवेट स्कूल के तकरीबन 5281 बच्चों को सिलेक्ट किया गया था जिनकी उम्र 6 साल से लेकर के 18 साल थी। इन बच्चों में लड़के और लड़कियां दोनों थे, जिनमें से 194 बच्चों के अंदर थायराइड की प्रॉब्लम पाई गई थी। इसके बाद इन्हें होम्योपैथी की दवा दी गई और आश्चर्यजनक रूप से होम्योपैथी दवा से धीरे-धीरे इन बच्चों का थायराइड पूरी तरह से ठीक हो गया।
इस प्रकार यह माना गया कि थायराइड के इलाज में होम्योपैथिक दवा वाकई में कारगर साबित हो सकती है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को थायराइड की प्रॉब्लम है, तो वह नीचे दी गई होम्योपैथी दवा का इस्तेमाल होम्योपैथिक डॉक्टर से कंसल्ट करके चालू कर सकता है। यह दवा आपके Thyroid को खत्म करने में सहायक साबित हो सकती हैं।
- कैलकेरिया कार्ब
- कैलकेरिया सल्फर
- फास्फोरस
- नेट्रियम मूर
- साइलेसिया
थायराइड में कौन सा फल खाना चाहिए?
नीचे दिए गए फल थायराइड की प्रॉब्लम में मरीजों को खाने चाहिए।
- संतरा
- अनानास
- स्ट्रॉबेरी
- ब्लूबेरी
- रास्पबेरी
थायराइड में कौन सा फल नहीं खाना चाहिए? – Which Fruit Avoid in Thyroid
नीचे दिए गए फल Thyroid की प्रॉब्लम में मरीजों को नही खाने चाहिए।
- केला
- अखरोट
- चीकू
- आम
प्याज से थायराइड का इलाज कैसे करें?
बता दें कि थायराइड ग्रंथि के कारण जब व्यक्ति की बॉडी में कहीं पर सूजन आ जाती है, तो उसे दूर करने के लिए व्यक्ति प्याज का इस्तेमाल कर सकता है। दरअसल anti-inflammatory, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण तो इसके अंदर मौजूद होते हैं परंतु इसके अंदर सल्फर नाम का तत्व भी पाया जाता है।
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यह वही तत्व है जो थायराइड ग्रंथि के कारण बॉडी में आ चुके सूजन को कम करने में सहायक साबित होता है। इसके अलावा सल्फर ही बॉडी के गंदे और जहरीले तत्वों को बाहर निकालने के लिए कारगर माना जाता है। इस प्रकार भोजन में आपको प्याज शामिल करना चाहिए या फिर आप सलाद के साथ इसे खा सकते हैं।
थायराइड (Thyroid) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Thyroid से बचने के लिए क्या करें?
किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहें।
क्या Thyroid की प्रॉब्लम पूरी तरह से ठीक हो सकती है?
नहीं परंतु आप कुछ बचाव करके इससे थोड़ा आराम प्राप्त कर सकते हैं।
महिलाओं में थायराइड होने पर कौन से लक्षण दिखाई देते हैं?
वजन बढ़ना, थकान, कमजोरी
प्रेगनेंसी की सिचुएशन में हाइपोथायरायडिज्म का इलाज कैसे होता है?
हार्मोन की टेबलेट दे कर के
क्या सर के बाल झड़ने के पीछे थायराइड की प्रॉब्लम हो सकती है?
हां
कौन सा Thyroid ज्यादा खतरनाक होता है?
हाइपरथायरायडिज्म
क्या थायराइड होने पर बॉडी में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है?
हां
नार्मल थायराइड रेंज कितना होना चाहिए?
0.4 से 5.0 मिली इंटरनेशनल यूनिट्स प्रति लीटर
नार्मल थायराइड 10 साल के बच्चे में कितना होता है?
0.5 से 5.3 मिली इंटरनेशनल यूनिट्स प्रति लीटर
क्या थायराइड टेस्ट खाली पेट होता है?
हा
थायराइड टेस्ट क्या होता है?
इसके द्वारा थायराइड का फंक्शन टेस्ट किया जाता है?
थायराइड टेस्ट की कीमत क्या है?
गवर्नमेंट हॉस्पिटल में यह ₹200 में होता है। प्राइवेट हॉस्पिटल में ₹500 के आसपास।
निष्कर्ष
आशा है आपको थायराइड क्या है के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में thyroid ke lakshan (Thyroid in Hindi) और थायराइड का रामबाण इलाज को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को thyroid kaise hota hai में जानकारी मिल सके।