आज हम जानेंगे फैशन डिजाइनिंग क्या है और फैशन डिजाइनर कैसे बने की पूरी जानकारी (How to become Fashion Designer in Hindi) के बारे में क्योंकि आज के इस युग में कई अलग-अलग प्रकार के ऐसे करियर ऑप्शन मौजूद हैं जिनकी कुछ साल पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। फैशन डिजाइनिंग भी उन्हीं करियर ऑप्शन में से एक है। फैशन डिजाइनिंग एक ऐसी कला है जो हमारे जीवन के विभिन्न सामानों के निर्माण पर केंद्रित है जैसे की कपड़े,जूते, एक्सेसरीज़ आदि।
फैशन डिजाइनिंग किसी भी व्यक्ति की जीवानशैली को रूप देने में बहुत महातपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह एक ऐसा छेत्र है जिसमे डिजाइनर को लैटस्ट ट्रेंड के अनुसार विभिन्न सामानों का निर्माण करना होता है। फैशन डिजाइनिंग विभिन्न प्रकार के होतें हैं जैसे जेवएलरी डिजाइनिंग, क्रिएटिव फैशन डिजाइनिंग, इन्टीरीअर डिजाइनिंग आदि। फैशन डिजाइनर बनने केलिए किसी भी व्यक्ति को ड्रॉइंग, पेंटिंग, सिलाई, कढ़ाई और अलग-अलग चीजों से एक्सपेरिमेंट करने में दिलचस्पी होनी चाहिए।
फैशन डिजाइनिंग क्या होता है? – What is Fashion Designing in Hindi
फैशन डिजाइनिंग कपड़ों और एक्सेसरीज पर डिजाईन करने की एक ऐसी कला है जो आज कल वर्तमान में बहुत ही फेमस हो चूका है। लोगों की डिमांड अब ट्रेंडी और फैशनेबुल कपड़े और एक्सेसरीज की होने लगी है। फैशन डिजाइनिंग ऐसी फील्ड है जहां पर किसी भी कपड़े, ज्वेलरी या फिर फुटवियर को नए अंदाज में डिजाइन किया जाता है। फैशन डिजाइनर अपने क्रीऐटिवटी से अनेक तरह के स्टाइलिस्ट एण्ड ट्रेंडी कपड़ों के आइडीअ का निर्माण करते है।
फैशन डिजाइनिंग में करियर की बहुत सम्भावनाये है क्यूंकि दुनिया तेजी से फैशन को एक्सेप्ट कर रही है और आजकल के युवा इस चेत्र में ज्यादा इक्चुकता दिखा रहे है। आज क इस दौर में कोई किसी से कम नहीं दिखन चाहता है और फैशन को तेजी से स्वीकार कर रहें है।
हालांकि, यह क्षेत्र एक रचनात्मक क्षेत्र होने के साथ साथ एक जिम्मेदारी का काम भी है जिसमें नियमित तौर पे मार्किट रिसर्च और समय के अनुसार चलना आना चाहिए। इसमें प्रवेश करने वाले हर एक इंसान में क्रिएटिव स्किल्स के साथ मैनेजमेंट के गुण होना भी अनिवार्य है। अगर आप डिजाइन , कट्स , शेड्स व टेक्सटाइल का इस्तेमाल करके कुछ आकर्षक बनाने की क्षमता रखते हैं, तो आप एक सफल फैशन डिजाइनर बन सकते हैं।
फैशन डिजाइनिंग और टेक्सटाइल डिजाइनिंग में अंतर- Difference between Fashion Designing and Textile Designer in Hindi
नीचे हमने आपको फैशन और टेक्सटाइल डिजाइनिंग के बीच अंतर के बारे में बताया है।
फैशन डिजाइनिंग | टेक्सटाइल डिजाइनिंग |
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किसी भी नई स्टाइल के कपड़ो का चयन (Selection), कपड़ो की स्टिचिंग, फैब्रिक चयन(selection), कपड़ो के लुक की डिजाइनिंग करना फैशन डिजाइनिंग है। | किसी भी डिज़ाइन किये हुए कपड़ो पर थ्रेड की चयन, डिजाइनिंग पैटर्न, कपड़ो पर कलर और डाई के सिलेक्शन की कला टेक्सटाइल डिजाइनिंग है। |
इस तरह फैशन डिजाइनिंग और टेक्सटाइल डिजाइनिंग मिलकर एक पूरे कपड़ो के बेहतरीन और स्टाइलिश दिखाती है। ये कपड़ो ज्वेलरी, फुटवियर एक नया रूप देती है जैसा मार्किट में डिमांड होता है, और कुछ यूनिक स्टाइल तैयार करता है।
फैशन डिजाइनिंग कोर्स – Fashion Designing Course
बैचलर ऑफ फैशन डिजाइनिंग 4 साल का होता है। फैशन डिजाइनिंग कोर्स एक ऐसा फील्ड है जिसमे खुबसूरत, ट्रेंडी, लेटेस्ट और फैशनेबुल कपड़े और एक्सेसरीज डिजाईन करने की कला को सिखाया जाता है। इस कोर्स में छात्राओं को लेटेस्ट ट्रेंड्स और कल्चर के अनुसार से डिजाइनिंग सिखाये जाती है। इस कोर्स में आने केलिए छात्रों में क्रिएटिविटी और नयी चीज़ें जानने की इकछुकता होनी चाहिए। फैशन डिज़ाइनर बन्ने केलिए फैशन सेंस के साथ ही क्रिएटिविटी बेहद जरुरी है।
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फैशन डिजाइनिंग कोर्स लिस्ट – Fashion Designing Course list
