आज हम जानेंगे पतंग कैसे उड़ाए की पूरी जानकारी (How to Fly Kite in Hindi) के बारे में क्योंकि वैसे तो भारत में कहीं ना कहीं कोई ना कोई बच्चा हमेशा पतंग उड़ाता ही रहता है, क्योंकि हमारा भारत देश बहुत बड़ा है परंतु बात करें अगर पतंग के त्यौहार की तो पतंग के त्यौहार के तौर पर 14 जनवरी के दिन को मनाया जाता है। हालांकि इस दिन पूरे भारत भर में पतंग नहीं उड़ाई जाती है बल्कि कुछ ही ऐसे इलाके हैं, जहां पर पतंग उड़ाई जाती है।
सबसे अधिक 14 जनवरी के दिन गुजरात राज्य में पतंग उड़ाई जाती है और सिर्फ 14 जनवरी ही नहीं बल्कि 15 जनवरी को भी गुजरात में भारी पैमाने पर पतंग उड़ाई जाती है। इस दिन लोग अपने सभी कामकाज छोड़कर के आकाश में पतंग उड़ाने का मजा प्राप्त करते हैं। गुजरात में 14 जनवरी के दिन को उतरायन अथवा मकर संक्रांति कहा जाता है। आज के इस लेख में जानेंगे कि पतंग कैसे उड़ाते हैं, How to Fly Kite in Hindi, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
पतंग कैसे उड़ाते हैं? – How to Fly Kite in Hindi
हर गुजराती को बचपन से ही पतंग उड़ाने की अच्छी कला आती है परंतु जो लोग नॉन गुजराती है उन्हें उतनी अच्छी पतंग उड़ाने नहीं आती है जितना कि गुजराती लोग अच्छी पतंग उड़ा लेते हैं। पतंग उड़ाना वैसे तो कुछ लोगों को बहुत ही आसान लगता है क्योंकि उन्हें लगता है कि बस हवा चले और पतंग उड़ जाए परंतु ऐसा नहीं है।
पतंग उड़ाने के लिए क्या करें? – What to do to Fly a Kite?
पतंग उड़ाना भी देखा जाए तो एक प्रकार की कला है और जो इस कला को अच्छी तरह से जानता है वह बिना परेशान हुए चुटकीयो में अपनी पतंग को आकाश में दूर तक भेज देता है। अगर आप पतंग उड़ाना सीखना चाहते हैं, तो हमारे इस आर्टिकल को आपको पूरा अवश्य पढ़ना है, क्योंकि इस आर्टिकल में आप पतंग उड़ाने का तरीका जानने वाले हैं।
1. अच्छी पतंग का सिलेक्शन करें
मार्केट में जब आप पतंग खरीदने के लिए जाते हैं तब आपको वहां पर अलग-अलग प्रकार की कई पतंगे दिखाई देती है और समझ ना होने के कारण हम कोई भी पतंग खरीद करके अपने घर चले आते हैं और बाद में हमें पता चलता है कि वह पतंग सही नहीं है। बता दे कि मार्केट में आपको कागज और प्लास्टिक की पतंगे मिलती है, जो कि दोनों ही अच्छी होती है,
परंतु जिस पतंग की डंडी मजबूत हो, आपको वही पतंग लेनी चाहिए। डंडी से हमारा मतलब है जिस पतंग की जो सीधी डंडी होती है वह स्ट्रांग है, उसे ही खरीदें ताकि आप की पतंग जल्दी टूटे नहीं। इसके अलावा पतंग खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि पतंग ज्यादा ना तो बड़ी हो ना ही ज्यादा छोटी हो, बल्कि पतंग मीडियम साइज की ही हो।
2. अच्छे डोरे का प्रबंध करें
बता दे कि डोरा को मांझा भी कहा जाता है। पतंग उड़ाने के लिए आपको पतंग की साइज के हिसाब से ही मांझा खरीदना चाहिए। अगर आप आसमान में पेंच लड़ाना चाहते हैं, तो आपको कांच वाला मांझा खरीदना चाहिए, जो आपको आसानी से मार्केट में बना बनाया पहले से ही मिल जाएगा।
