आज हम जानेंगे प्राथमिक शिक्षक (Primary Teacher) कैसे बने पूरी जानकारी (How To Become Primary Teacher In Hindi) के बारे में क्योंकि अगर आप इंटरनेट पर यह सर्च करते रहते हैं कि प्राइमरी टीचर कैसे बने या फिर प्राइमरी का टीचर बनने के लिए क्या करना पड़ता है, परंतु अभी तक आपको आपके क्वेश्चन का सही जवाब नहीं मिला है, तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इस आर्टिकल में आपको प्राइमरी टीचर के बारे में पूरी इंफॉर्मेशन प्राप्त होने वाली है। इंडिया में ऐसे कई लोग हैं जिन्हें एजुकेशन में बहुत ही ज्यादा इंटरेस्ट होता है।
इसीलिए वह कड़ी मेहनत करके अपनी स्टडी करते हैं और स्टडी कंप्लीट करने के बाद वह एजुकेशन की फील्ड में ही अपना कैरियर बनाने की इच्छा रखते हैं। आज के इस लेख में जानेंगे कि Primary Teacher Kaise Bane, प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए क्या करे, Primary Teacher Meaning In Hindi, Primary Teacher Kya Hota Hai, प्राथमिक शिक्षक बनने का तरीका, Primary Teacher Kaise Bante Hain, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
प्राथमिक शिक्षक क्या होता है? – What is a Primary Teacher Information in Hindi?
प्राइमरी टीचर प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 1 से ले कर 5 तक के बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं। प्राइमरी शिक्षा को Right to Education Act के तहत कक्षा 1 से 5 तक के स्कूलों के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है।
प्राथमिक शिक्षक कैसे बने? – How to become Primary Teacher?
अपनी शिक्षा पूर्ण करने के बाद अभ्यर्थियों के सामने कैरियर के तौर पर बहुत सारे ऑप्शन मौजूद हो जाते हैं। जिनमें से अभ्यर्थी अपनी पसंद के हिसाब से अपना कैरियर सिलेक्ट करते हैं। कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं, जो टीचर बनने में इंटरेस्ट रखते हैं और उसमें भी खास तौर पर वह प्राइमरी का टीचर बनना चाहते हैं। परंतु उन्हें यह पता ही नहीं होता है कि इंडिया में प्राइमरी टीचर कैसे बनते हैं? या फिर प्राइमरी का टीचर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है? अथवा प्राइमरी का टीचर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है?
प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए क्या करें? – What to do to become Primary Teacher?
देखिए इंडिया में प्राथमिक शिक्षक बनना कोई मुश्किल बात नहीं है। अगर आपको प्राइमरी टीचर बनने की प्रक्रिया के बारे में पूरी इंफॉर्मेशन है और उसके साथ ही अगर आप इसके लिए पूरी तरह से तैयारी करते हैं, तो निश्चित ही आप इंडिया में Primary Teacher की पोस्ट प्राप्त कर सकते हैं और गवर्नमेंट प्राइमरी टीचर बन सकते हैं। नीचे आपको इस बात की जानकारी प्राप्त होगी कि, इंडिया में प्राइमरी टीचर कैसे बने।
प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए योग्यता – Qualification to become Primary Teacher
प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए आपको अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट करनी पड़ेगी, क्योंकि Primary Teacher वही व्यक्ति बन सकता है, जिसके पास ग्रेजुएशन की डिग्री हो।
प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए आयु सीमा – Age Limit to Become Primary Teacher
आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि, अगर आप गवर्नमेंट प्राथमिक शिक्षक बनना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ एज लिमिट तय की गई है, वहीं अगर आप प्राइवेट प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं, तो इसके लिए कोई भी एज लिमिट तय नहीं की गई है। गवर्नमेंट Primary Teacher बनने के लिए उम्र सीमा की जानकारी इस प्रकार है।
- सामान्य वर्ग: ऐसे अभ्यर्थी जो गवर्नमेंट प्राथमिक शिक्षक बनना चाहते हैं और वह सामान्य वर्ग से संबंध रखते हैं, उनकी एज लिमिट गवर्नमेंट प्राइमरी टीचर बनने के लिए कम से कम 18 साल और अधिक से अधिक 35 साल तक है।
- अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति: ऐसे अभ्यर्थी जो गवर्नमेंट Primary Teacher बनना चाहते हैं, उनकी एज लिमिट कम से कम 18 साल और अधिक से अधिक 40 साल तक है।
- अन्य पिछड़ा वर्ग: ऐसे अभ्यर्थी जो अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंध रखते हैं, वह गवर्नमेंट Primary Teacher बनने के लिए कम से कम 18 साल और अधिक से अधिक 38 साल तक कोशिश कर सकते हैं।
प्राथमिक शिक्षक बनने की प्रक्रिया – Process to Become Primary Teacher
नीचे हम आपको इस बात की इंफॉर्मेशन प्रदान कर रहे हैं कि, कैसे आप प्राथमिक शिक्षक बन सकते हैं और Primary Teacher बनने की प्रोसेस क्या है।
1. बारहवीं कक्षा को पास करें
आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि, प्राथमिक शिक्षक गवर्नमेंट भी होते हैं और प्राइवेट भी होते हैं, परंतु दोनों प्रकार के Primary Teacher के पद को प्राप्त करने के लिए सबसे पहले तो आपको 12वीं की कक्षा को पास करना पड़ेगा। इसमें विषय की बाध्यता नहीं होती है। आप अपनी पसंद के सब्जेक्ट के साथ बारहवीं की एग्जाम को पास कर सकते हैं। यह प्राइमरी टीचर बनने का आपका पहला चरण होता है।
2. अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट करें
जब आप 12वीं की क्लास को अच्छे अंकों। के साथ पास कर लेते हैं, तो उसके बाद आपको ग्रेजुएशन का कोर्स करना पड़ता है। इसमें भी बिल्कुल 12वीं कक्षा की तरह ही आप अपने मनपसंद के ग्रेजुएशन के कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। ग्रेजुएशन का कोर्स सामान्य तौर पर 3 साल का होता है। 12वीं कक्षा को पास करने के बाद अगर आप बीकॉम या फिर बैचलर ऑफ आर्ट अथवा बैचलर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट जैसे कोर्स को कर सकते हैं। अगर आपने 12वीं कक्षा में साइंस के सब्जेक्ट लिए थे, तो आप अपनी ग्रेजुएशन को बैचलर ऑफ साइंस के कोर्स को करके पूरी कर सकते हैं।
3. B.Ed की डिग्री हासिल करें
जैसे ही आप अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर लें और आपको अपने ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त हो जाए, तो उसके बाद आपको B.Ed यानी की बैचलर ऑफ एजुकेशन के कोर्स में एडमिशन लेना होता है। यह कोर्स टोटल 2 साल का कोर्स होता है। गवर्नमेंट या फिर प्राइवेट टीचर बनने के लिए B.Ed के कोर्स को बहुत ही महत्वपूर्ण और आवश्यक माना जाता है
4. TET एग्जाम को पास करें
2 साल के बैचलर ऑफ एजुकेशन यानी कि B.Ed के कोर्स को पूरा करने के बाद आपको प्राइमरी टीचर बनने के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम देनी पड़ती है, जिसका नाम टेट है, जिसका फुल फॉर्म टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट होता है। इंडिया में अधिकतर राज्यों के द्वारा इस एग्जाम को लिया जाता है। अगर आपको प्राथमिक शिक्षक बनना है तो आपको इस एग्जाम को पास करना ही पड़ेगा।
बिना इस एग्जाम को पास किए हुए आप इंडिया में प्राथमिक शिक्षक की पोस्ट प्राप्त नहीं कर सकते हैं। आपको बता दें कि अगर आप प्राइवेट Primary Teacher बनना चाहते हैं तो उसके लिए यह एग्जाम आवश्यक नहीं होती है, परंतु गवर्नमेंट प्रायमरी टीचर की पोस्ट पाने के लिए इस एग्जाम को पास करना आवश्यक होता है।
5. नौकरी के लिए अप्लाई करें
टेट के एग्जाम को पास करने के बाद जब गवर्नमेंट के द्वारा गवर्नमेंट Primary Teacher के लिए अखबारों या फिर इंटरनेट के द्वारा टीचर की भर्ती के लिए वैकेंसी निकाली जाती है, तो आपको इसके लिए अप्लाई करना पड़ता है। इस टीचर की वैकेंसी में जो अभ्यर्थी सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करता है, उनका सिलेक्शन प्राइमरी के टीचर के पद पर हो जाता है।
इसके बाद उन्हें ट्रेनिंग पर भेज दिया जाता है और ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उन्हें प्राथमिक शिक्षक की पोस्ट प्रदान की जाती है। जब तक आपकी नौकरी गवर्नमेंट प्राइमरी टीचर की पोस्ट पर नहीं लग जाती है, तब तक आप चाहे तो किसी प्राइवेट स्कूल में भी विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं।
