आज हम इस आर्टिकल में बात करेंगे मोबाइल में Custom Rom in Hindi और Stock Rom in Hindi के बारे में, अगर आप भी अपने एंड्राइड फ़ोन के Version को अपने जरुरत के हिसाब से अपग्रेड करना चाहते है तो इस आर्टिकल को शुरू से लास्ट तक जरूर पढ़िएगा| यहाँ पर हम Difference Between Stock Rom and Custom Rom in Hindi, Android Phone User बढ़ाते ही जारहे है ऐसे में लोग अपने फ़ोन को और भी ज्यादा स्मार्ट बनाने में लगे हुए है।
ऐसे में लोगो के मन में एक सवाल जरूर आता है की अपने एंड्राइड फ़ोन के Version को अपडेट कैसे करे और यही से सुरू होता है कस्टम रोम और स्टॉक रोम का सिलसिला शायद आपने कभी इसके बारे में सुना होगा.यहाँ पर एक सवाल ये उठता है की क्या हम अपने मोबाइल में Custom Rom और Stock Rom कैसे डाले और कहा से डाउनलोड करे और इसके क्या फायदे है।
आपके मोबाइल मे स्टॉक रोम पहले से डिफ़ॉल्ट(default) रहता है| Stock Rom को हम Original Rom कहते है क्यों कि स्टॉक रोम कंपनी की तरफ से आपके फ़ोन में पहले से आता है.
स्टॉक रोम का उदाहरण :- KitKat, Lolipop, Marshmallow, Oreo Etc..
इन सारे रोम को हम स्टॉक रोम कहते है. ये सारे Rom ओरिजिनल होते है। जब भी आप नया फ़ोन लेते है, तो इसके साथ जो रोम मिलता है उसे हम Stock Rom कहते है। इसकी खास बात ये है की ये रोम गूगल कंपनी की तरफ से बनाया जाता है. इसमें बहुत हद्द तक Error नहीं मिलेगा और सिक्योरिटी प्रॉब्लम आप को नहीं के बराबर मिलेगा मनो अगर स्टॉक रोम में कही कोई Bug और Error मिल भी मिल गया तो कंपनी उसे बहुत जल्दी ठीक करके आपको आपके फ़ोन पर अपडेटेड रोम Available करबा देता है।
Custom Rom क्या है? – What is Custom Rom in Hindi?
किसी बिसेस ब्यक्ति दुवारा बनाया गया रोम को हम Custom Rom कहते है और इसे थर्ड पार्टी रोम भी कहा जाता है। कस्टम रोम को अपने से इनस्टॉल करना पढता है. कस्टम रोम को अपने फ़ोन में इनस्टॉल करने से पहले एंड्राइड फ़ोन को रूट करना पढता है। रुट करने से आपके मोबाइल फ़ोन का हिडन फीचर्स इनेबल होजाते है और आप बड़े ही आसानी से अपने फ़ोन को कस्टमाइज कर सकते हैं। Custom Rom में आप अपने हिसाब से कस्टमाइज कर सकते है. और जिस किसी ने इस रोम को बनाया है बो अपने मन मुताबिक इस ऑपरेटिंग सिस्टम में बदलाव ला सकते है।
कस्टम रोम में स्टॉक रोम से ज्यादा एरर और बग आसक्ति हैं. इसके कारण आपके मोबाइल में बहुत सारी दिक्कतें आसक्ति है|अगर आप एक बार अपने फ़ोन में कस्टम रोम को इनस्टॉल करलेते है उसके बाद आप इसके एरर और बग को अपने से ठीक नहीं कर सकते, इसके लिए आपको नई कस्टम रोम इनस्टॉल करना होगा. जब कि कस्टम रोम में ऐसा प्रॉब्लम देखने को नहीं मिलेगा| क्यूँ की Custom Rom को बहुत सारे डेवलपर मिल कर एक रोम तैयार करते है जिससे High Security मिल पाती है और कस्टम रोम सिर्फ 1 इंसान बनता है जिस के कारण बग्स और एरर ज़ियादा रह जाते है|
Custom और Stock Rom में क्या अंतर है- Different Between Custom and Stock Rom in Hindi?
Custom Rom in Hindi | Stock Rom in Hindi |
Custom Rom में बग रहने से आपके फ़ोन ख़राब और डेड भी होसकता है. | Stock Rom 99.9% सेफ होता है |
Custom Rom कोई भी बना सकता है जिसे कोडन लैंग्वेज आती हो और बग से भरा पड़ा होते है. | Stock Rom गूगल के बहुत सरे प्रोफेशनल प्रोग्रामर मिल कर बनाते है. |
Custom Rom इनस्टॉल करने के लिए फ़ोन रुट करना पढता है जिससे आपके फ़ोन की वारंटी खत्म होजाती है. | Stock Rom पहले से बिना रूट किये आपके फ़ोन में इनस्टॉल किया हुआ आता हैं और इसमें वारंटी खत्म नहीं होता होता. |
Custom Rom के सिक्योरिटी पर भरोसे करना बेवकूफी होगा | Stock Rom गूगल के द्वारा बनाया जाता है जिससे हमें अपने फ़ोन की सिक्योरिटी पर 99.9% भरोसा कर सकते है. 0.1% जो बग रहते है उसे गूगल अपडेटेड दे कर सही करदेते |
Custom Rom इनस्टॉल करने पर आपका फ़ोन ब्रिक और डेड हो सकता है. | अगर आप Stock Rom इनस्टॉल करते है तो आपके फ़ोन को कोई नुकसान नहीं होगा |
Custom Rom में आप अपने मर्ज से किसी भी अप्प्स को अनइंस्टाल कर सकते है. | Stock Rom में अपने डिफ़ॉल्ट अप्प्स को अनइंस्टाल नहीं कर सकते |
Custom Rom में आपके फ़ोन के अपनी मर्जी से कस्टमाइज कर सकते है | Stock Rom में ऐसा नहीं होता. |
निष्कर्ष
उम्मीद करते है आपको Custom Rom in Hindi और Stock Rom in Hindi से जुडी सभी जानकारी इस पोस्ट के में मिल गया होगा अगर आपके मन में अभी भी Rom in Hindi से जुडी कोई संदेह है तो आप हमे निचे comment box में comment करके पुच सकते है
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