हम आपको यहां पर एक बात यह भी बता दें कि जो कांच वाले मांझे होते हैं, उनके साथ अगर आपके हाथों का घर्षण होता है तो आपके हाथ कट भी सकते हैं और आपको चोट भी लग सकती है। इसीलिए पतंग उड़ाते समय यह सावधानी रखें कि मांझा आपके हाथों में फंसने ना पाए। अगर आप कांच वाला मांझा नहीं लेना चाहते हैं तो आप सादा डोरा भी पतंग उड़ाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं
3. अच्छे दिन का सिलेक्शन करें
पतंग हर मौसम में उड़ाना संभव नहीं होता है खासतौर पर तो बरसात के मौसम में क्योंकि बरसात के मौसम में अगर कागज की पतंग होगी तो वह पानी में भींग जाएगी। इसके अलावा बरसात होने पर प्लास्टिक की पतंग भी भारी हो जाती है। पतंग उड़ाने के लिए जिस दिन या तो सामान्य हवा चल रही हो वह दिन अच्छा माना जाता है या फिर जिस दिन थोड़ी सी तेज हवा चल रही हो वह दिन अच्छा माना जाता है। अत्याधिक हवा भी पतंग उड़ाने के लिए सही नहीं मानी जाती है, क्योंकि ज्यादा हवा में पतंग सही से नहीं टिक पाती है। इसीलिए जिस दिन सामान्य हवा आकाश में हो, उस दिन पतंग उड़ाए।
4. हमेशा खुली जगह में पतंग उड़ाए
पतंग उड़ाने के लिए आपको किसी खुली जगह का ही सिलेक्शन करना चाहिए। यह जगह या तो आपके घर की छत हो सकती है या फिर कोई खुला मैदान हो सकती है अथवा कोई खुला गार्डन हो सकता है, परंतु यहां पर एक बात यह भी है कि आपको अपने छत से तभी पतंग उड़ाने का प्रयास करना चाहिए, जब आपको अच्छी पतंग उड़ाने आती हो।
अगर आप पहली बार पतंग उड़ा रहे हैं या फिर आप पतंग उड़ाना सीख रहे हैं, तो आपको खुले मैदान में ही पतंग उड़ाना सीखना चाहिए। ऐसे में होगा यह कि आपकी पतंग जल्दी कहीं पर फंसेगी नहीं जिसके कारण आपको बार-बार नई पतंग खरीद कर नहीं लानी पड़ेगी।
हमने देखा है कि बहुत सारे बच्चे ऐसे होते हैं जो या तो रेलवे पटरी के आसपास पतंग उड़ाते हैं या फिर छोटे छत पर पतंग उड़ाते हैं। ऐसे में उनके साथ दुर्घटना होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। कई लोग तो पतंग उड़ाने के दरमियान लापरवाही बरतने के कारण मृत्यु को भी प्राप्त हो चुके हैं। इसीलिए अपनी जान की परवाह करें और सुरक्षित तौर पर ही पतंग उड़ाए।
5. पतंग की कन्नी बांधे
अब बारी आती है पतंग उड़ाने की तो सबसे पहले आपने जो पतंग खरीद करके लाई है, उसमें ऊपर की साइड ऑपोजिट दिशा में दो छेद करें और फिर नीचे की साइड से थोड़ा ऊपर आकर के दो छेद करें। अब मांजे से बराबर आकार में पतंग की कननी बांधे। अगर आपको पतंग की कन्नी बांधने नहीं आती है तो जो लोग पतंग उड़ाने में एक्सपर्ट है उनसे आप यह काम करवा सकते हैं या फिर आप चाहें तो यूट्यूब पर भी यह देख सकते हैं कि पतंग की कननी कैसे बांधते हैं।
6. पतंग को दूर भेजें