फैशन डिजाइनिंग कोर्स अनेक प्रकार के होते हैं जिसमे से बैचलर ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग जो 4 साल की होती है सबसे डिमांडिंग है जो की 12th क्लास पास करने क बाद कर सकते है।
फैशन डिज़ाइनिंग कोर्स इस प्रकार है :
- बी डिजाईन इन फैशन
- बीएससी इन फैशन इन डिजाइनिंग
- बैचलर इन फैशन डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग
- एडवांस डिप्लोमा इन फैशन डिजाईन एंड मैनेजमेंट
- एमएससी इन फैशन डिजाइनिंग
- पीजी डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग
- सर्टिफिकेट कोर्स इन फैशन डिजाइनिंग
ऊपर बताये गए सारे कोर्सेज ही डिमांड में है जो की कुछ आप 10th के बाद ,12th क्लास के बाद और कुछ स्नातक डिग्री लेने के बाद कर सकते है।
फैशन डिजाइनिंग के लिए महत्वपूर्ण कौशल – Important Skills for Fashion Designing
सबसे पहली बात अगर आप इस फील्ड में आना चाहते है तो आपको डिजाइनिंग, फैशन, आर्ट एंड क्रिएटिविटी में रूचि होनी चाहिए। स्किल्स तो खुद से खुद में क्रिएट कर सकते है अपनी लगन और मेहनत से।
- क्रिएटिव और आर्टिस्टिक थिंकिंग
- बेहतरीन ड्राइंग स्किल्स
- देश विदेश के लेटेस्ट ट्रेंड्स में गहरी दिलचस्पी
- अच्छे टैलेंट के साथ टेक्सचर,कपडे,रंग और आदि की अच्छी समझ
फैशन डिजाइनिंग के लिए योग्यता – Qualification for Fashion Designing
- फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कम से कम 10th, 12th पास करने क बाद ही कर सकते हैं।
- अगर आप डिप्लोमा लेवल कोर्सेज करना चाहते है तो, आप 10th पास होने चाहिए।
- अंडरग्रेजुएट लेवल कोर्सेज करने के लिए मान्यताप्राप्त एजुकेशनल बोर्ड से किसी भी विषय में 12th पास करना जरुरी है।
- वही किसी पोस्टग्रेजुएट लेवल कोर्सेज के लिए किसी भी मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की हो।
फैशन डिजाइनिंग के लिए प्रवेश परीक्षा – Entrance Exam for Fashion Designing
गवर्नमेंट फैशन कॉलेज में जाने और बहुत से प्राइवेट फैशन कॉलेज में जाने केलिए एन्ट्रन्स इग्ज़ैम की तैयारी करनी होती है।
- FDDI AIST Entrance Exam
- NID Entrance Exam
- United World Institute of Design Aptitude Tes
- All India Entrance Test for Design
- Symbiosis Entrance Exam for Design
- Pearl Academy Entrance Exam
- IIAD Entrance Exam
- MDAT
- NIIFT Entrance Exam
- GLS Institute of Design DAT
- ISDI Challenge
- TDV Entrance Exam
- SHIATS Entrance Exam
फैशन डिजाइनिंग का काम – Work of Fashion Designing
फैशन डिजाइनर को मार्केट रिसर्च करके पोपुलर, ट्रेंडी और फैशन में चल रहे कपड़े और असेसरीस को ध्यान में रख कर ऐसे ही कपड़े और असेसरीस डिजाइन करने होते हैं।
- प्रीमियम, लग्जरी और डिजाइनर पोशाक बनाने के लिए कपड़ों का सही फैब्रिक की पहचान करने आना।
- मार्केट में मौजूद डिजाइन को और बेहतरीन डिजाइन में पेश करना।
- फैशन डिजाइनर को कभी-कभी स्पेशल ऑर्डर या बल्क ऑर्डर में कपड़े सिलने का काम होता है।
- फैशन डिजाइनर में पैशन्स का होना बहुत जरूरि होता जिससे वो बारीक से बारीक काम को ईज़ली करसकें।
फैशन डिजाइनिंग कोर्स के लिए सरकारी संस्थान – Government Institute for Fashion Designing Course
क्रम सं | कॉलेज/विश्वविद्यालय | शहर |
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1. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, New Delhi | न्यू दिल्ली |
2. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, Mumbai | मुंबई |
3. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, Banglore | बंगलोरे |
4. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, Gandhinagar | गांधीनगर |
5. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, Hyderabad | हैदराबाद |
6. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, Chennai | चेन्नई |
7. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, Kolkata | कोलकाता |
8. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, Bhopal | भोपाल |
9. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, Patna | पटना |
10. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, Shillong | शिलांग |
फैशन डिजाइनिंग कोर्स के लिए निजी संस्थान – Private Institute for Fashion Designing Course
1. | पर्ल अकादमी | न्यू दिल्ली |
2. | एमिटी स्कूल ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी | लखनऊ |
3. | नॉर्थर्न इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी मोहाली | पंजाब |
4. | आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ़ फैशन एंड डिज़ाइन | बनलोरे |
5. | सिम्बायोसिस ऐटिट्यूड ऑफ़ डिज़ाइन | पुणे |
6. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन | अहमदाबाद |
7. | जे.डी. इंस्टीट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी | बंगलोरे |
8. | इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फैशन डिज़ाइन | दिल्ली |
9. | ARCH कॉलेज ऑफ़ डिज़ाइन एंड बिज़नेस | राजस्थान |
10. | वोग इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एण्ड डिजाइन | बैंगलोर |
फैशन डिजाइनिंग के लिए कोर्स फीस – Course Fee for Fashion Designing
भारत में फैशन डिजाइन के लिए कई सारे कोर्स होते है। हर कोर्स की फीस अलग-अलग है। भारत में फैशन डिज़ाइनिंग की सालाना fees लगभग Rs.80,000 से Rs.100,000 तक हो सकती है। किसी किसी Course की fees सालाना 1 लाख रुपए से भी ज्यादा हो सकती है।
फैशन डिजाइनिंग में जॉब स्कोप – Job Scope in for Fashion Designing
फैशन डिजाइनिंग के द्वारा बड़े बड़े डिज़ाइनर के अंडर में इंटर्नशिप का करियर है, जो फैशन वर्ल्ड के नए सोच और मांग से हमे अवगत कराता है। फैशन डिजाइनिंग में ग्रैजूइट होने वाले फ्रेश इन्टर्न के लिए कई सारी फैशन हाउस, ब्रांडस, डिजाइनरस है जो इनको हाएर करती है। यहां इंटर्न्स अपने इक्स्पीरीअन्स को काफी बढ़ा सकते है।
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ऐसे ही कुछ टॉप रेकुरीटर्स है जो इन इंटर्न्स को हाएर करती है। जैसे – MYNTRA, Shoppers Stop, Levi’s, Pantaloons, Raymond’s, Sabyasachi Mukherjee, Rohit Bal, Ritu Kumar, Manish Malhotra, आदि।कुछ स्टूडेंट्स खुद का बिजनस भी खोल लेते है अगर बैक सपोर्ट हो या तो अपने कुछ लोगों के साथ मिलकर।
खुद के बिजनस मे एक बेहतरीन भविष्य होता है, इसमे आप ज्वेलरी डिज़ाइन, कपड़ो की डिजाइनिंग, टेक्सटाइल डिजाइनिंग, फुटवियर डिजाइनिंग जैसी फील्ड में शॉप या बिजनेस कर सकते है।
- फैशन सलाहकार (Fashion adviser)
- फैशन समन्वयक (fashion co-ordinator)
- फैशन शो आयोजनकर्ता (Fashion show organizer)
- फैशन मार्केटर (Fashion marketer)
- फैशन कॉन्सेप्ट मैनेजर (Fashion concept manager)
- क्वालिटी कंट्रोलर (quality controller)
- स्केचिंग असिस्टेंट (Sketching assistant)
- रिटेल मैनेजर (Retail manager)
- टेक्सटाइल डिज़ाइनर (Textile designer)
- फैशन जर्नलिस्ट (Fashion journalist)
- फैशन स्टाइलिस्ट (Fashion Stylist)
- फैशन फैब्रिक डिजाइनर (Fashion Fabric Designer)
फैशन डिजाइनर का वेतन – Fashion Designer’s salary
भारत में एक फैशन डिजाइनर की स्टार्टिंग सैलरी 25,000 per month से 50,000 तक हो सकती है। वैसे भारत में किसी भी फैशन डिजाइनर की ऐव्रिज सैलरी 50,000 तक है। इसकी मैक्समम सैलरी Rs.1,00,000 से 2,00,000 तक भी हो सकती है। अगर कोई फैशन डिजाइनर फेमस ऐक्टर या पर्सोनलिटीस क पर्सनल डिजाइनर या स्टाइलिस्ट हो तो वे लाखों में सैलरी होती है अकॉर्डिंग तो देर वर्क।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में आपने जाना फैशन डिज़ाइनिंग कोर्स क्या है और कैसे करे? (What is Fashion Designing in Hindi) इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आपको पूरी जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी। अगर फिर भी आपके मन में Fashion Designing Kaise Kare को लेकर कोई सवाल उठ रहा है तो आप नीचे Comment करके पूछ सकते हैं। हमारी विशेषज्ञ टीम आपके सभी सवालों का जवाब देगी।
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