प्राथमिक शिक्षक बनने के लाभ – Benefits of Becoming Primary Teacher
Primary Teacher बनने के फायदे निम्नानुसार हैं।
1. प्राथमिक शिक्षक का कार्य प्राइवेट या फिर गवर्नमेंट स्कूल में छोटे विद्यार्थियों को पढ़ाना होता है। ऐसे में आपको छोटे विद्यार्थियों के अंदर अच्छे संस्कार डालने का मौका मिलता है और उन्हें बचपन से ही आगे चलकर एक जिम्मेदार नागरिक बनाने की जिम्मेदारी मिलती है।
2. Primary Teacher अगर गवर्नमेंट नौकरी प्राप्त कर लेता है, तो उसकी सैलरी काफी अच्छी होती है और उसे ज्यादा वर्क लोड भी नहीं होता है।
3. Primary Teacher के पढ़ाने का टाइम फिक्स होता है, जिसके कारण उसे ओवरटाइम नहीं करना पड़ता है।
4. प्राइमरी का टीचर बन जाने के बाद आप चाहे तो खाली टाइम में अपने घर पर छोटे बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ा सकते हैं और उन्हें या तो मुफ्त में शिक्षा दे सकते हैं या फिर उनसे फीस ले सकते हैं और अपनी एक्स्ट्रा इनकम कर सकते हैं।
प्राथमिक शिक्षक का वेतन – Salary of Primary Teacher
इंडिया में लगभग हर राज्य में प्राथमिक शिक्षक की सैलरी अलग-अलग होती है। इसके अलावा Primary Teacher की सैलरी इस बात पर भी डिपेंड करती है कि, वह गवर्नमेंट प्राइमरी टीचर है या फिर प्राइवेट Primary Teacher है। अगर हम गवर्नमेंट प्राइमरी टीचर की महीने की तनख्वाह के बारे में बात करें, तो वर्तमान के टाइम में इन्हें महीने में तकरीबन 30,000 से लेकर ₹38,000 तक की सैलरी प्राप्त हो रही है, वहीं अगर हम प्राइवेट प्राइमरी टीचर की बात करें, तो इन्हें महीने में तकरीबन ₹11,000 से लेकर ₹14,000 तक की सैलरी प्राप्त होती है।
गवर्नमेंट प्रायमरी टीचर की सैलरी ज्यादा होती है, इसीलिए अधिकतर अभ्यर्थी Government Primary Teacher बनने की कोशिश करते हैं और जो इसमें सफल नहीं हो पाते हैं, वह प्राइवेट स्कूल में प्राथमिक शिक्षक का काम पकड़ लेते हैं।
टीईटी की परीक्षा कैसे पास करें? – How to Crack TET Exam?
जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए आपको टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट याने की टेट एग्जाम को पास करना ही पड़ता है। इसीलिए आपको इस एग्जाम की अच्छी तैयारी करनी चाहिए। नीचे हम आपको टेट एग्जाम को क्लियर करने के टिप्स बता रहे हैं, जिसे फॉलो करके आप टेट एग्जाम को क्लियर कर सकते हैं।
टेट एग्जाम को क्लियर करने के लिए सबसे पहले तो आपको पिछले 5 सालों के टेट एग्जाम के क्वेश्चन पेपर को इकट्ठा करना है और उन क्वेश्चन पेपर को खाली समय में बैठकर ध्यान से पढ़ना है और उनका पूरा विश्लेषण करना है और इस बात की पता लगाना है कि क्वेश्चन पेपर में किस प्रकार के क्वेश्चन पूछे जा रहे हैं और वह क्वेश्चन आसान है या फिर कठिन है।
TET एग्जाम में जो भी क्वेश्चन आते हैं, वह अधिकतर क्वेश्चन एनसीईआरटी की बुक से ही आते हैं। इसीलिए आपको NCERT की किताबों को अच्छे से पढ़ना चाहिए। यह किताबें आपको मार्केट में भी मिल जाएंगी, साथ ही आप ऑनलाइन भी इन किताबों को पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड करके पढ़ सकते हैं। टेट एग्जाम की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है।
इसीलिए आपको जितने सवालों के जवाब आते हैं, आपको उन सभी सवालों के जवाब अवश्य लिखने चाहिए, ताकि आप ज्यादा से ज्यादा अंक हासिल कर सके। टेट एग्जाम की तैयारी करने के लिए आपको एक टाइम टेबल भी क्रिएट करना पड़ेगा और उस टाइम टेबल के हिसाब से ही आपको टेट एग्जाम की तैयारी करनी पड़ेगी। ऐसा करने से आप लगभग सभी सिलेबस और सब्जेक्ट को कवर कर पाएंगे।
निष्कर्ष
आशा है आपको Primary Teacher Details In Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में Primary Teacher Kaise Bane (How To Become Primary Teacher In Hindi) और प्राथमिक शिक्षक कैसे बने? अगर इस बारे में आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को Primary Teacher Kya Hota Hai के बारे में जानकारी मिल सके।