पतंग की कन्नी बांध लेने के बाद आपको पतंग के ऊपर की साइड में जो डोरा आपने बांधा है, उसमें अपना मांझा भी गांठ मार करके जोड़ देना है। इसके बाद आपको पतंग को उल्टी साइड से छाप लगानी है और फिर अपने दोस्त को आपको पतंग लेकर के थोड़ा सा दूर जाने के लिए कहना है। अब आपको मांझा टाइट करना है और फिर अपने दोस्तों से पतंग को ऊपर की साइड में छोड़ने के लिए कहना है।
जैसे ही आपका दोस्त पतंग को ऊपर की साइड में छोड़े, वैसे ही आपको मांझा खीचना चालू करना है और लगातार अपनी पतंग को ऊपर उठाने के साथ ही साथ दूर भेजने की कोशिश करना चालू कर देना है। याद रखें कि हवा जिस दिशा में बह रही हो अपने दोस्त को उसी दिशा में पतंग ऊपर उठाने के लिए भेजें।
7. धीरे-धीरे मांझा छोड़ें
जब आपकी पतंग आकाश में थोड़ी ऊपर चली जाए तब आपको धीरे-धीरे मांझा छोड़ना है, जिसे गुजराती भाषा में सेल देना कहा जाता है।इस प्रकार आपकी पतंग आपसे धीरे-धीरे आकाश में दूर चली जाएगी। आपको तब तक मांझा छोड़ना है, जब तक आपको यह न लगे कि आपकी पतंग ठीक-ठाक दूरी पर पहुंच गई है, उसके बाद आपको मांझा छोड़ना बंद कर देना है।
8. पतंग को संभाले
आकाश में जब एक बार पतंग चली जाए तब आपको उसे आकाश में थाम करके रखना है। अगर आपकी पतंग नीचे की साइड आ रही है, तो आपको अपने डोरे को टाइट कर लेना है। ऐसा करने से आप की पतंग फिर से आकाश में चली जाएगी और अगर आप की पतंग आकाश में नहीं जाती है तो आपको उसे ऊपर ले जाने का प्रयास करना है।
9. पतंग नीचे उतारे
कोई व्यक्ति लगातार पतंग उड़ाने का शौकीन नहीं हो सकता है। आप अधिकतम 1 से 2 घंटे ही पतंग उड़ाने का मजा ले सकते हैं, उसके बाद आपको बोरिंग महसूस होने लगेगा। इसलिए जब आपको पतंग नीचे उतारनी हो, तब आपको धीमे धीमे करके अपने मांजे को समेटना चालू करना है। इस प्रकार धीमे-धीमे आपकी पतंग वापस से आपके पास आ जाएगी।
पतंग कैसे उड़ाए से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
छोटे बच्चों को कौन सी पतंग उड़ाने के लिए देनी चाहिए?
छोटे साइज की पतंग
क्या बहुत ही बड़े साइज की पतंग उड़ाना दुर्घटना को न्योता देता है?
जी हां
कांच वाला मांझा इस्तेमाल करने से क्या होता है?
आपके हाथ काट सकते हैं।
जिन लोगों ने पहले पतंग नहीं उडाई है, उन्हें पतंग उड़ाने के लिए कौन से मांजे का इस्तेमाल करना चाहिए?
बिना कांच वाले
पतंग उड़ाना सीखने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन सी है?
खुला मैदान
भारत में कौन से दिन सबसे ज्यादा पतंग उड़ाई जाती है?
14 जनवरी और 15 जनवरी
भारत में सबसे ज्यादा पतंग कौन से राज्य में उड़ाई जाती है?
गुजरात राज्य में
गुजरात राज्य में पतंग के दिन के त्यौहार पर कौन सा दिन जाना जाता है?
उत्तरायण
पतंग उड़ाने वाले धागे को क्या कहते हैं?
मांझा
निष्कर्ष
आशा है आपको पतंग कैसे उड़ाते हैं के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपके मन में Patang kaise udate hain (How to Fly Kite in Hindi) और पतंग कैसे उड़ाते हैं? को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि सभी को Patang kaise udate hain में जानकारी मिल सके।